Tuesday, July 2, 2013

|ब्रह्मर्षि सागर तिवारी ने की थी 2011से 2013 तक जापान अमेरिका उत्तराखंड में जलप्रलय से हुई

 

Rajiv Chaturvedi


 चिदंबरम की बात को ध्यान से सुनो। कांग्रेस को अगर शक्तिशाली विपक्ष की भूमिका अदा करनी है तो नेहरू परिवार से मोह त्यागना पड़ेगा। न सोनिया गांधी न राहुल गांधी और न ही प्रियंका में वह ताकत है जो संघ परिवार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निरंतर बढ़ती लोकप्रियता को चुनौती दे सके। मोदी के वर्चस्व को चुनौती भी देर-सबेर कांग्रेस ही देने में सक्षम होगी पर इसके लिए उसे सक्रिय विपक्ष की भूमिका अदा करनी होगी। कांग्रेस में नेतृत्व की कमी नहीं है पर कमी है कमांडर की। बाकी दलों के नेता अपने टुच्चे स्वार्थों से ऊपर नहीं उठ पाते। सपा, बसपा, जदयू या दक्कनी पार्टियां बौनी हैं और उनके नेता अपने भ्रष्ट आचरण के चलते कुख्यात हो चुके हैं। देर-सबेर चुनौती तो कांग्रेस ही देगी। इसलिए नेता बदला जाना जरूरी है। हमें चिदंबरम की इस पहल का स्वागत करना चाहिए।







03-10-2014
---- !! ब्राम्हण ज्ञान देने में असफल रहा और क्षत्रीय रक्षा करने में !!----
"इस देश में लाखों चतुर्वेदी ,त्रिवेदी ,द्विवेदी ,वेद ,दीक्षित ,उपाध्याय ,मिश्र ,तिवारी ,शर्मा , आदि हैं किन्तु देश को न तो सही ज्ञान है न सही दिशा का भान ...बस अभिमान है . इस देश में करोड़ों सिंह हैं ...करोड़ों प्रताप हैं पर काबुल कंधार से कुछ सौ घुड़सवार मुग़ल आये और भारत के इन सिंह और प्रतापों की मूंछे उखाड़ कर ले गए ...कुछ इनके जीजा बन गए ...देश गुलाम बन गया ...जबावदेही किसकी थी ? ब्राम्हण ज्ञान देने में असफल रहा और क्षत्रीय रक्षा करने में ... अब चाटो अपनी महान संस्कृति का च्यावंनप्राश ...यह आधुनिक भारत की तश्वीर ...यह विश्वविद्यालयों की इमारतें ...यह देश की राक्तसिराओं सी सड़कों का जाल ...यह रेलवे ...यह स्टेशन ...यह विधानसभाओं की ,संसद की इमारतें ...यह राष्ट्रपति भवन ...यह अदालतें ...यह अदालतों की इमारतें ...क्षत्रीय राजाओं ने नहीं या तो मुगलों ने बनवाई हैं या अंग्रेजों ने ...महत्व- मरीचिका से उबरो वर्तमान में राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका तलाशो वरना पांडित्य और पराक्रम की चर्चा करता भारत "प्रताप" पर संताप करता फिर से गुलामी की और बढ़ रहा है ." -----राजीव चतुर्वेदी
03-10-2014
!! रावण को श्रद्धांजलि और राम को भी प्रणाम !!
"रावण उत्तम कुल का था. वह मेरठ (उत्तरप्रदेश) का रहनेवाला था और उसकी पत्नी मंदोदरी जैसलमेर (राजस्थान ) की. वह पुलत्स्कर का नाती और विशेश्रवा का बेटा था. पुलत्स्कर ने विश्व संस्कृत को प्रथम रंगमंच दिया था और ग्रीक नाट्य साहित्य में उसका उल्लेख "पुलित्ज़र" के नाम से मिलता है. रावण की राजसत्ता बांदा / चित्रकूट के दंडकारण्य से श्री लंका तक थी. वह ज्योतिष का प्रकांड विद्वान् था. उसकी लिखित "रावण संहिता" ज्योतिष विज्ञान की महान कृति है. रावण ने नृत्य और योग के मानक प्रस्तुत किये. प्रायः जो विद्वान् और पढ़े लिखे होते हैं वह कायर होते हैं और निर्णायक मौकों पर आर -पार की लड़ाई या युद्ध से बचते हैं पर रावण विद्वत्ता और साहस का अद्भुत संयोग था. वह महान विद्वान् और प्रतापी योद्धा था. वह रक्षसः आन्दोलन का प्रणेता था. इसीलिए उसे राक्षस कहा गया. हुआ यह कि उस समय इंद्र का राज्य था उसे लोग इंद्र इस लिए कहते थे क्यों कि वह इन्द्रीय हरकतें यानी कि वासना में लिप्त था . इंद्र एक आदिवासी /बनवासी कन्या शचि का अपहरण कर लाया था जिसका रावण ने विरोध किया और राजा इंद्र के इस अत्याचार के विरुद्ध पुरजोर आवाज़ उठाई. जो लोग राजा इंद्र का समर्थन करते हुए उसके सुर में सुर मिला रहे थे वह "सुर" कहलाये और जो लोग विरोध की आवाज़ बुलंद कर रहे थे वह "असुर" कह लाये. रावण के विरोध से नाराज़ इंद्र ने रावण और उसके समर्थकों को राज्य -सुरक्षा देने से मना कर दिया तो रावण ने कहा हम तुम्हारी सरकार को अमान्य करते हैं और अपनी सुरक्षा स्वयं कर लेंगे इस प्रकार रक्ष सह आन्दोलन चला और रक्ष +सह को कालान्तर में राक्षस कहा जाने लगा. रावण इन्द्र जैसे इन्द्रीय हरकतें करनेवाले कुकर्मी अईयास और कुबेर जैसे पूंजीपतियों का वह अक्सर लात -जूता संस्कार करता था. राम से उसका द्वंद्व दो नायकों का द्वंद्व था.-----रावण को श्रद्धांजलि और राम को भी प्रणाम !!" ----राजीव चतुर्वेदी

 

 

 

 

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1-जब इस्लाम का पहला मुसलमान सन 610 में अबुबकर बना. और पहली औरत खदीजा ने इस्लाम स्वीकार किव्या. तब कैसे कहते हो कि इस्लाम पुराना मजहब है.मुहम्मद का जन्म 570 में हुआ..38 साल तक व्यापार किया. इसके बाद बिजिनेस में घाटा लगा .फिर घाटा पूरा करने के लिए अरबी कबीलों का एक गिरोह बनाकर लूट पाट शुरू किया .बाद में इसी गिरोह का नाम इस्लाम रखा.. गिरोह को बढ़ाने के लिए लुटी हुयी औरतो से बलात्कार की छूट थी.. खुद मुहम्मद ने 13 औरतो से शादियाँ की. तथा 40 रखैल रखा था.. किन्तु गिरोह के मुसलमानों के लिए 4 शादी का नियम बनाया .लुट-पाट के दौरान पकड़ी गयी औरतो से बलात्कार की छूट दे दी. निचे मुहम्मद की औरतो के नाम है.. 39 साल की उम्र होने पर मुहम्मद ने 11 शादियाँ की. हर 2-2- साल में शादियाँ तब तक करते गए जब तक उनकी मृत्यु नहीं हुयी. उनकी मृत्यु सन 632 में हो गयी तब शादियों का सिलसिला थमा

-2--
धर्म के नाम पर भारत के टुकड़े किये जिसने -वों जिन्नाह मुसलमान था |करोडो हिंदुओ का खून बहाया जिसने -वों हर सुल्तान मुसलमान था ||हिंदुओ से जबरन इस्लाम कबुल करवाया जिसने -वों अरब मुसलमान था |राम मंदिर तोड़कर मस्जिद बनायीं जिसने -वों बाबर मुसलमान था ||गुरु तेग बहादुर का सर कलम किया जिसने-वों औरंगजेब मुसलमान था |कश्मीर में पंडितो का नरसंहार किया जिसने - वों हर आतंकी मुसलमान था ||मुंबई में बम धमाके करवाए जिसने -वों दाउद मुसलमान था |भारत में घुसे 5 करोड जाहिलो में - हर बांग्लादेशी मुसलमान था ||बुद्ध महावीर कि मुर्तिया तोड़ी जिसने -वों हर दंगाई मुसलमान था |भारत के संसद पर हमला किया जिसने- वों अफजल मुसलमान था ||गोधरा में कारसेवको कों जिन्दा जलाया जिसने -वों हर जेहादी मुसलमान था |पाकिस्तान, असम से हिंदुओ को खदेड़ा जिसने -वों हर शख्स मुसलमान था ||26/11 कों हिंदुओ कों गोलियों से भुना जिसने -वों कसाब मुसलमान था |अमरनाथ यात्रा पर पाबंदी कि मांग कि है जिसने -वों गिलानी मुसलमान था

 3-पिछले साल किशतवाड में ईद के दिन पांच हजार मुसलमानों ने हिन्दुओं पर हमला किया,लेकिन संसद में कोई हंगामा नहीं हुआ,अभी कुछ दिन पहले फगवाड़ा में नागा साधु के साथ मारपीट हुई,कहीं कोई हलचल नहीं हुई । उसके बाद बालटाल में लंगर की सेवा कर रहे शिव भक्तों पर हमला हुआ किसी भी राजनीतिक दल ने इसकी निंदा नहीं की,न ही संसद में कोई बोला । अब महाराष्ट्र में एक मुस्लिम के साथ विधायकों की बहस क्या हुई सेकयुलरों की जैसे माँ ही मर गई । जैसे कोठे पर नाचने वाली वहाँ आने वाले लोगों को ख़ुश करने के लिए तरह तरह के जलवे दिखाती है ताकि वो ख़ुश होकर ज़्यादा से ज़्यादा नोट उड़ाए । वही हाल इन सेकयुलर पार्टियों का है ।मुस्लिम वोटों के लिए ये जो चाहे कर ले वही कम है । लेकिन हमें इन कमीनों का समर्थन नहीं चाहिए क्योंकि हम तो साम्प्रदायिक

 4-कश्मीर में अमरनाथ तीर्थ यात्रियों के लिए खाना बनाने वाले बर्तन व हवन कुण्ड में किया पेशाब किया गया .... 110 आधार शिविर जला दिए गए 150 से अधिक गैस सीलेंडर जल गए.... हज़ारो तीर्थ यात्रियों पर हमला हुआ पर पक्षपाती मीडिया ने कोई हंगामा नहीं मचाया..... .न कोई व्यापक चर्चा न डिबेट ...... क्योकि ये तीर्थयात्री हिन्दू थे ... यही अगर किसी दूसरे धर्म ..मुस्लिम की एक झोपड़ी भी कोई जला देता तो आप हंगामा देखते ..हालाँकि ये झोपड़ी भी जलाना गलत है /// ऐसे ही भारत मे मीडिया की विश्वसनीय जीरो नहीं हो गयी है.......अब बताओ हिन्दू को क्या करना चाहिये

07-08-2014-- दुनिया में सबसे कम पढने लिखने वाली कौम कौन सी है ???
दुनिया में एक भी आविष्कार नहीं करने वाली कौम कौन सी है????
दुनिया में सबसे कम विश्वसनीय कौम कौन सी है??
दुनिया में सबसे ज्यादा झगडालू कौम कौन सी है ??
दुनिया में सबसे ज्यादा आतंकवादी पैदा करने वाली कौमकौ न सी है??
दुनिया में सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करने वाली कौम कौन सी है??
दुनिया में पडौसी देशों में सबसे ज्यादा घुसपैठ करने वाली कौम कौन सी है???
दुनिया में सबसे ज्यादा अपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहने वाली कौम कौन सी है???
दुनिया में सबसे ज्यादा बे-इज्ज़त होने वाली कौम कौन सी है??
दुनिया की सबसे मुफ्तखोर कौम कौन सी है????
दुनिया की सबसे ज्यादा एहसानफरामोश कौम कौन सी है????
दुनिया में हर जगह मार खाने वाली कौम कौन सी है???
दुनिया को जीतने का दिन में ख्वाब देखने वाली कौम कौन सी है???
दुनिया को एक ही मज़हब का अनुयायी बनाने का टुच्चा सपना देखने वाली कौम कौन सी है ??
बताओ दोस्तों ये कोन सी प्रजाति हे और इसका नाम क्या हे ?

 

  शंकराचार्य के विषय में कहा गया है-
आठ वर्ष की आयु में चारों वेदों में निष्णात हो गए, बारह वर्ष की आयु में सभी शास्त्रों में पारंगत, सोलह वर्ष की आयु में शांकरभाष्यतथा बत्तीस वर्ष की आयु में शरीर त्याग दिया। ब्रह्मसूत्र के ऊपर शांकरभाष्यकी रचना कर विश्व को एक सूत्र में बांधने का प्रयास भी शंकराचार्य के द्वारा किया गया है, जो कि सामान्य मानव से सम्भव नहीं है। शंकराचार्य के दर्शन में निर्गुण ब्रह्म उनका निराकार ईश्वर है तथा सगुण ब्रह्म साकार ईश्वर है। जीवात्मा को निराकार ब्रह्म से अभिन्न स्थापित करने का प्रयत्‍‌न शंकराचार्य जी ने किया । ब्रह्म को जगत् के उत्पत्ति, स्थिति तथा प्रलय का निमित्त कारण बताए हैं जीवात्मा को भी सत् स्वरूप, चैतन्य स्वरूप तथा आनंद स्वरूप स्वीकार किया है।
भारत में स्त्रियों को प्रारम्भ से ही गौरवपूर्ण रर्थान प्राप्त र्था और जीवन के
प्रत्येक क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण भमिका र्थी। माता, पत्नी और पुत्री सभी रूपों में उच्च रर्थान प्राप्त था।शतपथ ब्राम्हण
के अनुसार अकेला पुरुष अपूर्ण है....

 

मोहम्मद की माँ का नाम...?---ये सब अपने बच्चों को रटा दीजिए


केन्या में आतंकवादी ने एक हिन्दू से मोहम्मद की माँ का नाम पूछा, न बता पाने पर गोली मार के मार डाला
ये सब आप ख़ुद भी रट लीजिए अपने बच्चों को रटा दीजिए, किसी आकस्मिकता में काम आएगा..
 कुछ महत्वपूर्ण नाम---
मोहम्मद के दादा - अब्दुल-मुत्तलिब ,नाना - वहाब ,चाचा – अबू तालिब ,दाई – हलीमा (जिसने मोहम्मद को अपना दूध पिलाया था) .
पिता – अब्दुल्लाह , माता – अमीना .
पत्नियाँ: ---खदीजा, सावदा, आयशा, हफ़्सा, ज़ैनब, हिन्द, ज़ैनब, जुवैरिया, राम्ला, रेहाना, सफ़िया, मैमुना, मारिया।
बेटे --- क़ासिम, अब्दुल्लाह, इब्राहिम।
बेटियाँ: --- ज़ैनब, रुक़ैय्याा,ह, उम्म कुल्थूम, फ़ातिम ज़हरा
गोद लिया बेटा - ज़ायद
पहले ख़लीफ़ा - पत्नी “आयशा” के पिता “अबू बकर” , दूसरे ख़लीफ़ा - पत्नी “हफ़्शा” के पिता “उमर” , तीसरे ख़लीफ़ा – दो बेटियों “रुक़ैय्याह” और “उम्म कुल्थूम”के पति “उथ्मान” , चौथे ख़लीफ़ा - चाचा “अबू तालिब” का बेटा, चचेरा भाई और बेटी फातिमा के पति “अली”--.
हम केवल आशा कर सकते हैं कि आतंकवादी आपसे इनमें से ही कोई नाम पूछे, आगे आपका नसीबा...बेस्ट ऑफ़ लक। ---(जनहित में जारी ...जन -जन तक पंहुचाएं )

 


"इस देश में लाखों चतुर्वेदी ,त्रिवेदी ,द्विवेदी ,वेद ,दीक्षित ,उपाध्याय ,मिश्र ,तिवारी ,शर्मा , आदि हैं किन्तु देश को न तो सही ज्ञान है न सही दिशा का भान ...बस अभिमान है . इस देश में करोड़ों सिंह  हैं ...करोड़ों प्रताप हैं पर काबुल कंधार से कुछ सौ घुड़सवार मुग़ल आये और भारत के इन सिंह और प्रतापों की मूंछे उखाड़ कर ले गए ...कुछ इनके जीजा बन गए ...देश गुलाम बन गया  ...जबावदेही किसकी थी ? ब्राम्हण ज्ञान देने में असफल रहा और क्षत्रीय रक्षा करने में ... अब चाटो अपनी महान संस्कृति का च्यावंनप्राश  ...यह आधुनिक भारत की तश्वीर ...यह विश्वविद्यालयों की इमारतें ...यह देश की राक्तसिराओं सी सड़कों का जाल ...यह रेलवे ...यह स्टेशन ...यह विधानसभाओं की ,संसद की इमारतें ...यह राष्ट्रपति भवन ...यह अदालतें ...यह अदालतों की इमारतें ...क्षत्रीय राजाओं ने नहीं या तो मुगलों ने बनवाई हैं या अंग्रेजों ने ...महत्व- मरीचिका  से उबरो वर्तमान में राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका तलाशो वरना पांडित्य और पराक्रम की चर्चा करता भारत "प्रताप" पर संताप करता फिर से गुलामी की और बढ़ रहा है ."  ---

 

"कातिलों को महान बताने वाली भारतीय संस्कृति विरोधाभाषों से भरपूर है ...अकबर महान ...अशोक महान ...अब भला इनको कौन बताये अकबर महान औरतखोर था और इस्लाम को बढाने के लिए उसने अपनी औरतखोरी को भी बढाया . औरतखोरी के मामले मेँ इसका पोता शाहजहाँ अकबर से भी मीलोँ आगे था . वह अपनी अपनी बड़ी बेटी जहाँआरा को अपनी हवश का शिकार बनाता था जिसको दरबार के मौलवी और इमामोँ ने यह कहकर जायज ठहराया था कि जिस तरह बाग का माली अपनेँ लगाये हुये वृक्षोँ के फल खा सकता है उसी तरह बादशाह सलामत ने अपने फल को खाकर अल्लाह की नजर मेँ कोई गुनाह नहीँ किया है .... इस बात को शाहजहाँ के दरबारी लेखक अब्दुल अल लाहौरी ने अपनी आत्मकथा मेँ स्वयं लिखा है ....अशोक महान जिसने अपने सौ भाईयों का क़त्ल कर दिया हो , कलिंग का विकराल नरसंहार किया हो , अपने बेटे की स्वयं आँख निकाल ली हो वह भी महान ...देश की राजधानी दिल्ली को ही देख लो कातिलों के नाम पर बसी है ...दुनियाँ के सबसे क्रूर कातिल "सफ़दर जंग " के नाम से यहाँ का प्रमुखतम अस्पताल है ...कई फुटकर कातिलों के नाम से सड़कें हैं और एक मुहल्ला है "मंगोलपुरी " .हाँ, हम अहिंसा के प्रतिपादक /पुजारी मोहन दास कर्म चाँद गांधी का क़त्ल गोली मार कर कर देते हैं ...हम ऋषी दयानंद को जहर पिला कर मार देते हैं ... हमारे हर भगवान् के हाथ में असलहे होते हैं ...यह विडंबना नहीं विरोधाभाष है ."

  "इस देश में लाखों चतुर्वेदी ,त्रिवेदी ,द्विवेदी ,वेद ,दीक्षित ,उपाध्याय ,मिश्र ,तिवारी ,शर्मा , आदि हैं किन्तु देश को न तो सही ज्ञान है न सही दिशा का भान ...बस अभिमान है . इस देश में करोड़ों सिंह हैं ...करोड़ों प्रताप हैं पर काबुल कंधार से कुछ सौ घुड़सवार मुग़ल आये और भारत के इन सिंह और प्रतापों की मूंछे उखाड़ कर ले गए ...कुछ इनके जीजा बन गए ...देश गुलाम बन गया ...जबावदेही किसकी थी ? ब्राम्हण ज्ञान देने में असफल रहा और क्षत्रीय रक्षा करने में ... अब चाटो अपनी महान संस्कृति का च्यावंनप्राश ...यह आधुनिक भारत की तश्वीर ...यह विश्वविद्यालयों की इमारतें ...यह देश की रक्तसिराओं सी सड़कों का जाल ...यह रेलवे ...यह स्टेशन ...यह विधानसभाओं की ,संसद की इमारतें ...यह राष्ट्रपति भवन ...यह अदालतें ...यह अदालतों की इमारतें ...क्षत्रीय राजाओं ने नहीं या तो मुगलों ने बनवाई हैं या अंग्रेजों ने ...महत्व- मरीचिका से उबरो वर्तमान में राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका तलाशो वरना पांडित्य और पराक्रम की चर्चा करता भारत "प्रताप" पर संताप करता फिर से गुलामी की और बढ़ रहा है ."

 "भारतीय राजनीति के चमगादड़ों की बस्ती सूर्य ही नहीं प्रकाश के अन्य श्रोतों के विरुद्ध भी लामबंद हो चुकी है और परिणाम स्वरुप अँधेरा है जो किसी भी चोर के लिए अनुकूल वातावरण है, इसी लिए भारतीय राजनीती में चोरों के गिरोह सक्रीय हैं. जन नेता हासीये पर चले गए हैं. चन्द्र शेखर मुश्किल से साढ़े चार माह ही प्रधान मंत्री रह पाए. अटल बिहारी बाजपेयी भी समुचित अवसर नहीं पा पाए किन्तु अपनी दम पर कहीं से सभासद भी न हो सकने के काबिल मन मोहन सिंह अक्षुण्य पूरे दस साल प्रधानमंत्री रहे और फिर देवगोडा की ही तरह जनस्मृति में गुजर गए . दस बार के सांसद सोमनाथ चटर्जी कहाँ हैं ? संगमा कहाँ लुप्त हो गए ? बिहार की राजनीति में देवेन्द्र प्रसाद यादव आज कहाँ हैं ? भाजपा में नितिन गडकारी, किरीट सोमिया जैसे आढतीयेनुमा नेता चुनावपूर्व राष्ट्रीय चेहरा रहे हैं हैं या फिर चुनाव हारने के वाबजूद अरुण जेटली और स्मृति ईरानी की टूटी बोल्राही है ...कहाँ गुम हो गए गोविन्दाचार्य ? भाजपा का एक मात्र राष्ट्रव्यापी विश्वसनीयता रखने वाला नेता नरेंद्र मोदी निश्चित ही कई दशकों के बाद जननायक के रूप में उभरा है . वाम पंथी पार्टियों का हाल भी बेहाल है. एबी वर्धन दशकों से विधायक ही नहीं हो पा रहे सो सीपीआई के राष्ट्रीय नेता हैं. दूसरे बड़े नेता हैं अतुल अनजान जो वास्तव में संसद तो दूर विधान सभा भी दूर सभासदी से भी अनजान हैं वह राष्ट्रीय राजनीती पर अपनी पार्टी का मार्ग निर्देशन कर रहे हैं सो सीपीआई का हाल जग जाहिर है. सीपीएम के नेता है प्रकाश कारंत उनकी वायु सुन्दरी एयर होस्टेस बीबी वृंदा कारंत और सीता राम येचुरी...इन कारंतों और येचुरी पर कहाँ कितना वोट है सभी जानते हैं ...इनकी औकात भी नहीं है कि कहीं से लोकसभा का चुनाव भी लड़लें सो राज्यसभा में घुस कर राज्य कर रहे हैं यह है इनके जनवाद का अवसरवादी सच. जन नेताओं के प्रभाव को नकार कर चमचों को राजनीतिक दलों ने अपना नेता बना लिया है परिणाम राजनीति पराक्रम की नहीं परिक्रमा की चीज हो गयी है...राजनीती व्यवस्था परिवर्तन का उपकरण न होकर व्यवसाय परिवर्तन का उपक्रम हो चुकी है...राजनीति संघर्ष का आगाज नहीं करती अब राजनीति आरामगाह बन चुकी है. राजनीति का कोर्पोरेट केरेक्टर हो चुका है परिणाम सामने है देखें --राजनीतिक दल कहाँ हैं दुकाने हैं ...फार्म हैं और उस पर आढतीयेनुमा नेता दुकानदारी कर रहें हैं. पार्टियों पर गौर करें --कोंग्रेस कहाँ है ? वहां तो सोनियां एंड सन प्राइवेट लिमिटेड है. समाज वादी पार्टी के एक महान नेता और समाजवाद के फुटकर विक्रेता अमर सिंह नहीं रहे तो क्या हुआ फिर से दूकान खुल गयी है आ ही जायेंगे आखिर देह से ले कर देश तक बड़ी मुस्तैदी से बेचते हैं. समाजवादी पार्टी के नाम पर दो फार्म चल रही हैं ---मुलायम सिंह एंड सोंस प्राइवेट लिमिटेड तथा मुल्यां सिंह एंड ब्रदर्स प्राइवेट लिमिटेड. जय ललिता, करुणानिधी, ममता बनर्जी, चौटाला, अजीत सिंह, शरद पवार, बाल ठाकरे, राज ठाकरे, लालू , पासवान, चन्द्र बाबू नायडू, नवीन पटनायक, फारुख अब्दुल्ला और उनके लल्ला सभी की अपनी-अपनी प्रोप्राइटरशिप फार्म हैं. अब बताईये राजनीति कहाँ हो रही है दूकान लगीं हैं और देश बिक रहा है." -

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  आतंकित होने की जरूरत नही है दुनिया को . झेलना तो पड रहा है लेकिन इस्लाम की ब्याख्या करने वाले ऐसे ऐसे महापुरुष है की उन्हे दुश्मनो की जरूरत नही होगी बल्कि आपस मे ही शिया , सुन्नी , अहमदिया , देवबंदी , बारलवी आदि आदि कुल 72 फिरके हैं जो एक दूसरे को खत्म करने पर आमादा है . बस दुनिया को सब्र रखने और तमाशा देखने और जरूरत पड़े तो अमेरिका की तरह कभी कभी आग मे पेतोर्ल डालने की आवस्यकता है.--इन लोगो का जल्दी खात्मा नही किया गया तो दुनिया के लिए बड़ा खतरा बन जायेगे, इन लोगो के पोषक भी उतने ही जिम्मेदार है जितने यह लोग!! इनमे राशिया, उक्रेन, तालिबान और अफ्रीका के लोग भी शामिल है, इनके साथ वही बर्ताव होना चाहिए जो आज यह दुनिया के साथ कर रहे है!! इससे इस्लाम को ही बदनाम कर रहे है!! ै!! लगता है अब दुनिया मे तीसरे विश्व युद्ध का समय आ गया है, यह जो इराक मे कतलोगारत मची है उन्हे हथियार दे रहा है रूस, पहले इन लोगो ने सीरिया मे यही किया अब इराक मे भी वही कर रहे है, दुनिया की कोई तो ताकत इनके पीछे खड़ी होगी जो इतने हौसले के साथ कत्ल कर रहे है, संयूक्र राष्ट्र संघ सोया हुआ है, अमेरिका इतनी जल्दी हाथ नही डालेगा जब तक उसके फायदे का सौदा ना हो!! 


 

 

मुंडे-महाजन परिवार, हुआ हादसों का शिकार















 
मुंबई,  करीब एक दशक पहले तक महाराष्ट्र के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक सुर्खियों में रहनेवाले महाजन-मुंडे परिवार के एक के बाद एक हादसों का शिकार होना पड़ा।
1980 में मुंबई में ही भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ था। उसके बाद भाजपा में पश्चिमी भारत से जो दो तेजतर्रार चेहरे उभरे उनमें एक थे महाराष्ट्र से प्रमोद महाजन एवं दूसरे गुजरात से नरेंद्र मोदी। बल्कि उस दौरान भाजपा की केंद्रीय राजनीति में महाजन की पकड़ मोदी से ज्यादा ही मानी जाती थी। छात्र जीवन से ही सामाजिक आंदोलनों में सक्रिय रहनेवाले प्रमोद महाजन एवं गोपीनाथ मुंडे आयु में भी लगभग समान थे। दोनों का जन्म आजादी के दो वर्ष बाद 1949 में हुआ था। अपनी युवावस्था में मुंडे-महाजन 1977 में और करीब आए, जब दोनों को आपातकाल के दौरान एक साथ नासिक जेल में बंद किया गया था। दोनों की दोस्ती तब रिश्तेदारी में बदल गई, जब ब्राह्मण होने के बावजूद महाजन ने अपनी बहन प्रज्ञा का विवाह पिछड़े वर्ग से आनेवाले गोपीनाथ मुंडे से कर दिया।
चूंकि महाराष्ट्र की राजनीति में ब्राह्मणों के उभरने की गुंजाइश कम रही है, इसलिए महाजन ने पिछड़े वर्ग के मुंडे को राज्य की राजनीति में सक्रिय किया और स्वयं भाजपा की केंद्रीय राजनीति में रम गए। उनके इस निर्णय से दोनों अपने-अपने क्षेत्र में प्रभाव जमाने में सफल हुए। महाजन ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में अपनीपहचान पुख्ता की तो मुंडे ने 1980 से 2009 तक पांच बार विधायक रहते हुए राज्य की राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत की। 1991 से 1995 तक वह महाराष्ट्र विधानसभा में विरोधीदल के नेता रहे। फिर 1995 में बनी शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार में वह राज्य के उपमुख्यमंत्री रहे। 2009 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीतने के बावजूद उनकी वरिष्ठता को देखते हुए ही उन्हें लोकसभा में पार्टी के उपनेता और हाल के लोकसभा चुनाव में पुन: जीतने पर उन्हें ग्रामीण विकास मंत्री की जिम्मेदारी दी गई। महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से से वह मुख्यमंत्री पद के भी सशक्त दावेदार थे।
लेकिन मुंडे-महाजन परिवार ने 1975 से 2005 के बीच जैसा उत्थान देखा, पिछले एक दशक में उसके पतन की कहानी भी बड़ी दर्दनाक रही है। 2005 में मुंबई में ही भारतीय जनता पार्टी की रजत जयंती मनाने के कुछ महीनों बाद ही प्रमोद महाजन को उनके सगे छोटे भाई प्रवीण महाजन ने 22 अप्रैल, 2006 की सुबह उनके घर जाकर गोली मार दी। 13 दिन तक उन्हें मुंबई के हिंदूजा अस्पताल में बचाने की कोशिश की गई लेकिन तीन मई, 2006 को उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। महाजन के निधन को ज्यादा दिन नहीं हुए थे कि उनके पुत्र राहुल महाजन एवं महाजन के सचिव रहे विवेक मैत्रा नशे का शिकार हो गए। राहुल को तो किसी तरह बचा लिया गया, लेकिन मैद्दा की जान चली गई। महाजन को गोली मारनेवाले उनके छोटे भाई प्रवीण को 2007 में मुंबई की एक अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। लेकिन तीन साल जेल में रहने के बाद 2010 में प्रवीण की भी ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई। प्रमोद, प्रवीण, विवेक मोइत्रा और अब मुंडे सबका निधन 3 तारीख को हुआ।
इधर मुंडे का परिवार भी एक नहीं रह सका। 2009 में स्वयं लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उन्होंने अपनी विधानसभा सीट से अपनी बड़ी बेटी पंकजा को चुनाव लड़वाया। जबकि उसी सीट से मुंडे के भतीजे धनंजय चुनाव लड़ना चाहते थे। हालांकि मुंडे ने उन्हें विधान परिषद में भेजकर संतुष्ट करने का प्रयास किया, लेकिन उनकी नाराजगी दूर नहीं हुई। वह अपने पिता पंडितराव मुंडे के साथ शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में चले गए। करीब दो साल पहले महाराष्ट्र के दिग्गज कांग्रेसी नेता विलासराव देशमुख का निधन भी मुंडे के लिए बड़ा झटका था, क्योंकि अलग-अलग पार्टियों की राजनीति करने के बावजूद दोनों अच्छे मित्र थे। हालांकि हाल ही में प्रमोद महाजन की पुत्री पूनम लोकसभा चुनाव जीती हैं और मुंडे की पुत्री पंकजा भी विधायक हैं। लेकिन अब मुंडे की मौत से इन दोनों परिवारों को लगा झटका बर्दाश्त कर पाना दोनों परिवारों के लिए आसान नहीं होगा।
कई जाने-माने नेताओं की भी हादसों में जानें गई हैं..
माधव राव सिंधिया
30 सितंबर 2001: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के पास विमान दुर्घटना में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे माधव राव सिंधिया की मौत हो गई थी। विमान में सवार आठों लोग इस हादसे में मारे गए थे। उनके पिता ग्वालियर के अंतिम महाराज जिवाजी राव सिंधिया थे।
राजेश पायलट
11 जून 2000: सरकार में मंत्री रह चुके राजेश पायलट की मौत भी जयपुर के निकट सड़क दुर्घटना में हुई थी। राजेश पायलट इंडियन एयर फोर्स में पायलट भी रहे। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से उनकी खासी निकटता थी।
ज्ञानी जैल सिंह
25 दिसंबर 1994: भारत के सातवें राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह 29 नवंबर 1994 को सड़क दुर्घटना का शिकार हुए। यह दुर्घटना आनंदपुर साहिब जाते समय हुई। उसी वर्ष 25 दिसंबर 94 को हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया।
संजय गांधी
23 जून 1980: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के भाई संजय गांधी की हवाई दुर्घटना में मौत हो गई थी। उनका हवाई जहाज सफदरजंग एयरपोर्ट के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। पायलट के तौर पर प्रशिक्षित संजय गांधी उस वक्त खुद जहाज उड़ा रहे थे।
साहिब सिंह वर्मा
30 जून 2007: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष और दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे साहिब सिंह वर्मा की जयपुर-दिल्ली हाइवे पर शाहजहांपुर में ट्रक से टकराने पर मौत हो गई थी।
वाईएसआर रेड्डी
02 सितंबर 2009 : आंध्र प्रदेश में कांग्रेस के कद्दावर नेता और राज्य के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी का कन्नूर की रुद्रकोंडा पहाड़ियों के पास हेलिकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था।
गंति मोहन चंद्र बालयोगी
3 मार्च 2002: पेशे से वकील और राजनीतिज्ञ गंति मोहन चंद्र बालयोगी आंध्रप्रदेश के कृष्णा जिले में हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए थे। 12वीं लोकसभा के स्पीकर गंति मोहन उस वक्त 50 वषर्ष के थे।
येरन नायडू
2 नवंबर, 2012 : पूर्व केंद्रीय मंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष के येरन नायडू की आंध्रप्रदेश के श्रीकाकुलम में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। उनकी कार को एक ऑयल टैंकर ने पीछे से टक्कर मार दी थी। वह विशाखापट्टनम में किसी विवाह समारोह से लौट रहे थे। गंभीर रूप से घायल नायडू को कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में भर्ती कराया गया, जहां दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई।
वी. राधाकृष्णन
26 अप्रैल 2010: राजनीतिज्ञ और 14वीं लोकसभा सदस्य वी. राधाकृष्णन की मॉर्निगवॉक के दौरान पीछे से आ रहे ट्रक की टक्कर से मौत हो गई थी। यह घटना 22 अप्रैल 2010 को हुई और 26 अप्रैल को अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।
शोभा नागी रेड्डी
24 अप्रैल 2014: आंध्रप्रदेश के कुरनूल जिले से लगभग 112 किमी दूर अलागडा से पूर्व विधायक शोभा नेगी रेड्डी की मौत भी सड़क दुर्घटना में हुई। 23 अप्रैल 2014 को देर रात उनकी एसयूवी पलट गई। वह 2014 के विधानसभा चुनाव का प्रचार करके लौट रही थीं। इस हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हुई और कुछ घंटों बाद उन्होंने हैदराबाद के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।






 चुनावी माहौल में युवाओं को साधने के लिए तेज हुए राजनीतिक दलों की रणनीति के बीच राजग के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी युवाओं के सबसे चहेते होकर उभरे हैं। दिल्ली में अलग-अलग कॉलेजों के लगभग सात हजार युवाओं का सम्मेलन कराने जा रहे संगठन सिटीजन फार एकाउंटेबल गवर्नेस (सीएजी) की साइट पर 84 फीसद से ज्यादा लोगों ने मोदी के लिए वोट दिया है। दो अक्टूबर को दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में एक तरफ जहां देश के 200 कॉलेजों से चुने हुए सात हजार छात्र मौजूद होंगे। वहीं मंच पर मोदी, चंद्रबाबू नायडू, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी, राम जेठमलानी समेत विभिन्न क्षेत्रों व दलों के कई प्रमुख चेहरे होंगे। होस्ट शेखर सुमन और मंदिरा बेदी होंगी। सम्मेलन में यूं तो शिक्षा, सुरक्षा, विकास जैसे कई मुद्दों पर चर्चा होगी, लेकिन इससे इन्कार नहीं किया जा सकता है कि यह देश भर से इकट्ठा हुए युवाओं को साधने का मंच भी साबित होगा। सीएजी की साइट पर हुए सर्वे में फिलहाल मोदी ने बाजी मार ली है। 84 फीसद लोग मोदी को सुनना चाहते हैं,



 भाजपा द्वारा मोदी को अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद कारोबारियों का उत्साह एक बार फिर बढ़ा हुआ नजर आ रहा है। 13 सितंबर को यह घोषणा होने के अगले ही दिन, यानी 14 सितंबर को बॉम्बे बुलियन एसोसिएशन [बीबीए] की नवनिर्मित इमारत का उद्घाटन करने आए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के हाथों एसोसिएशन के अध्यक्ष ने एक ऐसे प्रतीक चिन्ह का अनावरण कराया, जिस पर लिखा था-मिशन 2014-272। इस समारोह में देश के शीर्ष स्वर्ण कारोबारियों की संस्था ने न सिर्फ भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की, बल्कि दो दिन बाद ही बीबीए के अध्यक्ष कुछ कारोबारियों के साथ भाजपा में शामिल हो गए।



 देश में परिवारशाही अब लोकशाही को दबोचने पर उतारू है। अब देश की जनता को फैसला करना है कि यह देश संविधान के अनुसार चलेगा या शहजादे (राहुल गांधी) की इच्छाओं के अनुसार चलेगा। अब यह परिवारशाही न सिर्फ पीएम की पगड़ी उछाल रहे हैं, बल्कि संविधान का अपमान कर रहे हैं। यूपीए के साथी अब किसके साथ चलना चाहते हो। वह देश के संविधान के अनुसार चलेंगे या फिर शहजादे की इच्छा के अनुसार चलेंगे। सिर्फ और सिर्फ हम भारतवासी तय करेंगे कि यह देश संविधान से चलेगा या फिर शहजादे की इच्छा से चलेगा। 10 साल से देश यूपीए को झेल रहा है। इस देश को ड्रीम टीम चाहिए न कि डर्टी टीम। भारत अपनी आजादी के 75 वर्ष का महोत्सव कैसे मनाना चाहता है। यह देश की जनता को तय करना है।


 पकिस्तान का प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कि बेइज्जती करते हुए उसे देहाती औरत बता रहा था ,उनकी पगड़ी उछाल रहा था तो उस समय वो भारतीय पत्रकार बजाए इसका विरोध करने के बेशर्मी के साथ नवाज शरीफ के पास बैठकर हंस रही थी और मिठाइयाँ खा रही थी उस पत्रकार का नाम है बरखा दत्त जो कि ऍनडीटीवी चैंनल कि पत्रकार है
. नवाज शरीफ ने ये विवादित बयान पाकिस्तान के न्यूज चैनल जियो टीवी के न्यूज एंकर हामिद मीर को ऑफ द रिकॉर्ड दिया. मनमोहन सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की धरती पर आतंकवाद को पनाह मिल रही है और इस विषय पर उनकी चर्चा अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से भी हुई. इसी पर चर्चा करते हुए शरीफ ने मीर से कहा, 'मनमोहन सिंह 'देहाती औरत' की तरह इस मुद्दे को उठा रहे हैं.' मीर ने बताया इस ब्रीफिंग के दौरान भारत की एक महिला पत्रकार भी वहां मौजूद थी. नवाज शरीफ ने ये बयान इस संदर्भ में दिया था कि जिस तरह से देहाती औरतें आपस का झगड़ा लेकर हमेशा तीसरे के पास पहुंच जाती हैं, वैसे ही मनमोहन भारत- पाकिस्तान का झगड़ा लेकर अमेरिका के पास पहुंच जाते हैं.।।।
जिन को रोती भारत माँ से, शायद बिल्कुल प्यार नही, जिन के सपनो मे भारत का, करगिल पर अधिकार नही, जो कहते हैं भगत सिंह का उन पर कोई उपकार नही, ऐसे लोग ही अब बोलेंगे, उनको मोदी स्वीकार नही.... जिस ने उत्तराखंड की लाशों से, गहने पर्स चुराए थे, जिन ने दुर्गा जैसी नारी पर सौ इल्ज़ाम लगाए थे, जो खुद बोले श्री राम सेतु का है कोई आधार नही, ऐसे लोग ही अब बोलेंगे, उनको मोदी स्वीकार नही.. जिस ने चंद्रशेखर की अर्थी पर, आँसू ना टपकाए थे, जिस ने गोरी मह्मूद ग़ज़नवी बाहर से बुलवाए थे, जिन के मुह पर लादेन "जी" है, दुनिया का गद्दार नही, ऐसे लोग ही अब बोलेंगे, उनको मोदी स्वीकार नही... जिन को भारत माँ का आँचल फटा हुआ ना दिखता है, जिन के राज मे फ़ौजी का सिर कुछ पैसों मे बिकता है, जो कहते हैं कश्मीरी हिंदू को, जीने का अधिकार नही, ऐसे लोग ही अब बोलेंगे, उनको मोदी स्वीकार नही..












 क तरफ है बात स्वाभिमान की और दूसरी तरफ वोट बैंक की राजनीती उत्तरप्रदेश में जिस तरह से परिक्रमा यात्रा पर रोक लगी है उससे यह तो सपष्ट है की मुस्लिम नेताओ के दबाव और अपना वोट बैंक बचाने की खातिर सरकार किस हद तक जा चुकी है | जो सरकार 200 श्रधालुओं को शांतिपूर्ण तरीके से यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था मुहैया नहीं करा सकती है वो सरकार प्रदेश में शासन कैसे चला पायेगी ये एक बड़ा सवाल है | लेकिन यहाँ तो बात वोट बैंक की है, इसलिए बात सुरक्षा या यात्रा के सुचारू रूप से चलने की नहीं है | यात्रा होने ही नहीं देनी है, सरकार तो इसके लिए अडी हुई है | क्योंकि यात्रा हुई तो आम जनता में राम मंदिर के लिए अलख जागेगी और इस कारण उनकी राजनीती तो चौपट हो जाएगी | वोटो का धुर्वीकरण हो जायेगा और वो राजनीती की रोटियां नहीं सेक पाएंगे | अब हम अपने ही देश में पराये हो गए है ,शर्म आनिचाहिये हिन्दुओ को जो अपने ही राम के घर नहीं जा सकते। अब वक्त आ गया मेरे हिन्दु भाइयो ,हमारे संत ८४ कोसी परिकर्मा को कर के रहेंगे।

Gold: 6147
बलात्कार किसी भी औरत के खिलाफ किया गया सबसे बडा और घिनौना अपराध है। बलात्कार की शिकार औरत फिर जिंदगी भर इस सदमें से उबर नहीं पाती। किसी भी औरत के लिए उसकी अस्मिता सबसे ज्यादा अनमोल होती है। औरत के लिए सबसे ज्यादा सुरक्षित जगह उसकी अपनी माँ का प्यार भरा आँचल ही होता है। जब तक वो घर के अंदर फैली माँ की ममता की छाँव में रहती है तब तक वो सबसे ज्यादा सुरक्षित है लेकिन जैसे ही वो इस प्यार भरे आँचल से बाहर निकलती है, वासना में भरी क्रूर आँखें उसका पीछा करने लगती हैं और मौका मिलते ही अपनी हवस का शिकार बना लेते हैं। शायद इसीलिए परमेश्वर (अल्लाह) ने कुरान में इसकी सजा इतनी सख्त रखी कि दूसरे देखने वाले लोग इस बुरे काम से बचें। ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए।
 चलो अब जरा आपको सुन्नी समुदाय द्वारा दुनिया भर में 2012 का आंकड़ा बता दूँ, कि इस समुदाय ने कहाँ- कहाँ पर शांति और भाईचारे का सन्देश दिया.. बीते वर्ष में अमन पसंद इस्लामिक मुल्क के अमन पसंद नागरिकों का आपस में लड़ कर मरने का आंकड़ा :- पाकिस्तान :- 19711. अफगानिस्तान :- 36799. सीरिया :- 2 लाख से अधिक. मिस्त्र :- 4566. लीबिया :- 19000 से अधिक. ईरान :- 1987. ईराक :- 4567. इंडोनेशिया :- 1734 (2069 गैर मुस्लिम भी) उज्ज्बेकिस्तान :- 1103. फलिस्तीन :- 13000 से अधिक. मलेशिया :- 2200 से अधिक. 1000 से कम मौत वाले मुल्कों का नाम बदनामी के डर से गोपनीय रखा गया है, आप समझ सकते हैं क्यों ? और सबसे खास बात कि इन देशों में हिन्दू, RSS या बीजेपी का नाम तक मौजूद नहीं है, जिसको ये लोग भारत में अपने 'सत्कर्मों' को छुपाने के लिए हमेशा सारा दोष इन पर डाल देते हैं..

 जब तक संसद व विधान सभाओं में क्रिमिनल रेकॉर्ड वाले लोग आते रहेगें यकीन कीजिये ये घटनाएं नही रुकेगीं. इसीलिये गलत लोगों को ना चुने. समाज के रखवाले ही कानून को बंधक बनाते हैं और जो ये रेपिस्ट हैं ये उन्ही के गुर्गे होते हैं. माफ कीजियेगा ईमानदार लोग जब तक साथ नही आयेगें हालत सुधारने वाले नही. आज ये घटना किसी और के साथ तो कल अपने लोगों के साथ भी हो सकती है. इसलिये सामाजिक संगठन बनाकर ही इन लोगों से निपटा जा सकता है. तो मुहिम छेद दीजिये और ऐसे अपराधी लोगों के खिलाफ चुप मत बैठिये मिलकर आगे बड़े तभी इन सब से छुटकारा मिल पायेगा.








अफगानिस्तान में बाढ़ से 21 लोगों की मौत

 काबुल।। काबुल के बाहरी इलाके में भारी बारिश और ओला गिरने से आई बाढ़ में 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। बाढ़ से कई मकानों और फसलों को भी नुकसान पहुंचा है
 कोलंबो. भारत में जहां जम्‍मू-कश्‍मीर हिंसा की आग में जल रहा है और इसे शांत करने के लिए सेना बुलानी पड़ी है, वहीं श्रीलंका भी हिंसा की चपेट में आ गया है। म्यांमार में मुस्लिम और बौद्ध समुदाय के लोगों के बीच जारी टकराव ने श्रीलंका को भी अपनी चपेट में ले लिया है। राजधानी कोलंबो में शनिवार रात बौद्ध भिक्षुओं के नेतृत्व में भीड़ ने एक मस्जिद पर हमला बोल दिया। हमलावर बौद्धों का आरोप है कि मस्जिद अवैध रूप से बनाई गई है। इस घटना के बाद से राजधानी में माहौल तनावपूर्ण है


धमाकों से दहला इराक, 64 मरे



बगदाद ॥ एजेंसियां : इराक में ईद के बाद हुए कई बम धमाकों और गोलीबारी में 64 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 200 के करीब लोग घायल हो गए। ये कार बम धमाके राजधानी बगदाद और आसपास के इलाकों में किए गए।




हाफिज सईद ने दी दिल्ली को दहलाने की धमकी


नई दिल्ली।। मुंबई अटैक के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद ने दिल्ली को दहलाने की धमकी दी है। सईद ने कराची में एक रैली में भारत के खिलाफ आग उगलते हुए सन् 2000 में लालकिले पर किए गए आतंकी हमले की तर्ज पर हमले की धमकी दी। सईद की इस धमकी के बाद दिल्ली में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

छ में सरला चौकी पर हमले की असली साजिश कश्मीर में ही नहीं, काबुल में भी रची जा रही है और निशाने पर हिंदुस्तान है। साजिश की सूत्रधार है नवाज शरीफ की सत्ता में भारत के खिलाफ नए सिरे से छुपी जंग छेड़ने वाली पाकिस्तानी फौज और खुफिया एजेंसी आईएसआई। दोनों मानते हैं कि अफगानिस्तान में 2014 के बाद अमेरिकी फौज हट गई तो वहां कठपुतली सरकार बनवाई जा सकती है, लेकिन इसमें भारत की मौजूदगी रोड़ा है। इसका नतीजा है कि एक तरफ काबुल में भारतीय ठिकाने निशाने पर हैं, दूसरी तरफ कश्मीर में आतंक की आग भड़काने की कोशिश हो रही है। सवाल ये है कि क्या यही है नवाज का K-2 प्लान? एक तरफ 3 अगस्त को जलालाबाद, अफगानिस्तान में इंडियन कांसुलेट पर हमला, दूसरी तरफ पुंछ में हमले की जगह। अलग-अलग मुल्कों में दो हमले लेकिन साजिश एक। अफगानिस्तान के जलालाबाद में भारतीय वाणिज्यिक दूतावास पर आत्मघाती हमला हुआ। पुंछ में भारतीय फौजियों पर पाकिस्तान की तरफ से हमला किया गया। जिसमें 5 भारतीय सैनिक शहीद हो गए।

...... भारत के खिलाफ पाकिस्तान की सबसे नई साजिश के दो मकसद हैं। पहला-अमेरिकी अगुवाई वाली पश्चिमी फौजों की अगले साल हो रही विदाई के बाद काबुल से भारत को बेदखल करना ताकि अफगानिस्तान में वो एक बार फिर कठपुतली सरकार बनवा सके। दूसरा-कश्मीर को दोबारा आतंक की भट्टी में झोंकना ताकि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को बाधित किया जा सके। कश्मीर को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर दोबारा बड़ा मुद्दा बनाया जा सके। अफगानिस्तान से लेकर कश्मीर तक भारत को निशाना बनाने की पाकिस्तान की नापाक साजिश में सबसे बड़ा हथियार हाफिज सईद है। लश्कर-ए-तैयबा का सरगना-भारत का मोस्ट वांटेड है। हाल ही में एक भारतीय पत्रिका को दिए इंटरव्यू में सईद ने धमकी दी कि अफगानिस्तान से अमेरीकी फौज के हटने के बाद कश्मीर में सशस्त्र जिहाद शुरू किया जाएगा। सईद की धमकी को हल्के में नहीं लिया जा सकता, क्योंकि उसीकी निगरानी में लश्कर-ए-तैयबा ने मुंबई पर 26-11 का हमला किया था। कश्मीर से लेकर मुंबई तक कई बम धमाके के पीछे .......3

......3...... भी हाफिज ही है। अब, पाकिस्तानी फौज और आईएसआई की सरपरस्ती में अफगानिस्तान में मौजूद भारतीय ठिकाने भी उसके निशाने पर आ चुके हैं। 3 अगस्त 2013 को अफगानिस्तान के जलालाबाद में भारतीय वाणिज्यिक दूतावास पर हुआ आत्मघाती हमला लश्कर की ही साजिश थी। हमले में एक दर्जन से ज्यादा लोग मारे गए थे। अफगानिस्तान में भारत विरोधी आतंकी गुट लश्कर की मौजूदगी पर अमेरिका ने भी मुहर लगा दी है। खबरों के मुताबिक अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने अफगानिस्तान के नूरिस्तान और कुनार प्रांत में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों की मौजूदगी पर मुहर लगा दी है। शक है कि लश्कर आतंकी वहां भारतीय हितों को निशाना बनाने की ताक में हैं। पाकिस्तान अफगानिस्तान से सटे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में भर्ती किए गए आतंकियों को कश्मीर घाटी में घुसपैठ करा रहा है। माना जा रहा है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों के हटने के बाद तालिबान लड़ाकों को भी कश्मीर में घुसाने की साजिश तैयार है। यानी भारत को एक तरफ अफगानिस्तान में अपने ........4....
........ हितों की रक्षा करनी है, दूसरी तरफ कश्मीर को आतंक से बचाना है। काबुल से कश्मीर तक रची जा रही पाकिस्तान की साजिश का मकसद साफ है। वो अपनी पश्चिमी और पूर्वी सीमा रेखा के दोनों तरफ आतंकियों की घुसपैठ कराना चाहता है। पाकिस्तानी फौज एक बार फिर 1980 जैसे हालात बनाने का सपना देख रही है जब अफगानिस्तान में उसकी कठपुतली सरकार थी और कश्मीर आतंक की आग में जल रहा था।!!!!!

आम आदमी पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल ने सेक्युलरिजम के चक्कर में देशद्रोही राजनीति शुरू कर दी है ! केजरीवाल ने मुसलमानों कों एक खुला पत्र लिखा है जिसमे उन्होंने ऐलान किया है की “अगर हमारी आम आदमी पार्टी दिल्ली में सत्ता में आती है तो आतंकवाद के आरोप में जेलों में बंद सभी मुसलमानों कों जेल से रिहा किया जाएगा । मुसलमानों कों जेल भेजने वाले पुलिस के खिलाफ कड़ी कारवाई होगी । सभी स्कूलों में उर्दू भाषा सख्ती से लागू होंगी और साम्प्रदायिक हिंदुओ कों जड़ से उखाड फेका जायेगा ।”
जानकारी के मुताबिक, हाफिज सईद ने कराची में एक रैली में यह जहरीला भाषण दिया। उसने कहा कि जिहाद को सिर्फ दूसरे मुल्कों तक सीमित न रखकर भारत में भी जोर-शोर से फैलाना चाहिए। उसने कहा कि जैसे हालात हैं, उनमें दिल्ली में सन् 2000 जैसा हमला करना बेहद जरूरी है। इस हमले को कोई रोक नहीं सकता है। उसने अपने भाषण में अमेरिका के खिलाफ भी आग उगली। सईद ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान को लेकर संवेदनहीन रहा है। हाफिज सईद ने शुक्रवार सुबह लाहौर के गद्दाफी स्टेडियाम में ईद की नमाज अदा की। उसकी रैली का जमात-उद-दावा पिछले कुछ दिनों से काफी प्रचार कर रहा था और पूरे शहर में उसके पोस्टर लगाए गए थे। गौरतलब है कि हाफिज सईद मुंबई पर आतंकी हमले का मास्टमाइंड है। भारत पाकिस्तान से हाफिज सईद पर कार्रवाई की मांग करता रहा है, लेकिन पाक सबूत की कमी बताकर इसे हमेशा टरकाता रहा है। अमेरिका ने भी सईद पर करीब 50 करोड़ रुपये (एक करोड़ अमेरिकी डॉलर) के इनाम की घोषणा की हुई है।

भारत विरोधी नारों और पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगा रहे कश्मीरी बंधुओ पर जब कुछ हिन्दुओ ने आपत्ति की तो किश्तवाड़ के चोगन में भडकी हिंसा, जिसके बाद शांति का प्रदर्शन करते हुए 3 दर्जन से अधिक हिन्दुओ की दुकानों में आगजनी व् तोड़फोड़ की गयी, कश्मीर के अखबारों ने इसमें हिन्दुओ की गलती निकाली है की ईद के बाद हिन्दुओ ने पत्थरबाजी की, पहल कौन करता है ये सब जानते है मियों, इसलिए अपनी औकाद में रहो, तुम इस देश में सिर्फ एक विदेशी थे, पर इस देश के भांड हिन्दुओ के कारण हमारी नपुंसकता और तुम्हारी गीदड़भभकिया बढती रही, अब पानी सर से ऊपर जा रहा है, कश्मीर में हिन्दुओ मिटाओ अभियान के बाद अब धीरे धीरे ये आग जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्रो में फ़ैल रही है ऐसा लगने लगा है की जम्मू के आंतरिक भागो में हिन्दुओ को भगाने से पहले सीमावर्ती भागो को हिन्दू विहीन करने का प्लान है, और इसे पूर्ण करने में कश्मीर के मुसलमान पुरजोर तरीके से लगे हुए है,

जानकारी के मुताबिक, हाफिज सईद ने कराची में एक रैली में यह जहरीला भाषण दिया। उसने कहा कि जिहाद को सिर्फ दूसरे मुल्कों तक सीमित न रखकर भारत में भी जोर-शोर से फैलाना चाहिए। उसने कहा कि जैसे हालात हैं, उनमें दिल्ली में सन् 2000 जैसा हमला करना बेहद जरूरी है। इस हमले को कोई रोक नहीं सकता है। उसने अपने भाषण में अमेरिका के खिलाफ भी आग उगली। सईद ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान को लेकर संवेदनहीन रहा है। हाफिज सईद ने शुक्रवार सुबह लाहौर के गद्दाफी स्टेडियाम में ईद की नमाज अदा की। उसकी रैली का जमात-उद-दावा पिछले कुछ दिनों से काफी प्रचार कर रहा था और पूरे शहर में उसके पोस्टर लगाए गए थे। गौरतलब है कि हाफिज सईद मुंबई पर आतंकी हमले का मास्टमाइंड है। भारत पाकिस्तान से हाफिज सईद पर कार्रवाई की मांग करता रहा है, लेकिन पाक सबूत की कमी बताकर इसे हमेशा टरकाता रहा है। अमेरिका ने भी सईद पर करीब 50 करोड़ रुपये (एक करोड़ अमेरिकी डॉलर) के इनाम की घोषणा की हुई है।





साम्प्रदायिकता के  ज्वालामुखी पर बैठा भारत

सम्पूर्ण बिश्व  प्रक्षेपित ''म ''  अक्षर ३-१०और १३-- शक्तिध्रुओं के निशाने पर है  विशेष    समुदाय

२१ वीं शताब्दी तक  घटनाओं के केंद्र में  'म' प्रभावी  मन्दिर -मस्जिद  महाशक्ति  देश मुस्लिम राष्ट्र महाभ्रष्ट  मंत्री मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री    मुस्लिम आतंकी -माओबादी आतंकी  स्थान नगर मुद्दे विशेष    समुदाय  होंगे----  ''म'' प्रभावी सरकारों  के कार्यकाल  में  एसी  खौफनाक   घटनाऐ   होगी  की रूह  काप  उठेगी 3- १० ,१ २ , १ ३ ,१५ , १ ६ ,१ ७ ,२ १ 22,,२ ४  ,२ ५ ,26 और ३0 इन तारीखों में रखी  जाएगी  प्राक्रतिक  आपदाओ राजनीतिक   घटनाओ ध्वंस और निर्माण की    आधारशिला २००५ से २०१३ तक भविष्यवक्ता सागर तिवारी द्वारा की गई  की गई    भविष्वाणी  के  रह्श्य  को  समझा  गया  होता  तो मुलायम अखिलेश के कार्यकाल में   मथुरा ,मेरठ ,मुजप्फरनगर ,मुरादाबाद मऊ    सहारनपुर मंदिर मस्जिद  ,बिनाश का केंद्र न बनते|इसी प्रकार मनमोहन सरकार के शासन में टी बी  मीडिया ने देश की जनता को  अगाह किया होता तो 'म' से  मंदिर केदारनाथ धाम और म' से मंदिर बद्रीनाथ धाम पर मंदाग्नि के प्रहार से सुनामी जलप्रलय का कहर न टूटता ---- उत्तराखंड -खंड --खंड हो कर मलवे में तब्दील न होता और  मंदिर के दर्शन   करने  आये   हजारो  तीर्थ  यात्रिओं की अकाल  मौत  न होती |      

ब्रह्मर्षि सागर तिवारी के पास है उत्तराखंड की त्रासदी और उसके बाद होने घटनाओं की सम्पूर्ण जानकारी इस रहस्य को समझे वगैर मन्दिर में  कोई भी कार्य किया गया तो परा प्रक्रति कूफित होगी जिसके दुखपरिणाम एक बार फिर देश को भुगतने पड़ेगें


उतराखंड को भारी बिनाश से बचाने के उद्वेश्य से हम हरिद्वारऔर ऋषिकेश जाकर परमार्थ निकेतन में
की  प्रेसवार्ता । वहाँ के नेताओं और  धर्माचार्यों को किया था सचेत  । दैनिक जागरण और अमरउजाला ने
उसी दिन १ ८ अगस्त २ ० ० ५ को किया था प्रकाशन । २ ० १ १ से २ ० १ ३ तक नदियों  पहाड़ों समुन्द्र के
किनारे वाले देशों में भूकम्प सुनामी 
जलप्रलय   से  ऐसी तबाही होगी क़ि बिश्व कांप उठेगा   दुनियाका  जो  भी नेता
मंत्री मुख्यमंत्री   प्रधानमन्त्री भारत को लूटने धोखा देने का प्रयास करेगा तो ' म 'के प्रहार से मार्च
मई और १ ० के  प्रहार से १ ० वां माह अक्टूबर और तीन के प्रहार से १ २  वें माह   दिसम्बर  में म अक्षर ३ ,१ ० और १ ३ का ऐसा कहर टूटेगा क़ि १ ३ साल अपनी तबाही का मंजर देखेगा ।





नरेंद्र मोदी के नाम से लांच होगा स्मार्ट फोन । मित्रो इतिहास रचने वाला हे - चीन की गुजराती एसोसिएशन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित करने के लिए उनके नाम से एक स्मार्ट फोन लांच की तैयारी कर रही है। यह एसोसिएशन एक एंड्राइड स्मार्ट फोन बना रही है, जिसका नाम होगा स्मार्ट नमो। यह स्मार्ट एंड्राइड फोन 5 इंच गोरिल्ला ग्लास 2 के साथ मल्टी टच स्क्रीन होगा। यह स्मार्ट फोन लेटेस्ट एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलेगा। नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को देखते हुए उनके हस्ताक्षर किए हुए स्मार्ट फोन लाने की योजना है। इस एंड्राइड फोन में 1.5 गीगाहर्ट्ज MT6589 Turbo Chipset प्रोसेसर लगा हुआ होगा। इस एंड्राइड फोन में 13 मेगापिक्सल का कैमरा होगा और यह 16, 32 और 64 जीबी मेमोरी के वैरिएंट के साथ उपलब्ध होगा। इसकी कीमत का खुलासा अभी नहीं हुआ है। यह फोन अगले 2-3 महीनों में भारत में उपलब्ध होगा। नरेंद्र मोदी के सम्मान में इस फोन को बिना प्रॉफिट के सिर्फ लागत पर बेचने की योजना है। ........2.


जम्मू के पुंछ में सीमा पर पाकिस्तान की ओर से लगातार फायरिंग हो रही है। ये फायरिंग आज सुबह से चल रही है।- लेकिन कांग्रेस सरकार सो रही है क्या बात है भाई माननीय प्रधानमंत्री जी और सोनिया जी क्या जवानों के सर फिर से कटवाने का इरादा है क्या आपका ???

एक बार मैं घूमने को गोवा गया था... तो, शौकिया तौर पर मैं वहां के एक प्रसिद्द चर्च "सेंट जेवियर" चर्च भी चला गया था..! वहां एक ईसाई ... जो कि.. वेश-भूषा से कोई फादर टाईप ही लग रहा था..... ने, मेरे हाथों में कलावा (मौली धागा) देख कर समझ गया कि... मैं एक हिन्दू हूँ.....! इसीलिए.... उसने मुझे भी ईसाई बनाने और शीशे में उतारने के लिए मुझे कहा कि..... देखो बेटे .... बुरा मत मानना..... लेकिन दरअसल ........ सच पूछो तो... हिन्दू धर्म और इस्कॉन पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाना चाहिए .... क्योंकि... यह श्रीकृष्ण को महिमा मंडित करते है.... जबकि श्रीकृष्ण ने 16108 विवाह किया था.......... जिससे सिद्ध होता है कि श्रीकृष्ण एक चरित्रहीन व्यक्ति थे...! इसीलिए... यीशु ही तुम्हे सही राह दिखा सकते हैं...! उसकी... बातें सुनते ही मेरे तन-बदन मेंआग लग गयी और मन ही मन में मैंने उनकी घर की दो-चार महिलाओं से अपना निजी रिश्ता स्थापित कर लिया .... परन्तु .. ऊपरी तौर पर... मैंने उसे बहुतही शांतचित्त से बोला ......2......


2..... देखिये पादरी जी.... मैं आपको अपना फादर तो बोल नहीं सकता... क्योंकि.... मैं कोई सेकुलर नहीं बल्कि हिन्दू हूँ, और...हिन्दुओं का एक ही बाप होता है..... आप ईसाईयों की तरह हर चर्च में हमारे बाप यानि कि फादर नहीं होते हैं...! और, जहाँ तक रह गयी बात भगवान कृष्ण की शादियाँ की....तो..., आप सिर्फ मुझे इतना बता दो कि.... आपके इस कथित रूप से पवित्र ईसाई धर्म में..... नन बनते समय लडकियाँ क्या शपथ लेती है...????? मेरे इतना कहते ही वो मेरा मुंह देखने लगा.. परन्तु कुछ नहीं बोला....! मैंने उससे दो तीन बार वही सवाल पूछे..परन्तु वो चुप रहा....! अंततः ... मैंने उससे कहा..... कोई बात नहीं पादरी जी ... मैं बता देता हूँ.... पूरे विश्व में नन बनते समय कुंवारी लडकियाँ यह शपथ लेती है कि "मै जीजस को अपना पति स्वीकार करती हूँ और उनके अलावा किसी अन्य पुरुष से शारीरिक सम्बन्ध नहीं बनाउंगी" . तो कृपया.. अब आप मुझे बताएँ कि.. आज से पहले कितने लाख ननों ने जीसस से विवाहकिया और भविष्य में .......3.......


 ..3...... में भी ना जाने कितने लोग विवाह करेंगे ..! तो............ आपकी बात को आप पर ही लागू करते हुए.... क्यों ना, सबसे पहले पूरे विश्व में ईसाईयों और ईसाई धर्म पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाये........... .????? उसके बाद वो पादरी मुझे कुछ नहीं बोलाऔर चुप-चाप सर झुका कर मेरे पास से चलागया... ! तो..... पूरी कहानी का सार यह है कि...... सिर्फ खुद के ही घर को जानना पर्याप्तनहीं होता है..... अडोस-पड़ोस की जानकारी भी रखा करें.... ताकि लोगों को मुंहतोड़ जबाब दिया जा सके...! नोट: यह लेख किसी को अपमानित करने या धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने केलिए नहीं... बल्कि हिन्दुओं में जाग्रति पैदा करने के उद्देश्य से लिखी गयी है..! जय माँ भारती








पिछले तीस सालों से बिश्व को जगा कर बिनाशलीला से आगाह कर रहे ब्रह्मर्षि सागर तिवारी ने की थी
२ ० ० ५ से २ ० १ ३ तक जापान रूस अमेरिका और उतराखंड में भरी तबाही की भविष्यबाणी | बर्ष और
माह भी  कर दिए मुकरर्र नेताओं और मीडिया की अनदेखी हजारों तीर्थ यात्रियों की मौत का कारण बनी |
















         उगों --उगों तक देश और दुनिया में जितन्रे भी  सृजन और बिनाश होंगे उन सभी के बर्ष और माह




















 जनवरी१ ९ ८ १ को सार्ष्टिचक्र में पाहली  बार परा प्रक्रति के आदेश पर प्रक्षेपित किये जा चुके हैं सृजन
उन्हीं सालों में होगा जो बर्ष सृजन के लिए प्रक्षेपित किये गये हैं तबाही उन्ही बर्षों में होगी जो बर्ष
उदों भूकम्पों तूफानों सुनामी जलप्रलय अन्य प्राक्रतिक आपदाओं के नाम हैं घटनाओं के हथियार' म 'अक्षर
३- १ ०  और १ ३ के महा प्रहार प्रक्षेपित हैं यही प्रहार अनन्तकाल  तक बिश्व के  सृजन और महापपियों  के
महाबिनाश   का कारण  बनेगें




  



 बड़ी अजीब बात है की प्रेग्नेन्सी के रुटीन चेक उप के लिये एक महिला किसी पुरुष डाक्टर के पास जा रही है क्योंकि कोई भी व्यक्ति इस बात पर यकीन नही करेगा की अहमदाबाद जैसे शहर मे महिला डाक्टरो की बहुत भारी कमी है या फिर हो सक ता हो कि ए महिला इतने :आधुनिक" विचार धारा की हो की वह ऐसे प्रेग्नेन्सी जैसे बहुत ही निजी जांच पड़ताल या ट्रीटमेंट के लिये किसी पुरुष डाक्टर से भी बड़ी सहजता के साथ अपनी शारीरिक जांच पड़ताल करवाने मे भी नही जिझकति
, इस घटना पर सहज विश्वास नही हो पा रहा है. कोई औरत अचानक बीमार हो जाये और महिला डॉक्टर ना मिल पाये तो समझ मे आता है परंतु प्रेग्नेन्सी मे ऐसा होना ..... औरो का पता नही, पर मुझे विश्वास नही हो रहा है.



 मोबाइल से जुडी कई ऐसी बातें जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती लेकिन मुसीबत के बक्त यह मददगार साबित होती है । इमरजेंसी नंबर -दुनिया भर में मोबाइल का इमरजेंसी नंबर 112 है । अगर आप मोबाइल की कवरेज एरिया से बाहर हैं तो 112 नंबर द्वारा आप उस क्षेत्र के नेटवर्क को सर्च कर लें . ख़ास बात यह हैकि यह नंबर तब भी काम करता है जब आपका कीपैड लौक हो ! जान अभी बाकी है-मोबाइल जब बैटरी लो दिखाए और उस दौरान जरूरी कॉल करनी हो , ऐसे में आप *3370# डायल करें , आपका मोबाइल फिर से चालू हो जायेगा और आपका सेलफोन बैटरी में 50 प्रतिशत का इजाफा दिखायेगा ! मोबाइल का यह रिजर्व दोबारा चार्ज हो जायेगा जब आप अगली बार मोबाइल को हमेशा की तरह चार्ज करेंगे ! मोबाइल चोरी होने पर-मोबाइल फोन चोरी होने की स्थिति में सबसे पहले जरूरत होती है , फोन को निष्क्रिय करने की ताकि चोर उसका दुरुपयोग न कर सके । अपनेफोन के सीरियल नंबर को चेक करने के लिए *#06# दबाएँ . इसे दबाते हीं आपकी स्क्रीन पर 15 डिजिट का कोड नंबर आयेगा . ......2......


 ........2...... इसे नोट कर लें और किसी सुरक्षित स्थान पर रखें . जब आपका फोन खो जाए उस दौरान अपने सर्विस प्रोवाइडर को ये कोड देंगे तो वह आपके हैण्ड सेट को ब्लोक कर देगा ! कार की चाभी खोने पर -अगर आपकी कार की रिमोट केलेस इंट्री है और गलती से आपकी चाभी कार में बंद रह गयी है और दूसरी चाभी घर पर है तो आपका मोबाइल काम आ सकता है ! घर में किसी व्यक्ति के मोबाइल फोन पर कॉल करें ! घर में बैठे व्यक्ति से कहें कि वह अपने मोबाइल को होल्ड रखकर कार की चाभी के पास ले जाएँ और चाभी के अनलॉक बटन को दबाये साथ ही आप अपने मोबाइल फोन को कार के दरवाजे केपास रखें , दरवाजा खुल जायेगा ! है न विचित्र किन्तु सत्य ?


प्यारे दोस्तो संकट के इस घड़ी मे भी कॉंग्रेश राजनित करने से बाज नही आ रही है कल राहत सामग्री के ट्रको को घंटी अपने मेडम सोनिया के लिया खड़ा करके फिर झंडा फहरके क्या संदेस देना चाहती है सोनिया की वो एहसान कर रही है .अगर वही ट्रक बिना सोनिया के इंतजार किये निकल गये होते तो शायद बहुत पहले राहत वहा पहुच गया होता .कल एबी पी न्यूज़ पर कॉंग्रेश की एक नेता कह रही थी की 80 हेलिकॉप्टर राहत मे लगाये गये है .मतलब झूठ बोलने की भी एक हद होती है .इस संकट को भी मजाक बना के रख दिया है .कॉंग्रेश वालो ने /



कांग्रेस पार्टी का यह कैसा आपदा प्रबंधन है? एक तरफ सोनिया गांधी उत्तराखंड का हवाई दौरा करती है. कांग्रेस के नेता प्रेस में बड़ी शान से यह बताते हैं कि उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन मैडम सोनिया गांधी की देखरेख में चल रहा है. लेकिन एक शर्मनाक खुलासा है कि सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाडरा की कंपनी जिंदा लोगों को बचाने के लिए दो लाख और लाशों को ले जाने के लिए एक एक लाख रुपये वसूल कर रही है. दरअसल, राबर्ड वाडरा की एक कंपनी है. इसका नाम है ब्लू ब्रीज ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड. यह कंपनी बद्रीनाथ-केदारनाथ में हवाई सेवाएं देता है. इस कंपनी का रजिस्ट्रेशन नंबर U52100DL2007PTC170055 है. इस कंपनी के दो डायरेक्टर्स हैं, एक तो राबर्ड वाडरा है और दूसरी इनकी मां मौरीन वाडरा है. 1नंवबर 2007 से लेकर 4 जनवरी 2015 तक राबर्ड वाड्रा इस कंपनी के डायरेक्टर बने रहेंगे. इस कंपनी का नाम पहली तब उजागर हुआ था जब राबर्ड वाड्रा के लैंड डील के बारे में डीएनए अखबार ने सनसनीखेज खुलासा किया था. राहुल नाम के ........2....

   ....2..... एक पत्रकार ने यह खुलासा किया है कि सोनिया गांधी के दामाद की यह कंपनी उत्तलराखंड में जिंदा लोगों को निकालने के लिए दो लाख रुपये और लाशों को निकालने के लिए एक लाख रुपये का चार्ज वहां फंसे लोगों से वसूल रही है. कई बेवसाइट पर ये खबर आ चुकी है लेकिन इस खबरों का कांग्रेस पार्टी ने न तो कोई खंडन किया है और न ही अब तक कोई प्रतिक्रिया आई है. क्या राबर्ट वाड्रा आपदा प्रबंधन के नाम पर व्यवसाय कर रहा है? क्या यह कंपनी उसकी नहीं है? क्या इस तरह के अमानवीय कंपनियों को भारत में आपरेट करने की अनुमति दी जा सकती है? देश के बड़े बड़े चैनलों के बड़े बड़े रिपोर्टर हवाई सफर कर इस आपदा को कवर कर रहे हैं क्या उनकी आंखों पर पट्टी बंधी है या फिर नाम गांधी या वाड्रा का नाम सुनकर ही इनके हाथ पांव ठंडे पड़ जाते हैं? मीडिया ने अब तक इस पर कोई तहकीकात क्यों नहीं की? सच क्यों नहीं बताया? या फिर यह मान लिया जाए कि देश के राजनीतिक परिवारों को देशवासियों की लाशों पर पैसे कमाने की आजादी है?

 आपदा पीडितो को राहत पहुचाने का दावा करने वाली नीच कांग्रेस कब तक झूठ बोलकर बच्चों के ढूध और निवालो पर राजनीति करती रहेगी ??? उत्तराखंड के परिवहन मंत्री सुरेन्द्र राकेश ने अपने मंत्री पद और दबंगई के चलते हेलीकाप्टर में रखी हुयी राहत सामग्री को जबरन उतरवाकर आपदा पीडितो को अपनी हवाई यात्रा का मुजाहिरा दिखाने चले गए ,, जहाँ एक तरफ पहले ही राहत सामग्री , सही हाथो में ना पहुँच पाने के कारण सड़ रही हैं , वही ऐसे में राज्य सरकार का एक अधिकारी यह कहता हैं कि इसे गंगा में फैंक दो !!! और दो इन नीचो के हाथ में सत्ता !!! कही अगर नीच भौंदू मुझे टकरा जाए , तो कसम माँ भारती की ,, इसकी थूथडी पकडकर इन मरी हुयी लाशो के पैरों में दे देकर मारू !!! फिर चाहे अंजाम कुछ भी हो !!! वन्देमातरम

 रकृतिक आपदा रोकना मनुष्य के हाथमे नही है लेकिन उससे निपटना तो मनुष्य के हाथ मे है. मेरा किसी पार्टी य राजनीति पर कोई आक्षेप नही है लेकिन मुझे तो सिर्फ यह कहना है कि उत्तराखंड के उपर ऐसा नौसिखिया मुख्यमंत्री थोपा गया जिसे न कभी प्रशाशणिक नालेज था और न पहाड़ के बारे मे कोई जान कारी . आज त्रासदी के नौ दिन बाद भी गुमशुद्धा लोगों की प्रशाशन ने शुद्ध ली और नही कोशिश की गयी. भगवान करे ऐसा ही सबक सोनिया और उसके थोपे गये सीएम बहुगुणा के साथ भी हो. जो कि इस भयानक त्राषदी पर भी वोटों की राजनीति कर रहें हैं. मेरा 20 साल का भाई पीएसी (आइआरबी) उस रात केदार नाथ मे तैनात था, जिसका अभी तक कहीं पता नही चल पाया . हम भूखे प्यासे उसकी एक झलक पाने य उसकी शुद्धि के लिये तरस रहे हैं. नौ दिन से न भूख है और न आखों मे नींद. मा-पिताजी का तो बहुत ही बुरा हाल है. भगवान उसकी रक्षा करे.

23/06/2013-  उत्तराखंड से 2 दिन में 15000 गुजरातियों को निकाल ले गए मोदी


 उत्तराखंड में बरपे कुदरत के कहर के बाद अपनी स्पेशल 'रेस्क्यू टीम' संग देहरादून पहुंचे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी 'रैंबो' स्टाइल में दो दिन में करीब 15 हजार गुजराती श्रद्धालुओं को वहां से ले गए। उत्तराखंड में इन दो दिनों में मोदी अपनी खास वर्किंग स्टाइल से कांग्रेस की विजय बहुगुणा सरकार और आपदा में लगे प्रदेश के अधिकारियों को चिढ़ा गए।--2--मोदीजी ने केंद्रा सरकार और उत्तराखंड सरकार की कांग्रेस सरकारो को यह सेम्पल दिखा के जाता दिया है की अगर सरकार लोगो बचाना चाहती है तो कैसे बचाया जा सकता है, सारे काम की कैसे प्लॅनिंग की जा सकती है| लगता है कांग्रेस का तो इन श्रद्धालु को बचने का कोई इरादा नही है, इस की जगह किसी मुस्लिम धर्मस्थल पे कोई हादसा हुआ होता तो सोनिया गाँधी अपने पूरे मंत्री मंडल के साथ पूरा हफ्ता वही बैठी रहती|-3--दिल्ली तक जो लाये गये वो सभी प्रान्तों के तीर्थ यात्री थे जो दिल्ली आना चाहते थे इसमें कोई भेदभाव नहीं किया गया. हाँ जो प्लेन से भेजे गये वो ज़रूर गुजराती थे. कल बब्बर कुछ बकवास कर रहा था. यू पी और महाराष्ट्र के सी एम ने केवल घोषणा की है सहायता राशि अभी नहीं दी है जो कुछ दिन बाद वो लोग भूल जायेंगे. लेकिन मोदी ने खुद वहां जाकर जो सहायता की है उसे भी मीडिया इस प्रकार प्रचारित कर रहा है जैसे उसने कोई गुनाह किया हो----4--न्यूज़ के अकॉरडिंग मोदी वहा जाकर खुद दैखना चाहते थे मगर उनका हेलिकॉप्टर वहा नही उतरने दिया गया नही तो मोदी वहा से वापस नही जाते और अपनी विवेक का इस्तमाल कर हजारो की जान बचकर मानवता के हिट मई कुछ और करते क्योकि उनकी रगो मई देश प्र्रेम का खून है मगर कांग्रेस नाम की कुटिया कुछ भी नही करने देती क्योकी कुछ अछा करने से इनको सत्ता से वहर होने का दर लगता है, मोदी को मौत का सोदागर कहते है असली मौत के सोदागर तो ए है जो लोगो को तिल तिल मार रहे है और अब जुटी शान दिखाकर और किसी की मदद ना लैकेर हजारो लोगो को मार रहे है, होमे मिनिस्टर जिसने कहा की आर ऐस ऐस आतक्वादी है तो वो क्यो चाहेगा की वो लोगो को पता चेले की वो देशभक्त है--5---मैं विदेश में रहता हूँ. अगर यहाँ दुर्भाग्य से कोई प्राकृतिक आपदा या युद्ध छिड़ जाये तो भारत सरकार पहले हिन्दुस्तानियों को निकालेगी या दुनिया भर के नागरिकों का ठेका लेगी? मोदी फिलहाल तो गुजरात के मुख्यमंत्री हैं, तो अपने प्रदेश के नागरिकों की ज़िम्मेदारी उनकी बनती है जिसे उन्होने बखूबी निभाया. जब देश की ज़िम्मेदारी उनपर आयेगी तो पूरे देश के नागरिकों की ज़िम्मेदारी बखूबी निभाएंगे.


यह है काम करने का तरीका और जज़्बा. नेता वह है जो अपनी सुविधा दरकिनार करे चार्टेर्ड प्लेन को सामान्य लोगों के लिए दे देना मोदी जैसे ही कर सकते हैं. मोदी से उत्तराखंड सरकार और केन्द्र सरकार को मदद लेनी चाहिए थी. यह आपदा प्रबंधन मोदी ही कर सकते हैं इस शानदार टीम के निर्माण के लिए मोदी की जितनी तारीफ की जाए कम है और उस टीम के सदायों की निष्ठा अदभुद है. विजय बहुगुणा बेशक खुद को हारा हुआ महसूस करें पर यदि मोदी कह रहे हैं कि पुनर्निर्माण में सहयोग देना चाहते हैं तो लेना चाहिए इसमें राजनीतिक हार या जीत का प्रश्न नहीं होना चाहिए. कॉंग्रेसी भले यह बोलें कि मोदी ने सिर्फ गुजरातियों को बचाया पर ऐसा संभव है क्या कि आपदा राहत में लगे लोग छांट कर गुजरातियों को बचा ले गए हों बाकियों को वहीं छोड़ दिया हो. शानदार लग रहा है सुनने में 80 कार 25 बस 4 बोयिंग और खुद का चार्टेर्ड प्लेन साथ ही दूसरे राज्य में जा कर मेडिकल टीम खड़ी करना वह भी उन परिस्थितियों में जिसकी कल्पना भी गुजरात में नहीं की जा सकती. साधुवाद








 आखिर नीच कांग्रेस की दोगली सरकार उत्तराखंड में मरने वालो की संख्या किसके इशारे पर कम करके बता रही है ??? आखिर इतनी बड़ी तबाही के बाद भी इस हादसे को राष्ट्रिय आपदा क्यों नही घोषित किया गया ?? यह समझ से परे है कि सरकार इस आपदा में मरने वालों की संख्या को कम बताने पर क्यों तुली हुई है। गौरी कुंड यदि आपदा से पूरी तरह से नष्ट हो गया है तो गौरी कुंड में उस रात्रि विश्राम करने वाले लोगों की ही संख्या पांच हजार के आसपास थी। इस सबसे आप सभी अंदाजा लगा सकते है कि केदार धाम में कितने लोगो दफन हुए होगे साथ ही रामबाणा में रुकने वाले और केदारनाथ की ओर  पैदल चलने वालों के साथ ही गौरीकुड में ठहरे लोगों को मिला कर यदि देखे को तो मरने वालों का आंकड़ा हजारों से ऊपर जाता है। अगर सह सही है तो सरकार को मानना चाहिए कि इस आपदा में हजारों लोगों की मौत हो गई है। .......2.......... असल में चूँकि इस हादसे में सिर्फ हिंदू और सिक्ख मरे है इसलिए कांग्रेस चाहती है की इनको मुवावजा नही देना पड़े इसलिए लाशो को गन्गा में बहा दिया जा रहा है ... और अगर सरकार इस हादसे को राष्ट्रिय आपदा घोषित करती है तो नियमानुसार मृत लोग राज्य और केन्द्र दोनों सरकारों से ज्यदा मुवावजा पाने के हकदार होंगे इसलिए नीच और दोगली कांग्रेस सरकार इतने बड़े और व्यापक तबाही को राष्ट्रिय आपदा घोषित नही कर रही है

 हरिद्वार केदारनाथ से 350 किलो मेटर से भी जयदा दूर है अगर वा 40 सव पौच गये है तो बेहने वाले हजारो होगे ही जो मलबे के नीचे दवे है और लाखो टन मलबे के नीचे दवे है उनको ए सरकार तो कभी बाहर निकलेगी नही सरकार हर हाल मे पर्दा डालना चाहिती है और मालवा हटाया तो बेपर्दा हो जायेगी कांग्रेस हिन्दू समाज कुछ जदया तो करेगा नही कम से कम उनकी शान्ती के लिये सामूहिक यग करे कांग्रेस को कभी वोट ना देना इन द्र धर्म के लिये मौत के आगोस मे समाये लोगो को सच्ची स्रधांजलि है

 यह हादसा दिल को दर्द से भर दिया है क्या क्या बयां किया जाय ,प्रकृति की विनाशलीला के आगे सब बौने हैं, यही तो एक सच्चाई है की मौत सबकि निश्चित है लेकिन अगर यह सच नही होता आदमी अपने इच्छानुसार मरता कल्पना कीजिये भारत मे क्या होता ए तथाकथित नेता किसीको जिंदा नही बचने देते और इन नेताओं मे कॉंग्रेस सबसे आगे होती/ हमारा प्रधानमंत्री कितना मायुश हो कर जनता से अपील कर रहा है उत्तराखंड की सहायता के लिये , जनता करेगी भी लेकिन सच्चाई यह है की क्या इस निक्कामी चोर सरकार ने जनता को इस काबिल छोड़ रखा है? हर महीने हर साप्ताह महंगाई की चाबुक मार कर सारा खून निचोड़ लिया है इस निगोड़ी सरकार ने /इस निक्कमे प्रधानमंत्री को थोड़ी भी शर्म और मर्दानगी होती तो इसके एक एक मंत्रियों ने जो घोटाले किये है एक मंत्री के पास इतना पैसा है की अकेले एक मंत्री पूरे उत्तराखंड की काया पलट कर दे यह बात मनमोहन सिंह को भी पता है फिर भी जनता का खून पीटे हुये भी जनता से ही सहायता की अपेक्षा कर रहा है क्योंकि यही हिन्दुस्तान है /

 हम सब को, सभी बाते भूल कर पहले उन अपने भाइयो की जिंदगी बचानी चाहिये जो जिंदगी और मौत से लड रहे है. इन सब भरस्ट सरकार के भरस्ट नेताओ से कोई उम्मीद नही करनी चाहिये. इन्हे इनकी औकात दिखाने का मौका हमारे पास बहुत जल्दी आने वाला है. इन्हे ऐसा सबक सिखाते है की ए राजनीति करनी भूल जायेंगे. अभी हमारे पास इन नालायको के बारे मे बत करने का भी टाइम नही है. और वैसे भी ए लातो के भूत है बातो से नही मानने वाले. इसलिये अभी हमे उन जिंदियो के बारे  मे सोचना चाहिये जो सायद कल हमारे बीच ना रहे. उन्हे बचाने के लिये कुछ करे सब मिल कर. यही हमारा धरम और इस सरकार के मूह पर एक करारा तमाचा होगा.



 जिस देश में  आतन्कवादियो जैसे करम करने वाले नीच और चरित्र से गिरे हुए नेता है उस देश का बंटाधार ही होना है/ विनाश की शर्तो पर विकास की घोषणा करने वाली सरकार, घर को बेंचकर विदेशी बॅंको में धन जमा करने वाले नेता जिस देश को चला रहे होंगे, उस देश का नाश होना सुनीशिचित ही है// जिस देश के नेता गौ-मांस भक्षी, मदिरा सेवन करने वाले और पर स्त्री-गमन करने वाले हो, उस देश का नाश होना स्वभाविक है/ आज ए लोग रो रहे है जिन्होने आपनो को खोया है  / जिस देश का राजा और उसका तंत्र पापी होता है उस देश की प्रजा को खून के ही आंशु रोने पड़ते है/ 

कोई भी समाचर पत्र और न्यूज़ चॅनेल ये नही बता रहा है की आखिर ये बाढ़ आई क्यो ? लगता है सारकार आसली कारण को छिपाना चाह रही है | बाढ़ आने का आसली कारण है नदियो पर बने अनगिनित बाँध और उनके बीच में बाँध से पानी छोड़ने को लेकेर कोई समन्वय ना होना | ऐक पतली नाली का पानी पहले 50 बाल्टियो में जमा करो फिर सारी 50 बाल्टियो को ऐक साथ पलट दो , ऐसे मे क्या नाली में बाढ़ नही आयगी | ये कोई प्राकर्तिक आपदा नही है बल्कि सारकार द्वारा भोले -भाले लोगो के साथ किया हुआ अनयाय है

केदारनाथ त्रासदी के बाद जिस प्रकार सरकारी तंत्र बड़े ही अनमने तरीके से सक्रिय हुआ है , लगता है केन्द्र ओर राज्य सरकार मात्र ओपचारिकता निभाने का प्रयास कर रही है ! एक टीवी चेनल ने खबरो मे बताया की हेलिकॉप्टर की सुविधा भी सिर्फ उन्ही को मिल रही है जो उनकी जेब मे कुछ डाल रहे है ,लोगो ने तो यहा तक बताया की उन्होने अपने जेवर देकर भी जान बचाने का भरसक प्रयत्न किया है ! प्रदेश के मुख्यमंत्री की मनोदशा ओर हावभाव देखकर भी महसूस होता है की जेसे वो बहुत ही बड़ा एहसान करके लोगो तक राहत पहुचा रहे है ! भगवान ना करे , अगर उनका कोई सगा वहा फसा होता तो क्या मात्र 15-20 हेलिकॉप्टर ही लगाये जाते ! हमे ध्यान है की पूर्व मे एक सीएम के साथ दुर्घटना के वक्त अमेरिका तक से सहायता लेने का विचार कर लिया गया था ! सीएम साहब आपका यह किया एहसान हिन्दू समाज कभी नही भूलेगा ,की आप हिन्दुओ के पावन धाम के ओर वहा फंसे पीडितो के प्रति क्या सोच रखते हो ! सोनिया ,मोनसिंह ने तो रोते-बिलखते लोगो को उपर से देख अपनी इतिश्री कर ली

  क्या मीडीया यह सब दिखाती ही रहेगी या फिर उन लोगों के लिये कुछ करेगी जिनका घरबार सब उजड गया है क्या वो बाकी देश की जनता से एह अपील तो कर सकती है ना की उनकी मदद के लिये कुछ करे जब हम लोगों ने भूकंप में आये लोगों के लिये लिया था तो क्या उतराखंड के लिये कुछ नही कर सकते है क्या मीडिया को ये बताना पड़ेगा मीडिया पैसे मत कमाओ कुछ ईमानदारी से भी काम करो

 अभी IBN-7 पर एक सख्स को सुना ... राजस्थान के निवासी इस सख्स ने कहा की मैं अपने बच्चे की खातिर उसे लेकर किसी तरह निकल सका .. उस बेचारे ने रो- रो कर कहा कि गौरीकुंड के पास २०० लोग भूख और प्यास से तडप रहे हैं मैं सरकार से हाथ जोड़ कर अपील करता हूँ कि अगर आप उनको राहत नही दे सकते तो उन्हें तडप- तडप कर क्यों मरने पर मजबूर कर रहे हो ? एक बम गिराकर उन्हें आराम से मौत दे दो ... मित्रों, ये गुहार भारत के एक हिन्दू की है.. जो हिन्दू तीर्थयात्रीयों केलिए रो रोकर मौत मांगने पर मजबूर हो गया है,

 केदारनाथ हादसा- कहीं घर किसी का उजड गया, कहीं लाल कोई बिछड गया मेरे दिल का दर्द है इस कदर, कि खौफ से आंसू सहम गये। --ये मंजर इतना भयानक है कि देखा नहीं जाता लेकिन अपनों की तलाश में लोग इन लाशों को देखने के लिए मजबूर हैं लोग तडफ रहे हैं, बिलख रहे हैं तलाश रहे हैं अपने जिगर के टुकडों को। ना जाने कैसे-कैसे लाल हमारी आखों से ओझल हो गये यें आंखें जिंदगी भर उन्हें तलाश करती रहेंगी। जो इस हादसे में जिन्दा बच गये वो इस कदर दहशत में हैं कि शायद ही कभी इससे उबर सकें। ऐ अल्लाह हमें हिम्मत और सहारा अता फरमा कि हम इस हादसे से उबर सकें। और अपने बिछडे हुए के गम को भुला सकें--

 तबाही में गंदा धंधा! हेलीकॉप्‍टर से बचाने के 2 लाख, लाशों से निकाले गहनें, घायलों से लूट ************************************************ उत्‍तराखंड में हजारों लोग भूख से तड़प रहे हैं, न जाने कितने लोग मदद के इंतजार में दम तोड़ रहे हैं, लेकिन सरकार सो रही है। दूसरी ओर दुर्गम स्‍थानों पर फंसे हजारों लोग दिन रात सुरक्षित स्‍थानों तक पहुंचने के लिए मशक्‍कत कर रहे हैं, लेकिन पांच दिन बीत जाने के बाद भी वे नाउम्‍मीद ही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को कड़ी फटकार लगाई है, लेकिन इसका असर उस पर होता नहीं दिख रहा है। उल्‍टा उत्‍तराखंड में जिंदगी की कीमत लगनी शुरू हो गई है। प्राइवेट हेलीकॉप्‍टर सेवा देने वाले वहां एक आदमी को निकालने की कीमत 2 लाख रुपये लगा रहे हैं। सरकारी मदद का अता पता नहीं है, लोगों को उम्‍मीद भी नहीं सरकारी मदद कब तक पहुंचेगी। ऐसे में निजी एजेंसियां चलाने जिंदगी की कीमत लगा रहे हैं। वहां हालात कितने खराब हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लाशों से गहने ........2........







 आज 19 जून को कांग्रेस के वाइस प्रेज़िडेंट राहुल गांधी का बर्थडे है। मजेदार बात यह है कि ट्विटर पर  लोग  राहुल गांधी का जमकर मजाक उड़ा रहे हैं।  पढ़िए  कुछ टॉप ट्वीट्स...
 अगर केदारनाथ जैसी घटना किसी मस्जिद के साथ हो जाती तो कॉंग्रेस्स राहुल गाँधी का जन्म दिन उस आपदा पर कुर्बान कर दी मगर उत्तराखंड की घटना पर इन लोगों को पसीना भी नहीं आया वाह रे सेक्युलर पार्टियों----2--आज हमारे प्यारे  पप्पू  `प्रोढ़ बालक', ४३ वर्षो के हो गए हैं.आज ही के दिन  पोगो के चहेते राहुल गाँधी अवतरित हुआ था| खबरदार !! आज कोई मजे नहीं लेगा "राहुल गाँधी" के।--3--थोड़ी देर के लिए सोचो कि पप्पु देश का प्रधानमंत्री बन गया तो - क्या हो सकता है ? दिग्विजय सिंह को बनाएगा उप-प्रधानमंत्री, वीरभद्र सिंह को रक्षामंत्री, नारायणदत्त तिवारी को  परिवार कल्याण मंत्री, पवन बंसल को  सीबीआई चीफ, जीजाजी को देगा सीएजी की कमान, .....3.....ओउल मम्मी से आज जन्मदिन पर .............?  मुझे खिलोना चाहिये एसा खिलोना दो जो सिर्फ मेरे लिये हो मे खेलू उससे ओर दुनियाँ को लगे मे काम कर रहा हूँ ओर आगे बढ रहा हु, सोनिया मम्मी बोली--- है ना बेटा यह इंडिया हमारे लिये खिलोना ही है मेरे इशारे पर आज तक इससे 84 के मनमोहन अंकल खेल रहे थे तुम तो बcचे हो अभी 43 के आज से तुम खेलो, अंकल ने भी बोल दिया है राहुल चाहे तो मेरी जगह आकर खेले जन्म दिन पर आज होने वाली घोषणा  कलमाड़ी गरीब बच्चो को स्पोर्ट्स किट बाटेगे  सिघवी रेड लाइट एरिया में फ्री कंडोम बाटेगे- राजा 2- ग लिसेंसे फ्री में बाटेगे - वित्त मंत्री आज स्विस बैंक के एटीएम कार्ड बाटेगे - जायसवाल कोयले कि खानों कि नीलामी 43 % का डिस्काउंट देगे और "पुरानी बीबी और नई बीबी के मजे" किताब का विमोचन सिंघवी द्वारा करवायेगे ---4--- तो  स्वर्ग में राजीव गांधी जरूर पछता रहे होंगे कि वह कंप्यूटर्स को भारत क्यों लाए।--5--कांग्रेस आज 'राहुल गांधी पप्पू विकास योजना' लॉन्च करेगी। इसके ब्रैंड ऐम्बैसडर केआरके होंगे। ----मां, कौन कहता है कि मैं लीडर नहीं हूं। मैं ट्विटर ट्रेंड पर नंबर 1 हूं।---6---किसके कैंपेन से बीजेपी जीतेगी? इसका जवाब नरेंद्र मोदी नहीं राहुल गांधी है। वह जहां कैंपेन करेंगे, कांग्रेस हारेगी। ---7--अगर मैं गूगल इमेज़ में पप्पू सर्च करता हूं, तो RG की इमेज नहीं दिखती है। डियर गूगल, इस गलती को जल्दी से जल्दी ठीक करो!












 इस दर्द भरी घड़ी मे देश की जनता को इस विपदा मे घिरे हुए देश के लोगो की सब तरह से सहायता करनी चाहिए.....हम लोग IPL मे करोड़ो रुपए पानी की तरह् अपने मनोरंजन के लिए बहा देते है.....अब पानी की त्रासदी झेल रहे अपने भाइयो पर भी कुछ पैसा खर्च कर दे तो क्या बूराई है....उन लोगो ने जो खोया है वो तो कोई भी लोटा नही सकता पर पैसे से जरूर कुछ मदद की जा सकती है

 भारत माता कों डायन कहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता आझम खान ने स्पष्ट किया है की “ हिंदू नेता चाहे कितनी भी बार मुस्लिम टोपी पहने लेकिन हम मुस्लिम नेता तिलक नहीं लगाएंगे । हिंदू चाहे नमाज कों कितनी भी इज्जत दे लेकिन हम मुसलमान वंदे मातरम का बहिष्कार जरुर करेंगे । क्योकि इस्लाम में धर्मनिरपेक्षता और देशभक्ति दोनों हराम है । ” क्या धर्मनिरपेक्षता का ठेका सिर्फ हिंदुओ ने लिया है ? मुसलमानों कों आतंकवाद, जेहाद, बम धमाके, हज सबसिडी, मुस्लिम आरक्षण का ठेका मिला है ?

 बद्रीनाथ और केदारनाथ में सब तबाह हो चुका है, मँदिर चारों तरफ से मलबे और शवों से अटा पड़ा हैं। सैकड़ों होटल और हजारों तीर्थयात्री लापता हैं लेकिन राज्य की बहुगुणा सरकार और केन्द्र सरकार सिर्फ बयानबाजी में व्यस्त है। अगर ऐसा ही मँजर किसी दरगाह या मस्जिद में होता तो युद्ध स्तर पर राहत कार्य होने से पहले इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया गया होता, हम सेकुलर नामक बीमारी से ग्रस्त जो ठहरे...!!

1-भारत की आज़ादी के बाद के इतिहास में सबसे भयानक दंगे 1969 में अहमदाबाद (गुजरात) में हुए थे जिसमें 5000 मुसलमान मारे गए थे। उस वक़्त गुजरात के मुख्यमंत्री काँग्रेस के "हितेन्द्र भाई देसाई" थे और भारत की प्रधानमंत्री इन्दिरा ग.... ● 2- इसके बाद दूसरा बड़ा दंगा 1985 में गुजरात में हुआ जिसके बाद अन्य छोटे छोटे दंगे हुए जो महीनों तक चले, तब गुजरात के मुख्यमंत्री काँग्रेस के 'माधव जी सोलंकी' थे और भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे। ● 3-1987 में गुजरात में फिर दंगे हुए और तब भी गुजरात के मुख्यमंत्री काँग्रेस के 'अमर सिंह चौधरी' थे। ● 4- इसके बाद 1990 में फिर से गुजरात दंगों की आग में दहक उठा। उस समय भी गुजरात के मुख्यमंत्री काँग्रेस के 'चिमन भाई पटेल' थे। ● 5. और आखिर में 1992 में हुए दंगों के समय भी गुजरात के मुख्यमंत्री काँग्रेस के 'छिमा भाई पटेल' ही थे। ● गुजरात के इतिहास के सैकड़ों दंगों में से इन 5 बड़े दंगों के लिए हमारे "बुद्धिजीवी" किसे जिम्मेदार मानेंगे ?? और याद रखिए गुजरात मे

पढो और शांति से विचार करो । 1. विश्व में लगभग 56 मुस्लिम देश हैं, एक मुस्लिम देश का नाम बताईये जो हज के लिये "सब्सिडी" देता हो? 2. एक मुस्लिम देश बताईये जहाँ हिन्दुओं के लिये विशेष कानून हैं, जैसे कि भारत में मुसलमानों के लिये हैं ? 3. किसी एक देश का नाम बताईये, जहाँ 85% बहुसंख्यकों को "याचना" करनी पडती है, 15% अल्पसंख्यकों को संतुष्ट करने के लिये ? 4. एक मुस्लिम देश का नाम बताईये, जहाँ का राष्ट्रपति या प्रधानमन्त्री गैर- मुस्लिम हो ? 5. किसी "मुल्ला" या "मौलवी" का नाम बताईये, जिसने आतंकवादियों के खिलाफ़ फ़तवा जारी किया हो ? 6. महाराष्ट्र, बिहार, केरल जैसे हिन्दू बहुल राज्यों में मुस्लिम मुख्यमन्त्री हो चुके हैं, क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि मुस्लिम बहुल राज्य "कश्मीर" में कोई हिन्दू मुख्यमन्त्री हो सकता है ? 7. 1947 में आजादी के दौरान पाकिस्तान में हिन्दू जनसंख्या 24% थी, अब वह घटकर 1% रह गई है,


 भारस्ताचारी , दुराचारी, व्यभिचारी ओर दुषठो से फिर होगा महाभारत है दुनिया चक्रव्यूह, और वक़्त है अभिमन्यु हर कदम पे है दुर्योधन, बस इतना समझ ले तू होगा जो महाभारत तो कृष्ण भी आयगे उपदेश ओ गीता का फिर से दोहरायेग एह भीष्म परीक्षा है अर्जुन का वादा है कोई जान ना पायेगा क्या तेरा इरादा है है तीर निशाने पर कोई बच नही पायेगा पर्दे में छुपा दुश्मन अब सामने आयेगा जिसकी थी तमन्ना हमें वो अब घड़ी आयेगी कुछ पल का तमाशा है, सब होंगे तमाशाई है कुरुक्षेत्रा जीवन अब कर्म युध्ध होगा हर जुल्म का गिन गिनाके अब फैसला यूं होगा कोई जान पे खेलेगा, कोई जान से जायेगा जो धर्म के साथ होगा वही जीतेगा धर्म की विजय होगी सेक्युलर सूवरो को देश छोड़नाहोगा


 भक्तो देखलो जो कांग्रेस को वोट दे रहे है उनको भगवान भी माफ़ नहीं कर रहा है:- 1:-महारास्त्र के मराठवाडा में भयंकर अकाल पड़ा। 2:-उतराखंड मे अभी जो हो रहा है आप सभी जानते है। 3:-हरियाणा की मारुती कंपनी में दंगा हुआ 100 से जादा लोग मारे गए। 4:-बालको दिल्ली का हालत आप सभी जानते है रोजाना बलात्कार,हत्या और डकेती। 5:-राजस्थान के भरतपुर जिले के गोपाल गढ़ गावँ में 356 मुस्लिम को गुज्जरो ने टपकाया(जान से मार दिया 2012 में)। 6:- आसाम दंगो के बारे में सभी भक्त जानते है..करीब एक हजार से जादा मुस्लिम को बोडो आदिवासियों ने अक-47 से मरा। 7:-कश्मीर में रोजाना दंगे होते है और पकिस्तान जिन्दा बाद के नारे लगाये जाते है यानि जिस सविधान की दुहाई कांग्रेस देती है उसको मुल्ले बालको ने ताक पर रखा हुआ है। 7:- केरल में जेहादियो का सबसे जादा जोर है वो कभी भी अलग मुस्लिम देश बनाने की मांग कर सकते है और कर भी रहे है। भक्तजनो ये है कांग्रेस का भारत निर्माण।

यूपी मे अखिलेश सरकार मुस्लीम वोटो की खातीर आतंकारियो को जेल से छोड रही है। बिहार मे नितिश कुमार मुस्लीम वोटो की खातिर बीजेपी को छोड रहे है। राजस्थान मे कांग्रेस सरकार 12 वी मे 50% अंक पाने पर अल्पसंख्यक छात्राओ को स्कूटी देगी, लेकिन 90% अंक लाने वाली बहुसंख्यक हिन्दु छात्राओ को नही। कांग्रेस, सपा, आरजेडी, जेडीयू यह बताये कि बहुसंख्यक हिन्दुओ ने क्या गुनाह किया है? क्या हिन्दुस्तान मे बहुसंख्यक हिन्दुओ के वोटो का कोई महत्व नही है? जागो हिन्दुओ और इनको और इनकी माँ सोनिया को सबक सिखाओ


 ओस्ट्रिलिया की पहली महिला प्रधानमंत्री जूलीया गिलार्ड का प्रधानमंत्री बनने के बाद पहेला भाषण. ओस्ट्रिलिया की हर एक मस्जिद की जांच होगी. हर. जो बाहर से उनके देश मे आये है उन्हे ओस्ट्रिलिया मे रहेने के लिये अपने आप को बदलना पड़ेगा ना की ओस्ट्रिलीयाअन लोगो को. हम किसी धर्म का अपमान तो नही कर रहे ... पर मे अपने देशवासीओ को विश्वास देती हु की हम जो भी कर रहे है वो ओस्ट्रिलिया की लोगो के हित मे कर रहे है, हम यहा इंग्लिश बोलते है ना की अरब इसलिए अगर इस देश मे रहेना है तो आपको इंग्लिश सीखनी ही होगी, ऑस्ट्रिलेयिया मे हम जीसस को भगवान मानते है, हम सिर्फ हमारे जीसस को मानते है ओर किसी धर्म के भगवान को नही लेकिन इसका मतलब ए नही की हम साम्प्रदायिक है हम आपके धर्म को मानते नही पर आपकी भावना को मानते है इसलिये अगर आपको नमाज़ पढनी है तो ध्वनी प्रदूषण ना करे, अगर आपको हमारे ध्‍वाज़ से, रास्ट्रगीत से, हमारे धर्म से या फिर हमारे रहन सहन से कोई तकलीफ है तो इसी वक़्त आप ओस्ट्रिलिया छोद दे. सीखो भारत के नेता

 मोदी शेर है जिसके आने से ह्हलचल न हो तो वह शेर ही क्या वैसे भी जहा शेर राज करता है वहा गीदड़ और शियर की जरूरत नही आडवाणी को जितना जल्दी हो पार्टी से बाहर करे भाजपा नही तो पार्टी का पटन हो जयेग. ..- (1) मोदी जाती से पिछडे एक सेवक के रूप मे गुजरात और देश की सेवा कर रहे है इसलिये मोदी एक श्रेष्ट शूद्र है जिन पर देश भरोसा कर सकता है (2) मोदी एक श्रेष्ट क्षत्रिय है क्यूंकि उन्होने एक बीर और साहसी राजा की तरह अपने राज्य की प्रजा जिसमे मुसलमान भी सुरक्षित और उन्नत है उन्होने शत्रिय  का पालन किया है इसलिये वी श्रेष्ट क्षत्रिय है (3) मोदी सिर्फ एक दिन मे ही गुजरात मे 50 हजार करोड़ का निवेश करवा देने की क्षमता रखते है और   अंबानी बन्धु उन्हें पृथ्वी पर नारों मे इन्द्र कहते है इसलिये वो श्रेष्ट वणिक है (4) मोदी नीतियों का सर्वोत्तम पालन करते है, वे गुजरात को आगे बढाने के लिये निरंतर प्रयास करते है वो सामंजस्य रखते है वो ईमानदारी, दया और क्षमा से युक्त अविवाहित जीवन जीने वाले बरहमचारी है इसलिये श्रेष्ट ब्राह्मण है !! मोदी ने देश की शान को जापान और चीन मे दिखाया और उनकी कुशलता पर अपमेरिका और यू के झुक कर खड़ा है आज ! इसलिये मोदी पी एमहों


 कांग्रेस क्या रणनीति बनाएगी? मोदी के आगे इनकी कोई रणनीति नहीं चलेगी । जनता कांग्रेस से त्रस्त है, कांग्रेस के पास कोई नेतृत्व नहीं है । इस बार मोदीजी को प्रधानमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता । हमारा भारत भी अमेरिका जैसा विकसित और ताकतवर बन पाए, ताकि चीन और पाकिस्तान को भारत के विरूद्ध टिप्पणी करने में भी सोचना पड़े, इन्हीं उम्मीदों के साथ नरेन्द्र मोदी जी को बधाई । अगर सच्चे मन और ईमानदारी से दुनिया के यंगिस्तान यानि हिन्दुस्तान को तराशा जाय तो अवश्य ही हम विश्व के सबसे संपन्न तथा ताकतवर देश बनेंगे ।


 गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक राज्य को जिस तरह की मिशाल बना दिया है वह काबिले तारीफ है। बस हमें यह ध्यान देना होगा कि जख्मों को बार-बार कुरेदने से वे हरे होते हैं, सूखते नहीं। क्या गुजरात के मामले पर देश के राजनीतिक दल बार-बार जख्मों को कुरेदने से बाज आएंगें और नए गुजरात को अपनी शुभकामनाएं देने का साहस जुटा पाएंगें? लेकिन हमें पता है कि राजनीति बहुत निर्मम होती है। वह कोई मौका नहीं छोड़ती। हमें पता है दंगे हमेशा आम आदमी पर कहर बनकर बरसते हैं। रोजमर्रा की जिंदगी के संघर्ष में लगे लोगों पर वे जुल्म की इंतहा करते हैं। इसलिए इन घटनाओं में आम आदमी ही सबसे ज्यादा तबाह होता है। उनकी रोजी-रोटी पर बन आती है, घरों में फांके पड़ जाते हैं। लेकिन सियासत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल उसके उसकी भावनाओं का होता है। देश को बांटने और तोड़ने में लगी ताकतों को अब हिंदुस्तान पर रहम करना चाहिए। गोधरा और गुजरात दंगों से आगे निकालकर गुजरात जिस तरह अपने सपनों में रंग भर रहा है, हमें उस गुजरात का इस्तकबाल क

अब बेचैन कांग्रेस क्या नई रण नीति बनायेगी , "वही धाक के तीन पात" वाली कहानी सच साबित होगी, अधिक से अधिक क्या कर सकती है कांग्रेस , दुनिया भर का लालच दे देगी , उसके घर से क्या जा रहा है, सारा सरकारी ख़ज़ाना फिर खाली हो जायेगा ओर क्या. सरकारी कर्मचारी को छोटा मोटा लालच दे दिया जायेगा , गरीबों को अनाज या कुछ सॅब्सिडी दे डी जायेगी , मुसलमानो को कुछ नया लालच दे कर ठग लिया जायेगा, ओर उनको अपना बना कर वोट ले लिया जायेगा ओर आता ही क्या है कांग्रेस को . अभी इतनी मेहनगाई हो रही है ओर अधिक हो जायेगी उसको क्या फ़रक़ पड़ता है. चुनाव के बाद क्या होगा , वही बड़ा हुआ घाटा फिर जनता से ही वसूला जाता है ओर वसूला जायेगा. इसको कहते हैं पूरा नंगा-पन ,इससे अधिक ओर कुछ भी सोचा नही जा सकता. जनता बेवकूफ है ओर कुछ नही. कांग्रेस उसका ही फायदा उठाते है. जिस दिन जनता कांग्रेस की राजनीति समझ गई, उसदिन से कांग्रेस को कोई नही उठा सकता.

 काहे का वरिष्ठ नेता. क़ब्र में पैर लटके हुए है.शरम नही आती देश का समय खराब करते हुए. 85 साल में क्या फैसला करेगा. जिन्ना की क़ब्र पर अपना फातिहा पढ आया था . अब तो आगे जाने दो आडवाणी को. मोदी बने या ना बने पर आडवाणी नही बनना चाहिये. देश के लिये लोग मर जाते है अगर यह बुड्डा जिंदा रहा तो देश को मंदिर मस्ज़िद मुद्दे में ही फसा कर रखेगा.


जोशी,अडवानी.सुषमा,जसवंत,उमाभारती, रमण सिंह, शिवराज सिंह, आदि प्रभाव्हीन नेता है, रास्ट्रीय स्तर पर नीतीश भी प्रभावहीन है , मोदी ही एकमात्र नेता है जो देश मे प्रभावकारी है. कांग्रेस भी मोदी-मोदी जप रही है,नीतीश कुमार भी, कार्यकर्ता,वोटर भी मोदी को ही पसंद करते है. जनता के बीच अलोकप्रिय नेता बीच मे भांजी मार रहे है


आडवाणी जी अगर आप भीस्म पितामह बनने की कोशिस कर रहे हैं तो इस गलती को कभी मत करना क्योंकि भिस्म पितामह ने एक नही बहुत गलतियाँ की थी जिनको आज जमाना भुगत रहा है जैसे अपने अय्याश बाप के लिये पत्नी लाना बिना लड़की की रय जाने अम्बा,अम्बिका और अम्बालिका का आफहराण करना एक अन्धे आदमी के लिये किसी लड़की का आफहराण करके अन्धे के साथ बाँध देना और बिना पाण्डु से पूछे कुन्ती के पांच नाजायज बचों को हस्तिनापुर मे रखना और सबसे बाद मे बिल्कुल आपकी तरह भरी सभा मे एक औरत का चीरहरण होते हुए देखना और बार बार ए कहना की मे तब मरूंगा जब हस्तिनापुर सुरकचित होगा और आडवाणी साहब सबसे बाद मे जब पूरा परिवार मर गया तब बोलता है की अब हस्तिनापुर सुरकच्छित है क्या आप भी एसा ही चाहेंगे मुझे जव्वाब जरूर देना


आडवाणी, उमा भारती, जसवंत सिंह, योगी आदित्यनाथ, शत्रुघ्न सिन्हा, यशवंत सिन्हा, मेनका गांधी, वरुण गांधी जैसे कई बड़े नेता बीजेपी को कभी जीता नही सकते हैं. ए लोग केवल अपनी सीट बचा ले यही बहुत है. देश की जनता अब मोदी जैसे को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहती है. आडवाणी की भटीज़ी क विवाह मुस्लिम लड़के से हुआ है और खुद आडवाणी जिन्ना के भक्त हैं जिसे देश की जनता भूल नही पाई है. उमा भरती अपने सीएम काल के दौरान परिवाद्वाद को बढ़ावा देती थी. और पार्टी च्छोद कर अपने फायदे के लिये भाग गयी.

जिस तरह जंगल में शेर को किसी से राजा होने का प्रमाण पत्र नही चाहिये... उसी तरह मोदी को भी किसी से भी यह प्रमाण पत्र नही चाहिये कि वह देश के सबसे लोकप्रिय और कद्दावर नेता है.. मोदी जी को देश की जनता का पूरा समर्थन है और इसी जनता के समर्थन की बदोलत मोदी देश के प्रधानमंत्री बनेगे.. नही की किसी व्यक्ति और पार्टी की बदोलत..अब एक ही मकसद -- मोदी लाओ देश बचाओ... जय हिन्दमौसम विभाग के अनुसार --- ******************** मोदी की आँधी भाया गोवा दिल्ली की तरफ बढ रही है। दस जनपथ से भारी जान माल के नुकसान की खबर है । कोन्ग्रेसी तम्बु उखड गये है। बिकाउ मिडीया के सभी टावर तबाह होगये है। आउल सोनिया ट्रको मे भर कर सारे घोटालो के पैसे इटली भागने की फिराक मे है।---
मुसलमान कभी सेक्युलर नही हो सकते, उनका मज़हब उन्हे इस बात की इज़ाज़त नही देता. फिर यह सेक्युलर का राग और बोझ सिर्फ हिन्दुओ के माथे क्यों ? पहले मुसलमानो की सोच बदलिये, खास तौर पर उनके धार्मिक गुरुओं की और उनके सियासी लीडरों की, फिर हिन्दुओं को बोलिये सेक्युलर होने के लिये. सब कुछ एक तरफ़ा नहीं चल सकता और एसा होना भी नही चाहिये. हिन्दू तो मजार को भी हाथ जोड़ता है, पर मुसलमान मंदिर को नही, शरीयत के खिलाफ या इस्लाम के खिलाफ है ऐसा बहाना करता है, जब मुस्लिम दूसरे धर्मो का आदर करना सीख जायेगा तो धर्मनिरपेक्षता अपने आप आ जायेगी. 

यू पी की समाजवादी सरकार की शुरु के 6 महीने की ही उपलब्धियों मे गुंडा राज और दंगे होने लगे थे और इस के लिये उसको कॉंग्रेस का पूरा समर्थन हासिल था और अब भी है .... . हत्या = 273....; किडनॅपिंग = 2680 ........; लूट = 1812......; बलात्कार = 1134 ...; डकैती = 483 ......; कमुनल दंगे = 9 .........; अब तक के आंकड़े तो और बुरी स्थिति तक पहुंच चुके हैं... लगता है मुलायन और अखिलेश दंगो के नये कीर्तिमान स्थापित किये है क्या जनता ने उनको इसलिये सत्ता दी थी...
कोर्ट का बहुत अच्छा फैसला है , कोर्ट ने यूपी को आतंकवादियों से बचाया है वरना मुल्ला मुलायम सिंह और अखिलेश यूपी को आतंकवादियों का घर बना देते |सपा की भर्ती में खलल डाल दी न्यायालय ने:अब सपा अपनी सेना की तादात कैसे बढाएगी:अब जिन गुंडो ओर चोरो को छुड़ाने में कामयाब हो गयी है उसी से ही काम चलाना पड़ेगा लोगो को डराने ओर मारने पीटने के लिये:


  गुजरात कांग्रेस को अब समझ में आ गया है की अब जनता में मन में कांग्रेस और कांग्रेसियों के प्रति कोई सहानुभूति नही रही ... अब यदि कोई कांग्रेसी मर रहा होगा तो लोग उसका ऑक्सीजन पाइप हटाकर उनको इस जन्म के पापों से मुक्ति दिलाकर नए जन्म लेने के पुन्य में भागीदार बनेगी ... अब गुजरात के उपचुनावो को देखिये ... दो सीटों पर कांग्रेस ने सहानुभूति पाने का दांव खेला था .. बनासकांठा लोकसभा सीट से स्वर्गीय सांसद के निधन के बाद उनकी पत्नी को टिकट दिया था ...और मोरवाहडफ सीट पर मतगणना के दौरान सबिता बेन का ब्रेन हैमरेज से निधन होने पर उनके पुत्र को टिकट दिया था ... हलांकि कांग्रेस आश्स्त थी की ये दोनी सीटों पर उसको सहानुभूति का जरूर फायदा मिलेगा ... लेकिन अब जनता में मन में कांग्रेसियो के प्रति कोई सहानुभूति नही रही

  मित्रो कल से मीडिया रो रहा है जिया खान के लिए जैसे मीडिया वाले की बहन हो . और आज मीडिया ये दिखा रहा की मोदी ने नितीश को अनदेखा किया लेकिन ये भारे का टट्टू मीडिया ये नहीं बता रहा की नितीश को अहंकार खा गया और मोदी भाई कांग्रेस को खा गया. गुजरात में 6 सीट कांग्रेसी से वापिस ले लिया . यहीं गुजरात में मोदी भाई हार जाता तो मीडिया की खुशी देखने लायक होती? क्या मोदी का जादू ख़तम हो गया ? क्या मोदी फेकू है ? क्या इटालियन की जादू अब भी चल रही है ? पता नहीं केसा केसा सवाल होता कुत्ते मीडिया की .

  दुनिया का ऐसा कोई घर्म नही जिसका संस्थापक ना हो। पर सनातन घर्म का कोई संस्थापक नही है क्योकि ये स्वयं ईश्वर द्वारा स्थापित किया गया है जिसका आदि है ना अंत हिन्दु किसी एक पुस्तक मे सिमट कर नही रहता ना ही सिर्फ एक भगवान को पूजता है। ना ही किसी एक व्यक्ति द्वारा प्रतिपादित पुस्तक की विचारघारा या मान्यताओसे बंधा हुआ है। हिन्दु किसी एक मजहबी पूजा पद्धति या रीती रिवाज को नही मानता।दुनिया जिस संस्कृति को हिन्दु संस्कृति के रुप मे जानती है उसे भारतीय मूल के लोग सनातन घर्म या शाश्वत नियम कहते है। जो दुनिया के सारे मजहबो से बडा है। हमेहमारे घर्म की सत्यता का प्रमाण किसी व्यक्ति को देने आवश्यकता नही है।। तो बोलो सत्य सनातन घर्म की जय।

  आज कल बड़े बुरे बुरे सपने आते हैं, मम्मी से बोलता हो तो बोलती हैं ज़ेहर पी लो, क्यूंकि सत्ता ज़ेहर है, वैसे भी तुम किसी काम के नही, रात में तीन तीन बार डाइपर गिला हो जाता है,,दीगिविजय अंकल, मनमोहन अंकल, और कपिल अंकल बदल तो देते हैं, पर पीछे बहुत मारते हैं..क्या करूं,,सपना ही इतना भयानक आता है,,में देखता हू की एक दिव्य अद्भुत धरती से जुड़ा पुरुष मेरे पीछे भाग रहा है, हाथ में बड़ा से डंडा लिये, पीछे से गाने की आवाज आ रही है, भाग भाग बोज़ डी के भाग भाग बोस दी के भाग, एक राज्य से दूसरे भाग रहूं, अचानक 2014 का कॅलंडर दिखता है उर उतने में पीछे से डंडा पूरी तरह से घुस जाता है...क्या करू, किस्से कहू, मन्नू अंकल हमेशा की तरह मौन रेहटे हैं, अब किसको सुनाओ, कौन सुनेगा, पर अंधेरों से डरता हून मा,,तुझ तो सब पता है ना मा, तुझे सब कुछ पता है ना मेरी मा

टाइम मैग्जीन : ‘Modi means business but can he lead India’ (मोदी मीन्स बिजनेस बट कैन ही लीड इंडिया) शीर्षक से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में टाइम मैग्जीन (एशिया एडिशन) के फ्रंट पेज पर नजर आए। मैग्जीन में लिखा गया था कि मोदी ने 10 वष्रो बाद अपनी हिंदुत्ववादी छवि को खुद से अलग कर दिया है। आज मोदी एक राज्य के मात्र मुख्यमंत्री होने के बावजूद भी केंद्र सरकार से भिड़ने में सक्षम हैं। इसके साथ ही मैग्जीन में मोदी के चीन के साथ मधुर संबंधों की भी चर्चा की गई थी। यहां उल्लेखनीय है कि यह वही मैग्जीन है, जिसने गोधराकांड के बाद गुजरात में फैले सांप्रदायिक दंगों के लिए मोदी के खिलाफ भरपेट लिखा था। ‘द न्यूयार्क टाइम्स’ ने भी हाल ही में मोदी का गुजरात दंगों के 10 वर्ष बाद भारत के सबसे प्रभावशाली और भविष्य के बड़े नेता के रूप में नामित किया था। गुजरात दंगों के बाद इस अखबार ने भी मोदी के खिलाफ जमकर लिखा था। बीते अगस्त माह में अमेरिकन अखबार ‘द वाल स्ट्रीट जर्नल’ ने .......2........

  .....2....... In Slowing India, a Fast-Growing Star नामक शीषर्क से मोदी की तारीफ करते हुए लेख प्रकाशित किया था। अखबार ने लिखा था कि नरेंद्र मोदी में राष्ट्रीय नेतृत्व की महत्वकांक्षा नजर आ रही है। वे गुजरात के साथ-साथ पूरे भारत के बिजनेस पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। कई बड़े-बड़े खुलासों से पूरी दुनिया को हिलाकर रख देने वाली वेबसाइट विकिलिक्स ने भी मोदी की जमकर तारीफ की है। विकिलिक्स ने मोदी के बारे में लिखा कि निवेशकों के लिए मोदी ने गुजरात को फ्रैंडली बना दिया है, नरेंद्र मोदी भाजपा के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं। अमेरिकन समाचार पत्र ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ द्वारा गुजरात में मोदी द्वारा किए गए विकास कार्यो की भरपूर प्रशंसा की गई। इसके साथ ही अखबार ने मोदी को प्रधानमंत्री पद की रेस का सबसे प्रबल उम्मीदवार भी बताया। खलीज टाइम्स ने भी मोदी द्वारा गुजरात में विकास कार्य और भाजपा में अपनी छाप मजबूत करने के प्रयासों पर चर्चा की गई। इस अखबार ने भी मोदी की जमकर प्रशंसा की।

  जो कहते है की औरंगजेब ने लाखो कश्मीरी पंडितो के जनेऊ उतरवाए पर किसी हिन्दूने प्रतिकार नहीं किया.... 1.) अफगानिस्तान के अटक से लेके कटक तक और दक्षिण से दिल्ली तक मुस्लीम सत्ता को हिंदू वीरो ने महावीरो ने परास्त कर चूर चूर कर दिया | 2.) अफगाणिस्तान पर आक्रमण करके मराठा सेना ने ४५०००/-पठानो को काट फेका और ८०० वर्षो बाद गांधार पर भगवा झंडा लहराया. 3.) सोमनाथ मंदिर तोड़ने वालाभी कुत्ते की तरह टुकड़े टुकड़े कर के चील गिद्धों को खिला दिया गया इसी देश मैं यह कोई नहीं बताएगा 4.) दिल्ली का गौरी शंकर मंदिर आज भी उस वीर हिदू गाथा का गवाह है जब वीर हिन्दू नायक बाजी राव पेशवाप्रथम ने मुगलों की ईंट से ईंट बजा कर दिल्ली पर भगवा झंडा फहराया था और 800 वर्षपुराने गौरी शंकर मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया था 5.) ये वो हिन्दू शुरमे थे जिनके नाम मात्र से मुग़ल सेना काँप जाती थी | क्यूँ ?? कहीं हिन्दू फिर से तलवार लेकर खड़ा हो गया तो सारे गद्दार कट कट कर मारे जायेंगे.

  यदि देश की जनता जाग जाये और जाति , धर्म धनबल को एक किनारे कर के अच्छे लोगों को वोट देगी तो हर चुनाव में देशभक्त लोग ही जीतेंगे और हमारे देश को विकसित देश बनने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. फिर यहाँ भी जनता ऐश करेगी और नेताओं को जनता की भलाई के कार्य करने में मेहनत करनी होगी जैसा की विकसित देशों में होता है. मतलब यह की यदि जनता जागरूक हो तो केवल वही व्यक्ति चुनाव जीत पायेगा जो जनता का कल्याण करने के लिये मेहनत करने में ही सुख और आनन्द पाता है . जैसे की केजरीवाल, रामदेव , मोदी, आडवाणी , आंटनी ,शिवराज, रमण सिंह, खण्‍डूरी, सुरेश प्रभु, उमा भारती, राजनाथ सिंह आदि. देश में अच्छे नेताओं की भी कमी नहीं है बस हमें निष्पक्ष होकर देश हित को सर्वोपरि रखकर इन्हें अपना कीमती वोट देना

  सबसे धमाकेदार ब्रेकिंग न्यूज़: बिहार की जनता ने मुल्ला नीतीश खान को दिन में दिखाए तारे..... अभी-२ प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार की महाराजगंज लोकसभा सीट में हुए उपचुनाव में नीतेश कुमार के पार्टी जदयू की ओर से खड़े पी.के.शाही को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा है .इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल (लालू की पार्टी) से प्रभुनाथ सिंह विजयी हो चुके हैं. ज्ञात हो की भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार को आइना दिखने के उद्देश्य से इस सीट पर अपना कोई भी उमीदवार खड़ा नहीं किया था. अब बोलिए नीतेश कुमार साहब, क्या विचार है.....प्रधानमंत्री बनोगे......हा हा हा.

  आज कांग्रेस मोदी से इतना डरती है की यहाँ की ऐसी जनता ,जोकि सदा ही अनपढ रही है और इनके पढ़ाये मे आकर मोदी को 2002 के दंगों के लिये दोषी समझती है उनकों पता होना चाहिये कि वोह किस तरह जबरदस्त मुगालते मे हैं. रामदेवजी ने ठीक ही कहा है कि 2002 के लिये मोदी किसी भी तरह दोषी नही हो सकते और यही सुप्रीम कोर्ट मे साबित हो चुकी है हालांकि तिस्ता जैसों की तरह बहुत लोगों के द्वारा कांग्रेस ने पूरी जान लगा दी है. अगर 2002 के लिये मोदी दोषी है तो 1947 के लिये नेहरू या गांधीजी को क्यों नही दोषी करार दिया जाये? अखिलेश के सीएम बनाने के बाद यूपी मे इतने दंगे हुए तो एह क्यों नही माना गया कि एह सारे अखिलेश ने करवाये? ( हालांकि सूत्र बताते हैं की गोधरा काण्ड की तरह ही कॉंग्रेसी नेताओं ने करवाये). मोदी के खिलाफ बोलने का नतीजा नीतीश ने तुरंत देख लिया आडवाणी भी समझ गये की अब ज्यादा बोलने पर उनकी महत्वा कांक्षा उनको पूरी तरह गुमनामी मे धकेल देगी. कांग्रेस ने भी गुरात् की सभी 6 सीटें गवन दी. क्या अभी भी मोदी को किसी अन्य प्रमाण देने की जरूरत है? मोदी को किसी सर्टिफ्टकेट कांग्रेस के किसी नेता से नही चाहिये, वोह उसे जनता ने दिया है.

 

 

 

 

 

सोच, उसकी देश के प्रति कटिवदधता, और राष्ट्र के प्रति जिम्मेवारी.. जो आज कहीं लुप्त हो चुकी है क्योंकि देश को लूटने का तो जैसे एक फैशन सा हो गया है, एक से बढ कर एक उदाहरण प्रस्तुत किये जा रहे हैं, जहाँ से सोच भी नही सकते थे कि पैसा लूटा जा सकता है वहां से लूट में रिकॉर्ड बनाये जा रहे हैं. आखिर कभी इस पर किसी ने विचार नही किया कि एसा क्यों हो रहा है? क्योंकि हमारे राजनेताओं ने अपने बाहू बल के आधार पर जो चाहा है वो किया है, उसके खिलाफ ना तो कभी किसी ने आवाज ही उठायी है और ना ही किसी ने उन्हे रोका है, फिर चाहे उसमे सत्ता पक्ष हो या फिर विपक्ष. और इसका दुष्परिणाम सामने ये आ रहा है कि आज के समय में देश की काफी हद तक जनता विद्रोह के लिये उतारू हो रही है कहीं भी जरूरत है तो सिर्फ एक चिंगारी भर की जो आग का काम करने को बेचेन हो जाती है. जैसे 1857 में हुआ था जरा सी चिंगारी ने कितना व्यापक रूप से विरोध किया था कि अंग्रेज़ों की नीव तक हिला कर रख दी थी. कहीं ऐसा ना हो कि वही चिंगारी फिर से इस राष्ट्र को अपनी चपेट में ले-ले. और फिर से हमे एक और 1857 के मुहाने पर ला कर खड़ा कर दे. इसके लिये यदि कोई जिम्मेवार होगा तो वो है हमारी लोकतांत्रिक प्रणाली जो अपने पथ से कहीं भटक गयी है और देश में ऐसा माहोल बना रही है जिससे चारों तरफ सिर्फ लूट ही लूट दिखाई दे रही है, हर एक व्यवथा को इस तथाकथित लूट ने अपने आगोश में ले लिया है. अच्छा है कि समय रहते हम चेत जाएं नही तो जो आज हम बैठ कर नकसलवाद की आलोचना कर रहे हैं कल हम ही उसे सही समझने पर मजबूर हो जाये. और जहाँ तक लगता है कि वो दिन अब ज्यादा दूर नही हों...


01/06/2013-   भ्रष्‍ट सरकार के मुखिया हैं मनमोहन  फिर फेक दिया है अपना मकड जाल   : पेट्रोल ओर डीजल के रेट तो बढ़ा दिये  ओर गैस के दाम घाटा दिये:अभी किसी को बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की जरूरत ही नही है: तो दाम घटाने का फायदा किसे है:जब बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की जरूरत पड़ेगी तब ये उनके दाम बढ़ा देंगे: ;45 रुपये गैस दाम में घटाने की बजाये पेट्रोल ओर डीजल के दाम में 12 रुपये भी कम कर देते तो लोगो को बहुत बड़ी राहत मिलती: है:अभी:अक्टूबर ओर नवम्बर से पहले किसी घरेलू को जरूरत नही पड़ने वाली बिना सब्सिडी वाले गैस की:  बस लोगो को बेवकूफ बनाया गया है:


 जो गुंडो चोरो कतिलो द्वारा चलाई जाती हैं आज़ इस सच्च से किसी को कोई शिकायत नही/ कर्महीन नर से अच्छा है उसका ना होना// किसी भी मंत्री मे , प्रधान मंत्री मे ज़ारा सी भी हया है, तो अपने दिल पर हाथ रख कर सोच्चें ?? भ्रष्‍ट सरकार के मुखिया हैं मनमोहन, देश इटली का गुलाम बन गया है, कांग्रेस महान चोर पार्टी है आतंकवादियों का फाइनैंसर है राहुल गांधी सरकार के मन मे चोर है सरकार चोर है दुनिया खतरनाक है ,उन लोगों की वजह से नहीं जो इसे नुकसान पहुंचाते हैं , उन लोगों के चलते जो चुप बैठे रहते हैं। हमे अएक जुट होकर सरकार के खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिए. सरकार का घमंड तो तोड़ना चाहिए चुनाव जीतने के बाद तो ये समझने लगते है जैसे इन्होने देश को ठेके पर पाँच साल के लिए छुड़वा लिया इसे लूटना आतंकवादी हमले करवाना इनका स्विधानिक हक है निश्चित ही ऐसे लोग भ्रष्टाचारी और खरतनाक हैै और उन्होने ही काला धन बाहर भेजा है सरकार मे आधे से ज्यादा बलात्कारी बैठे हुए है जीतने के बाद तो ये समझने लगते है जैसे इन्होने देश को ठेके पर पाँच साल के लिए छुड़वा लिया इसे लूटना आतंकवादी हमले करवाना इनका स्विधानिक हक है निश्चित ही ऐसे लोग भ्रष्टाचारी और खरतनाक हैै आज़ाद देश के गुलाम नागरिकों को नमन ! घूस मिल जाये तो हम अपनी मदर को भी बेच दें 2जी, सी डब्ल्यू जी, सी वी ओ, कोयला, नरेगा,मनरेगा, थिलियम घोटाला (यह आने वाला घोटाला है, थिलियम समुद्र तट पर पायी जाती है) ! इस देश के महा योधा, गंधर्व, राजा महाराजा, मुगल शसक और अंग्रेज़ो ने इस देश को इतना कभी नही लूटा था जितना की हमने ने लूट डाला/ क्योकि आज तक के एतिहास में .मनमोहन जैसा बेशर्म और ..गैर स्वाभिमानी बेईमान पीयेम ..नहीं हुआ होगा . बेइमानू की लिस्ट में इसका नाम गिनीस बुक में दर्ज करना चाहिये सरकार चाहती की उसे 5 साल का लूटने का सर्टिफिकेट मिल गया है लूटने का? अभी 2 साल और लूटना है

 जो कुछ हुआ उसके लिये कांग्रेस खुद ही जिम्मेदार है. बाकी शहरदो पर हमारे कई सेनिको को बड़ी बर्बरता से मारा जाता है. अगर एक आध नेता को पहली बार किसी ने मार दिया तो कौन से बड़ी बात हो गयी. सहीद के खाते मे डाल दो इसका नाम. अब तो इन भरष्ट नेताओ को समझ मे आ जाना चाहिये की उनके शहीद होने पर लोग कितने दुखी होते है. इसलिये इनको अपने आप को सुधारना होगा. इतने सारे कॉमेंट रोज पढ रहा हूँ लेकिन किसी ने एह नही लिखा की बुरा हुआ. बल्कि लोगो को तो एह कहते सुना की हर महीने 2-3 नेताओ को टपकाना चाहिये. आज शहरद पर एक सेनिक मरता है तो पूरे देश मे दुख की लहर दौड़ जाती है लेकिन आज जब एह नेता मारे तो लोगो को खुश होते देखा.


जापान दौरे पर गये डॉ० मनमोहन सिंह की आँखों से उस समय खुशी के आंशू झलक पड़े जब एक छोटे रोबोट ने उनसे हाथ मिलाते हुए पूछा "और बड़े भाई कैसे हो" ??

ने आज बिलकुल सही प्रश्न उठाया है ..यदि उनके गुरु के गायब होने का मामला इतना महत्वपूर्ण है की तुरंत सी बी आई जांच कराई जा रही है तो मेरा सरकार से व्यक्तिगत रूप से यह आग्रह है की इन सब मामलो की जांच तो उससे पहले ही की जानी चाहिए… १-रानी लक्ष्मी बाई के मौत के पीछे सिंधिया परिवार का कितना हाथ था ? २-चन्द्र शेखर आज़ाद की मृत्यु नेहरू के घर पर उनकी गरमा गरम बहस के कुछ घंटे बाद ही इलाहबाद में ही क्यों हो जाती है ?? ३- भगत सिंह के पहचान में मुख्य भूमिका निभाने वाला सोभा सिंह से ऐसा कांग्रेसियों का कौन सा प्रेम है जो उसके नाम पर दिल्ली में सरकारी इमारतों का नाम रखवा रही है? ४-नेता जी सुभाष चन्द्र बोश के मौत के पीछे नेहरु की कितनी भूमिका रही? ५-लोर्ड माउंट बेटन की बीबी से नेहरू जी के ऐसे कौन से रिश्ते थे जिस कारन वह अंग्रेजो की हर बात मान लिए और भारत माता के दो तुकडे करने के लिए राज़ी हो गए ? ६-सरदार पटेल जैसे महान नेता को नेपथ्य में धकेलने में नेहरू का कितना हाथ था?? ...2..

 बाबा राम देव ने आज बिलकुल सही प्रश्न उठाया है ..यदि उनके गुरु के गायब होने का मामला इतना महत्वपूर्ण है की तुरंत सी बी आई जांच कराई जा रही है तो मेरा सरकार से व्यक्तिगत रूप से यह आग्रह है की इन सब मामलो की जांच तो उससे पहले ही की जानी चाहिए… १-रानी लक्ष्मी बाई के मौत के पीछे सिंधिया परिवार का कितना हाथ था ? २-चन्द्र शेखर आज़ाद की मृत्यु नेहरू के घर पर उनकी गरमा गरम बहस के कुछ घंटे बाद ही इलाहबाद में ही क्यों हो जाती है ?? ३- भगत सिंह के पहचान में मुख्य भूमिका निभाने वाला सोभा सिंह से ऐसा कांग्रेसियों का कौन सा प्रेम है जो उसके नाम पर दिल्ली में सरकारी इमारतों का नाम रखवा रही है? ४-नेता जी सुभाष चन्द्र बोश के मौत के पीछे नेहरु की कितनी भूमिका रही? ५-लोर्ड माउंट बेटन की बीबी से नेहरू जी के ऐसे कौन से रिश्ते थे जिस कारन वह अंग्रेजो की हर बात मान लिए और भारत माता के दो तुकडे करने के लिए राज़ी हो गए ? ६-सरदार पटेल जैसे महान नेता को नेपथ्य में धकेलने में नेहरू का कितना हाथ था?? ...2..

 ..2...... ७-कश्मीर के मुद्दे को जान बुझकर अपनेकश्मीरी रिश्तेदारों के कारण लटकाकर रखने में नेहरू की कितनी भूमिका थी? ८-नेहरु के समय जनसंघ के महान नेता श्यामा प्रसाद के मौत के पीछे नेहरु की कितनी भूमिका रही ?? ९-लाल बहादुर शास्त्री के मौत में इंदिरा गांधी का क्या योगदान था ? १०-जनसंघ के महान विचारक और प्रसिद्द दार्शनिक पंडित दीन दयाल उपाध्याय के मौत में इंदिरा गांधी की क्या भूमिका थी ? ११-संजय गांधी के मौत में इंदिरा गांधी का क्या योगदान रहा ?? १२-सोनिया और माधव राव में ऐसे कौन से सम्बन्ध थे जो की शादी के बाद भी एक ही गाडी में आधी रात को दारु पीकर अकेले दिल्ली में घुमते रहते थे ? १३-इंदिरा गांधी के गोली मारे जाने के बाद सोनिया गांधी द्वारा उन्हें अस्पताल में ले जाने में की गयी देरी जान बुझकर थी या संयोग था इसकी जांच क्यों न की जाय ?? १४-भोपाल गैस त्रासदी के मुख्य अभियुक्त को देश से भगाने में गांधी परिवार का क्या योगदान रहा?? .........3......

 ......3......... १५-दंगो में दंगाईयो को भड़का कर लाखो सिक्ख भाइयो को मरवाने वाला कौन है? १६-माधव राव ऐसा कौन सा राज़ जानते थे जिसके कारण उनकी असामयिक मौत हो गयी ? १७-क्वात्रोची के बंद खातो को चुपके से बिना देश को बताये चालू कर देने के पीछे किसका हाथ था ? १८-राहुल गांधी किस नियम के अंतर्गत अवैध होते हुए भी भारत में दोहरी नागरिकता ग्रहण किये हुए है ?? १९-रोबेर्ट वाड्रा के परिवार वालो के रहस्यमय मौत की जिम्मेवारी किस पर है ?? २०- सुल्तानपुर के गेस्ट हाउस में रात को शराब पीकर अपने अँगरेज़ मित्रो के साथ लड़की के साथ बलात्कार करने वाला कौन है ?? इसके अलावा प्रश्न बहुत है पर कम से कम इन मामलो की जांच करायी ही जानी चाहिए. फिर यदि सी बी आई को टाइम मिल जाय तो अवश्य ही वह गुरु शंकर देव के गायब होने की जांच कर ले.

भारत मॆ उच्चतम न्यायालय ही अब एक मात्र विकल्प है, जॊ मुल्क मॆ हॊ रहॆ बवन्डर मॆ लिप्त लॊगॊ कॊ तलाश कर राष्ट्रद्रॊह की परिभाषा कॊ अमल मॆ ला सकता है, जितना बडा जुर्म हॊगा उतनी बडी सजा का हकदार कहलायगा, अब इस मुल्क मॆ राजनीति सॆ जुडॆ अपराधी, बम्बइया फिल्म नगरी और आई पी एल कॆ मास्टरमाइन्ड इन तीनॊ का गठजॊड इस मुल्क कॆ लियॆ सिरदर्द बन गया है, पाकिस्तान मॆ मुशर्रफ पर राष्ट्रद्रॊह का मुकदमा ठॊक दिया गया है, पाक की जमी पर जब वह‌ उतरा तॊ उसकॆ जहन मॆ पाक मॆ हॊनॆ वालॆ इन्त्खाबाद ही थॆ, लॆकिन उसकॆ बडबॊलॆपन नॆ अपनॆ कुकर्मॊ कॊ अनायास ही भुला दिया | उसनॆ न्यायपालिका पर प्रहार किया यही सबसॆ बडा गुनाह् था पाक कॆ उस हिटलर‌ का | ठीक उसकॆ उलट दक्षिण एशिया का सबसॆ बडा मुल्क आज रसातल मॆ धस गया है, भारतीय पुलिस नॆ ताबडतॊड गिरफतारिया कर यहा कॆ राजनैतिक अपराधियॊ की नीद उडा दी है, यहा सत्त्ता कॆ दलाल साल दर साल ताकतवर हॊतॆ गयॆ, आज हालात इस कदर बिगड गयॆ है, कि मुल्क का हर राज्य खतरनाक अपराधियॊ स

हिन्दुस्तान की मिडिया की हालत न केवल भांड की तरह

ड़ा भर चुका है और अब फूटना शुरू हो गया हैऽग्ले साल इन दिनो कांग्रेसी नेता कोई सुबह कोई शाम कोई दोपहर और कोई रात मे ऐसे ही गिरफ्तार होते हुए दिखेंगे भ्रष्टाचार मे जैसे की आजकल मेइच फिक्सिंग और क्रिकेट सट्टे मे आजकल क्रिकेट की हस्तियाँ..नित नित नये नये खुलासे होंगे कोई च्छोते कोई मोटे कोई बड़े नेता अपने लूट के मामले मे पकड़े जयेन्गे. जेलों मे जगह भी मीनली मुश्किल होगी और पुराने आ राजनैतिक मुजरिमो को च्छॉदकर नेताओं क्र लिये जेलों मे जगह बनाई जायेगी. कांग्रेसियों को चाहिये जेलों मे सुख सुविधायें खूब बढ़ा दे. एसी टीवी डबल बेड फ्रिज का इंतजाम सभी जेल की कोठड़ियों मे अभी से कर दिया जाय.

 पहली बार कुछ नेता लोग क्या मारे गये चारों तरफ हल्ला मचा हुआ है, इतने दिनो से सुरक्षा बल के जावान शाहिद हो रहे थे तो कोई नई बोलता था, हिसाब लगा के बताओ कितने नेता मारे गये और कितने जवान फिर एसा कॉमेंट करना की इसने सुरक्षा नही दिया या उसने, सुरक्षा बल के लोगों को तो बलिं का बकरा बना दिया है इन नेताओं ने.

 साठ सालो से अरबो रुपये बस्तर विकास के नाम पर आये और नेताओ, अफसरो,पत्रकारो की जेब मे गये, आदिवासी लन्गोटी मे था अब भी है, ऐसे मे नक्सलवाद नही पनपेगा तो और क्या होगा. अब बोया फसल काटो, अरविन्द नेताम जैसे नेता ऐसे ही करोड़पति नही बने. बस्तर महाराजा को भी कांग्रेसियो ने गोलियो से मरवाया था. कालचक्र घूम कर वही आ गया.

 अरबो हम खा गये खरबो हमे खाना हैं, मीलों हम आ गए मीलों हमें जाना है. काफी तो लूटा हैं बाकी भी स्विस पहुंचाना हैं. 27 से लगी डर तो आइपीएल का बहाना हैं, जरूरत पड़े तो गोली बम से भी भटकाना हैं. चल रहा भारत लूट अभियान...

 नेता की मौत लोकतंत्र पर हमला नहीं है लोकतंत्र पर हमला तो रोज होता है भूख से हर एक मौत लोकतंत्र पर हमला है! कुपोषण से हर एक मौत लोकतंत्र पर हमला है! रेल हादसे की हर मौत लोकतंत्र पर हमला है ! बलात्कार की हर घटना लोकतंत्र पर हमला है! हर एक घोटाला लोकतंत्र पर हमला है ! आम आदमी का सरकारी दफ्तर में लगाया हर एक चक्कर लोकतंत्र पर हमला है वर्षो तक चक्कर न्याय की तलाश में लोकतंत्र पर हमला है क्या दिल्ली में में 7000 बेक़सूर सिखों का हुआ नसंहार लोकतंत्र पर हमला नहीं था लोकतंत्र बचा कहाँ है लहूलुहान पड़ा है अपनी अंतिम साँसे गिनता एक नेता की मौत लोकतंत्र पर हमला बिलकुल नहीं है..

 लगता है कॉंग्रेस्स को सानी की पूजा करनी चाहिए. इनको सानी का दशा चलरहा है. इश सानी देव इनको बर्बाद करके ही दम लेगा. इनकी काउंट डाउन की सुरूवात हुआ अन्ना हज़ारे से. रफ्तार पकड़ा रम देव से . आग मे तेल का काम किया इनके सारी भ्रस्टाचारी घोटालो ने. बलि छड गया कुछ मंत्री ओ ने. इश हवका फायदा लेते हुए इनका नींद हरम कर दिया पार्लिमेंट मे बीजेपी ने. मोदीजी का भूत सताया अनेबाले एलेक्षन की रण नीति ने. चीनी ने इनके घओ पे नमक छेद दिया ओर पाकिस्तान ने इनके उपर मल त्याग कर दिया. बचा कुछ जो बचता नक्सलिओ ने पूरी करदी. अब बताये इन सानी देव से कॉंग्रेस्स केइशे बचे. जेईशि करनी ओइसी भरनि. जाई हिन्द.

हिन्दुस्तान की मिडिया की हालत न केवल भांड की तरह

 है अपितु बिगडती समाजिक व्यवस्था के लिए बहुत कुछ जिम्मेबार मिडिया भी है | सोचे की हिन्दुस्तान के 125 करोड़ लोगो को आई पी एल से क्या फायदा होता है, क्या आई पी एल से हिन्दुस्तान का नाम रौशन होता है; या फिर आई पी एल की बजह से ०हमारी ताकत बढ गईऔर चाईना पाकिस्तान या अफगान हमसे डरने लगा| नही ऐसा कुछ भी नही है, फिर क्यो ये भांड मिडिया सुबह से शाम शोर मचाते है? एक 13 साल का बच्चा आई आई टी पास करता है, उसके लिए मिडिया के पास टाईम नही है | देश के आधे हिस्से मेपा

 आईपीएल का ढांचा पहेले से ही ऐसा बनाया गया उसमें सट्टैबाजी, लडकीयों का व्यापार, हवाला के माध्यम से काले धन का सफेद बनाना, सब आसानी से हो ईसके लिये ये सारा तामजाम कीया गया है। और इन सबका फाईनान्स दूबई से हो रहा है। हम सब बेवकूफ लोग ईसको रात रात जागकर देखतें हैं। ये फेन्चाईसी में क्रिकटरों की बीक्री से लेकर जो पैसे का व्यवहार होता है ईसका कोई हीसाब है? ईनकम टेक्स व्यापारीऔ तथा पगारदारो को छोड कर ईनके पीछे पडेगा तो भारत की तिजोरी एक ही आईपीएल में भऱ जायेगी। सरकार को क्रिकेट बेटिंग औफिसियल कर देनी चाहीये। पूरे देश में किसिको कोई टेक्स भरने केी जरूरत ही नहीं रहेगी।

 उस पुलिस का क्या भरोसा जो आदमी देखकर लोगो को पकड़ती हैं. जो कांग्रेस का विरोधी वो नीरज कुमार का विरोधी. इन सब पार्टिओ ने अपने सब तोतो को फिट किया हुआ हैं .एह तो बहुत पेहले रिलीस होना था पर सब आकओ से बात करने के बाद फाइनल हुआ. अभी कुछ दिन पेहले इंग्लेंड का डोरा हुआ था जिसमे धोनी के गिडारह हार गये कोलकाता मे इनकी हार हुई 7 विकेट से. सेलेक्षन मीटिंग 5 स्तर होटेल मे होनी थी पर रेपोर्टेरो की भीड़ को देखते हुए सब स्टेडियम मे बेत गये. निकलता सचिन तिंगू को था जो देश की जनता को अपनी नकली प्रॅक्टीस दिखाकर उल्लू बना रहा था. वैसे माना नही सारे मैच खेला वोही पोंटिंग को देखो कॅप्टेन्सी रोहित को दे दी. पर निकले कौन टीन कमजोर कड़ी. एह सब जब इश्यू कुछ होता हैं एह कुत्ते उन लोगो को फसा देते हाइयन जिसका आयेज कोई भविष्या नही. बीसी सी ई से कुछ नही होगा अभी राहुल शर्मा और पोर्नेल ड्रग्स लेते हुए रंगे हातो पकड़े गये क्या किया. इंडियन पैसा खाओ लीग मे पुणे की तरफ से खेल रहा हैं ना. इन सब कुत्तो को पैसो से मतलब ह

 आइ.पी.ल. खेल न होकर एक तमाशा है जहां सब कुछ विकता है इसीलिए खिलाड़ियो की बोली लगती है. टीम का मलिक पैसे कामता है, मीडिया इसके मैच को प्रमुखता देता है और सारा समय इसकी बक-बक करता रहता है. विदेशी खिलाड़ियो की भी बेल बले बले होरही है जिनको उनके देश मे कोई नही पूछता. फिर अपने खिलाडी क्यो पीछे रहे जहा मोका मिले हत मारो जो पकड़ा गया चोर. बाकी देश की मूर्ख जनता है ही जो मजमा लगाने पैसे देकर इकठा हो जाती है.

 आईपील का आधार भ्रष्टाचार है| कोई बताए आईपील कराने की मजबुरी? आईपील से फायदा किसे हो रहा है ? कुछ खिलाडी और कुछ व्यापारी मालामाल हो रहा है | राजनेताओ का पैसा काला से सफेद हो रहा है| अरबो रूपया का बारा न्यारा होता है, हर मैच के बाद फिल्मी अभिनेत्रीयो एवं चियरलिडर के साथ पार्टी के नाम पररंगरेलिया होती है| भ्रष्टाचार, महंगाई, आतंकबाद आदि सेध्यान हटाने के लिए दो महीने का नौटंकी शुरू किया गया है|

 कोई बताए की आईपीएल से कौन सी देशभक्ति हो रही हैऔर समाज का विकास होरहा है. यह पूरा का पूरा आईपीएल ही सही मायने मे जुआरियों का अड्डा है जो खुलेआम खेला जा रहा है और जिसे सरकारी संरक्षण प्राप्त है. लोगों का स्वास्थ्य व समय, छात्रों की पढ़ाई, बिजली की खपत, और ना जाने कितनी बर्बादी इस क्रिकेट के जुएँ से होरही है जिससे देश की और लोगों की उत्पादकता कम हो रही है. और दिल्ली पुलिस ने क्या काबीले तारीफ हाथ मारा है. तीन बेचारे युवाखिलाडियों को पकड लिया जैसे बहुत बड़े अपराधी, बलात्कारी या आतंकवादी पकड लिए गये हों. इन बेचारों की तो जिंदगी ही तबह कर दी. जिस दिल्लीपुलिस से आएदिन बलात्कारी नही पकड़े जाते वह सिर्फ नाम पाने के लिए कुछ खिलाडियों को पकड कर मीडिया मे सुर्खिया बटोर रही है. क्या देश के मंत्री, नेता, विधायक, अधिकारी, बिजनेसमैन, और खुद पुलिस के लोग भ्रष्ट नही है या उनके ताल्लुकात अपराधियो और डी-गैंग से नही है. उन्हे क्यूं नही पकड़ती. क्याक्रिकेट बोर्ड और जोटीम मे जमे प्लेयरहै वहसब दूध के धुलेहै.

 आईपीएल का ढांचा पहेले से ही ऐसा बनाया गया उसमें सट्टैबाजी, लडकीयों का व्यापार, हवाला के माध्यम से काले धन का सफेद बनाना, सब आसानी से हो ईसके लिये ये सारा तामजाम कीया गया है। और इन सबका फाईनान्स दूबई से हो रहा है। हम सब बेवकूफ लोग ईसको रात रात जागकर देखतें हैं। ये फेन्चाईसी में क्रिकटरों की बीक्री से लेकर जो पैसे का व्यवहार होता है ईसका कोई हीसाब है? ईनकम टेक्स व्यापारीऔ तथा पगारदारो को छोड कर ईनके पीछे पडेगा तो भारत की तिजोरी एक ही आईपीएल में भऱ जायेगी। सरकार को क्रिकेट बेटिंग औफिसियल कर देनी चाहीये। पूरे देश में किसिको कोई टेक्स भरने केी जरूरत ही नहीं रहेगी।

क्रिकेट के करप्सन को इतना आसानी से नहीं लेना चाहिए क्योंकि इससे देश करोडों क्रिकेट प्रमियों के दिल जुडे है।। भ्रष्टाचार चाहे संसद में हो या क्रिकेट में या फिर पुलिस में या पब्लिक मेंए भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए अब हमें आगे आना होगा । किसी भी जाति या धर्म के लोगों को इस भ्रष्टाचार से कोई फायदा नहीं है अब पूरे सिस्टम में बदलाव की जरूरत है पूरे सिस्टम को बदलना जरूरी हो गया है। देश में होने वाला चाहे कोयला घोटाला हो या बोफोर्स घोटाला या फिर कोमनवेल्थ् घोटाला या कोई अन्य घोटाला इन सभी पर ढंग से कर्यवाही नहीं होने से देश के अन्य लोगों का भी घोटाला करने में उत्साह बढता जा रहा है यदि यह घोटालों की फेहरिस्त ऐसे चलती रही तो देश का बंटाधार हो जायेगा। बी.पी.बालियान mobile no 9212653245

संसद कभी पवित्र हुआ करती थी. अब केहना लोकतनत्र का अपमान है जहा पर देश पर डाका डालनेवाले और देश को खतम करनेवालो कामो के नेता लोग वहा है संसद हो या आई पी एल हो या राजनीति पार्टिया हो सब पवित्र होते है बल्कि मंदिर - मस्जिद - चर्च गुरुद्वारा आदि होते है अगर पाओई होते है जो इंसान वहा पर जाते है इन्होने हरम की कमाई या देश द्रोही करने के लिये नही काः उहसको इंसान रूपी लोगो ने किया. जब नेता लोग हरम की कमाई करे तब आई पी एल का क्या कसूर. क्या वो नही जानते है की जब बाप हरामा की कमाई करे तब क्यो नही किया जाये कोई बताये कोईटने नेता सासनद में है जो देश को अपना मानते है और काभिओ हरम की कमाई नही की. जब आज 97% हरम की कमाई कर रहे है तब उष्का असर उनपेर होना कोई गलत नही है जानी सब जनता को लालू बनाते है क्या सासनद में मूल्यज सिंह यादव - बेनी प्रसाद के बयान सड़ना की गरिमा बड़ा सकते है क्या संसद पवित्रा की निसानी है कोयला काण्ड में जो हुआ क्या भारत सरकार ने संसद को पवित्र माना. जो सड़क पर होता है वो हो रहा है

 
संसद में भी नोटों की गड्डियाँ लहराई गयी थी वो क्या था?क्या संसद बिके नहीं थे,कई सांसदो पर हजारों केस चल रहे हैं उनका क्या हुआ?भारत माता को डायन कहने वाले जन प्रतिनिधी भी हैं उन पर देश द्रोह का मुकदमा क्यों नहीं?हजारों घोटाले रोज-रोज प्रकट हो रहे हैं उनका क्या हुआ,बात करते हो संसद की,रहा सवाल मैच फ़िक्सिंग की दोषियों को सजा मिलनी चाहिये और संसद की गरिमा को ठेस पहुचाने वालों को भी सजा जेल होनी ही चाहाए|यह भी कोई बात हुई जब तक आरोप सिद्ध नही हों उनको सजा नहीं हो सकती |

 नई दिल्ली।। आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के लिए राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेटरों ने बुकीज से सिर्फ पैसे नहीं लिए। दिल्ली पुलिस को बुकीज के फोन कॉल्स से जो सबूत मिले हैं, उससे पता चलता है कि गिरफ्तार किए गए कम से कम दो क्रिकेटरों को लड़कियां भी सप्लाई की गई थीं। अंग्रेजी अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, सट्टेबाजों की रिकॉर्डेड बातचीत से पता चलता है कि दो बुकियों मनन और चांद ने एस. श्रीशांत और अजीत चंदीला के लिए कम से कम तीन बार लड़कियों का इंतजाम किया था। दिल्ली पुलिस के एक ऑफिसर ने बताया कि इन बातचीतों में कई बार लड़कियों को भेजने और उनके पहुंचने का जिक्र आता है।

डिप्रेशन में श्रीशांत, परिवार के सामने फूट-फूट कर रोए

 दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की कस्टडी में चल रहे श्रीशांत की तबीयत खराब होने की सूचना है। घबराहट की शिकायत पर सेल के ऑफिसरों ने एम्स के डॉक्टर से श्रीशांत का मेडिकल चेक अप भी कराया है।  वह डिप्रेशन में आ चुके हैं। कल परिवार के सामने ही वह फूट-फूट कर रोने लगे।

जब लड़कियॉ के साथ रात बीताता था ओर फिक्सिंग करता था तब मया याद नही आई? अब रोने से ओर डिप्रशन मे आने से क्या फायदा.... सज़ा तो होनी ही चाहिये ओर उसे भुगतनी भी पड़ेगी.
चोर चोर मोसेरे भाई सब मिल जुल के खा रहै है नेता भी अपना फर्ज निभा रहै है (अपना हिसा लेने का ) ! भारत की गलियो मे मचा है शोर चोर चोर चोर .
ये खेल था ही नही.  सीधी तरह पैसे के इन्वेस्टमेंट..हें काल धन लगने का एक अड्डा बन चुका है..बहुत बड़े सट्टे का केन्द्र...अब सही मायने मे देखने का समय आ गया है.. इसमे जो बड़े बड़े लोग या चेहरे दिख रहे हैं..या दिखते हैं..ये क्रिकेट के कारण नही या इन्हे क्रिकेट से कोई लेना देना है ऐसा नही..ये शुद्ध सटोरिये.. पूर्णतः अपना धंधा करने आते हैं..इनके फोनकाल्स पर पुलिस की भी कड़ी नज़र हमेशा से रही है..क्योंकि इन्ही फोन-काल्स के आधार पर बड़े बड़े पुलिस के व अन्य अधिकारी इसमे पैसा लगाके अपार धन कमाते हैं..,कांग्रेस के"बंसल-मामू"पर से जनता का ध्यान हटाने के लिये इस गोरख धंधे का सहारा लिया.. और इन गधे"खिलाडियों"को बलि का बकरा बनाया..और फलस्वरूप..देखिये बंसल-मामू 'सीन' से बाहर हो गये..और कोई कांग्रेस की तरफ देख भी नही रहा..कांग्रेस इसमे सफल हो गयी..इसीसे यह भी सिद्ध होता है कि सीबीआइ    सरकार का तोता  है.. कांग्रेस चाहे जिसके पीछे  लगा देतीहै
अब श्रीनिवासन के लाड़ले धोनी और धोनी की रामप्यारी साक्षी का क्या होगा? ------ अब बोल " लोगों का तो काम है कहना"| मेडम, ये लोग जिस के पीछे पड जाएं, या तो उसे खुदा बना के छोड़ते हैं या फिर उसे कहीं का नहीं छोड़ते! --- जब से गुरुघंटाल गिरफ्तार हुआ है, लगता है तब से मेडम का या तो ट्विटर खराब हो गया है या फिर नेट ने ही काम करना बंद कर दिया है! कुछ लिख ही नहीं रही मोहतरमा! ---- स्टेडियम में तेरे मारे हुए लटके- झटके ही मिस्टर धोनी की गाँड फाड़ने वाले हैं! अरे मेडम दूसरे भी क्रिकेटर हैं, उनकी भी पत्नियाँ हैं| पर तेरे को तो स्पेशल आग लगी थी पूरी दुनिया के सामने गुलाटियां मारने की!!!
दामाद के करनी का फल यदि ससुराल वाले को भुगतना पड़ता है तो फिर रॉबर्ट बॉड्रा द्वारा किये गये भ्रस्टाचार के लिये लोग कांग्रेस से क्यों सवाल नही कर रहे है ? आई पी एल-2013 मे इतना भ्रस्टाचार हो गया फिर भी राजीव शुक्ला अपने पोस्ट मे कैसे बने हुए है, जबकि कुछ इसी तरह के आरोपों के लिये ललित मोदी को बर्खास्त किया गया था ?


बहुत बड़ी साजिस के तहत सिर्फ और सिर्फ इस फ़िक्सिंग समाचर को उठाया जा रहा है. कोई यह बताये की देश की जनता का क्रिकेट घोटाले और फ़िक्सिंग या जून से क्या सरोकार या मतलब है. हमारा कोई पैसा नही लगा, हमारा कोई टेक्स नही लगा. इस जुएँ को खेलने वाले क्लब के आयोजक, खिलाडी, फिल्म के लोग, गुंडे, मवाली, चोर व्यवसायी, कालेपैसे रखने वाले लोग, शौकिया लोग, लालची लोग , राजनीति के नेता, छुटभैये नेता आदि तमाम लोग है जिनके पास ईमानदारी का पैसा नही है और जल्दी से कालाधन बढाना चाहते है. ए लोग ही शामिल हैं. अब उनके पैसे डूबें, वो मारे या सड़े उससे हम आमलोगों का क्या मतलब. आखिर समाचर और टीवी वाले इस खबर को बार-बार किसकी इच्छा पर दिखा रहे हैं. आमलोगों का पैसा देश की सरकारी सम्पतियों मे लगा है और उससे जुड़े घोटाले अनगिनत है जैसे की रेलकाण्ड, खेल काण्ड, फोन काण्ड, बिजली काण्ड, कोयलाकाण्ड, स्पेक्ट्रमकाण्ड, सड़क घोटाले, हेलीकाप्टरघोटाले, और जाने कितने काण्ड है जो गिने नही जा सकते उसपर से ध्यान किसके कहने से हटाया जा रहा है. इस पर मीडिया चर्चा क्यूं नही करती है. मीडिया क्यूं डर या लालच से ऐसा करती है.






हाल कांग्रेस चुनाव की मशीनो का कर रही है. आप कांग्रेस के अलावा किसी और पार्टी को वोट दें तो गिनती मे नही आयेगा पर यदि कांग्रेस पर क्लिक करोगे तो दुगुना गिन लिया जायेगा. अबकी जनता को जागरूक रहेगा क्योंकि अबकी बार जनता के वोट से नही बल्कि धोखे बाजी और फ्रअड से कांग्रेस जीतेगी, इसीलिये कांग्रेस घोआताले पर घोटाले करती रही है और बेशर्मी से नकारती रही है, मंहगाई बढाती रही है और जनता की मजबूरी और असहाय स्थिति का उफास मजाक करती रही . से जनता खून खुद चूसना और गॅस पेट्रोल चीनी और सभी दवाइयों आदि की बड़ी कम्पनियों से रिश्वत और कमीशन के बदले  जनता को लुटवाने की बेशर्म हरकत डंके की चोट पर मक्कारी से करती आई है क्योंकि अबकी बार कांग्रेस को जनता के वोट की कोई परवाह नही है. चुनावों को रग करके वोटिंग मशीन मे गड़बड़ी और छेड़छाड़ करके जीतने की कोशिश करेगी. यदि जनता जागरूक नही रही तो जनता क्र वोट को लात मार कर मशीन की गडबड के भरोसे कांग्रेस आश्वस्त है की मशीन को मॅनेज कर लेगी. जेपीसी जैसी कमेटी भी भ्रष्टाचार को दबा कर डकैतों लुटेरों को ईमानदार का प्रमाणपत्र दे दिया है.







हमारे देश के राजनेताओं को हिन्दू आतंकवादी नजर आता है........ ब्रिटेन की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती मार्गरेट थैचर के उद्गार जो उन्होंने १९८८ में व्यक्त किया था!! :-''पिछले वर्ष लन्दन में एक तीन दिवसीय हिन्दू सम्मलेन का आयोजन हुआ था जिसमें ब्रिटेन में रहने वाले एक लाख हिन्दू इक्कट्ठे हुए थे ! हमने उस कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था के लिए मात्र 400 पुलिस कर्मियों को भेजा था ! क्यों...कि हमें पता था की वहाँ जमा सारे लोग हिन्दू हैं ! हिन्दू हमेशा शांतिप्रिय जीवन जीने की कामना करता है और इसीलिए हमें कानून व्यवस्था को लेकर किसी भी प्रकार के खतरे का भाव कभी भी मन में नहीं आया ! हमें किसी भी प्रकार की कोई चिंता नहीं हुई उस सम्मलेन के सन्दर्भ में !''परन्तु उसी वर्ष लन्दन में ही एक हजार इमामों का एक सम्मलेन हुआ ! और उन एक हजार लोगों के कार्यक्रम के संभाल के लिए हमें दो हजार पुलिस बल तैनात करना पड़ा ! कारण इस्लाम उपद्रवियों का समाज है ! और उस पर भी ये मौलाना ही सभी उपद्रवों के जड़ हैं ! . ...2....

..2.... इसीलिए कानून व्यवस्था को लेकर प्रशासन चिंतित था ! '' हमें पता है कि हिन्दू सपने में भी किसी का नुकसान नहीं कर सकता ! और हिन्दुओं की ''परिवार व्यवस्था'' तो दुनियाँ की अनोखी व्यवस्था है ! आपके परिवारों में जो संस्कार सिखाये जाते हैं उसका ही परिणाम है यह शांतिप्रियता ! आपकी जीवन पद्धति से प्रभावित होकर हमने अपने 100 सांसदों के परिवारों में प्रयोग के तौर पर यह हिन्दू जीवन शैली को अपनाने का प्रयोग करने का निर्णय लिया है ! अगर हमें सफलता मिली तो हम ब्रिटिश संसद में इस विषय पर एक प्रस्ताव पारित करेंगे ! (धय्ताब्य है की मार्गरेट थैचर की सरकार ने यह प्रस्ताव ब्रिटेन की संसद में पारित करवाया था उनके इस भाषण के एक वर्ष के उपरांत !) ब्रिटेन में हिन्दू परिवार व्यवस्था अपनाया जाय यह हमारी हार्दिक इच्छा है ! उपरोक्त उद्गार ब्रिटेन की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती मार्गरेट थैचर ने १९८८ में लन्दन में आयोजित ''हिन्दू स्वयमसेवक संघ'' के एक कार्यक्रम में उपस्थित स्वयंसेवकों को संवोधित ....3..

मेरा " आज का टॉपिक" से निवेदन है कि इस बातों पर खोज करें और रोशनी डालें कि सऊदी अरब के खलीफ़ा अब्दुल्ला बिन अब्दुल आजीज क्या सच मुच टपक गये हैं? --- क्या इसराएल इस साल में ही ईरान पर अटैक कर देगा? ---- क्या मन्दि की मार झेल रहा अमरीका, गृहयुध के डर से अपने सभी नागरिकों के हथियार जब्त करने की प्लानिंग कर रहा है? और ये जो अमरीका में आये दिन शूटिंग की घटनाएं हो रही है वो जनता में डर पैदा करने की एक कड़ी हैं? ताकि जनता को खुद ही अपने हथियार सरेंडर करने का माहोल बनाया जा सके? ---- क्या वेटिकन सिटी के मौजूदा पोप आखरी पोप हैं जो रोम से अपनी सत्ता चलायेंगे? क्या वो अपना धार्मिक केन्द्र रोम से येरुशलम शिफ्ट करने वाले हैं? ----- अमरीका के राष्ट्रपति बरक हुसेन ओबामा सचमुच इस्लाम छोड़कर ईसाई हो चुके हैं या फिर इस मसले पर उन्होने पूरी दुनिया को गुमराह किया है?

प्राप्त सूचनाओं के अनुसार कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने धार्मिक नगरी उडुपी के प्रसिद्ध श्रीकृष्ण मंदिर और गोकर्ण मंदिर को शासकीय मुज़राई विभाग के नियंत्रण में लेने का फैसला किया है. येद्दियुरप्पा द्वारा गोहत्या बंदी क़ानून को रद्द करने के बाद नई-नवेली सिद्धरमैया सरकार ने अब मंदिरों की तरफ अपनी निगाह घुमाई है... ============= बहुत बढ़िया सिद्धरमैया जी... बधाई हो... लगे रहिए हिन्दू लोग लात खाने लायक ही हैं... अगले पाँच साल तक हिन्दुओ के पिछवाड़े पर जमाते रहिए...

यूपी: कोसीकलां में एक के बाद एक 5 धमाके, दहशत यूपी के कोसीकलां कसबे में एक बाद एक हुए 5 बम धमाकों से दहशत फैल गई। कुछ लोग भरे बाजार में बम फेंकते हुए फरार हो गए। इन धमाकों में पांच लोग घायल हुए है। धमाकों के बाद फैली दहशत के चलते बाजारों में शटर धड़ाधड़ गिरते गए। अफरा तफरी और भगदड़ मच गई। चार धमाकों की दहशत से लोग अभी उभर भी नहीं पाए थे कि रात लगभग 11 बजे फिर से एक धमाका हो गया। कसबे में दहशत और तनाव भरा माहौल है। भरत मिलाप चौक पर शाम करीब साढे़ आठ बजे चाट की ठेल लगी थी। अचानक तीन-चार लोग आए और जब तक कोई कुछ समझ पाता बम फेंकने लगे। दो सौ गज के दायरे में तीन बम फेंक कर वह भाग निकले। बस फटने से अर्जुन की ठेल पर चाट खा रहे हुलवाना निवासी दो भाई विजय एवं राजू, अर्जुन का बेटा मुरली मनोहर, पंकज घायल हो गए। थोड़ी दूरी पर दूसरे बम के फटने से बर्तन व्यवसायी इंदर सैन का पुत्र उमाशंकर अग्रवाल घायल हो गया। विस्फोट इतना तेज था कि उमाशंकर के हाथ के चीथड़े उड़ गए। दूर-दूर तक विस्फोट ......2...

......2........ की आवाज सुनाई दी। भगदड़ और अफरा तफरी भरे माहौल में देखते ही देखते कसबे की सड़के सुनसान हो गई। सूचना पाकर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। पुलिस यहां छानबीन कर रही रही थी कि मुहल्ला बलदेव गंज में एक और विस्फोट हो गया। एसएसपी और अन्य अफसर भी मौके पर पहुंच गए। भारी पुलिस फोर्स और अफसरों की मौजूदगी के बावजूद रात करीब 11 बजे मुहल्ला रामनगर में एक और धमाका बम फेंककर किया गया। कसबे में इन विस्फोटों से लोग दहशत में हैं। गत वर्ष एक जून को कसबे में दंगा हुआ था। ऐसे में दो दिन पहले इन धमाकों को उसकी बरसी से जोड़कर, माहौल खराब करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। डीएम-एसएसपी करेंगे संयुक्त मीटिंग आईजी जोन आशुतोष पांडेय ने बताया कि कोसी में सुतली बम से तीन जगह विस्फोट किए गए हैं। इसमें चार लोग घायल हुए हैं। कसबे में सतर्कता बरती जा रही है। कोसी दंगे की बरसी के मद्देनजर मामला और गंभीर हो गया है। शुक्रवार (आज) मथुरा के डीएम और एसएसपी कोसी में सुबह 11 बजे संयुक्त मीटिंग करेंगे। 

 कॉंग्रेस्स की बड़े नेता को मालूम था की कर्मा नक्सली की हिट लिस्ट मे है. सलुआ जुडूम के चलते कॉंग्रेस्स नक्सली की टारगेट पे थे जो कॉंग्रेस्स को मालूम था तब ए क्या कॉंग्रेससी आत्मा हत्या करने गयेथे इनके इलाके मे?. अजित जोगी आखरी समय मे आपनी प्लानिंग क्यूं चेंज की?. बिना फोर्से के इनके नक्सली इलाके मे इनकी काफिला लेनेकी क्या जतूरत था. जो की इश्के बदले दुषरी रास्ता थी तब ए लोग ईसही रास्ते पे क्यूं गये थे. नक्सली इश परिवर्तन यात्रा पर पेहेले से  प्रतिबंद लगा दियाथा तो ए लोग क्यूं इनको टक्कर देने इनके इलाके मे गयेथे . किष्के कहने पर ए सबकी साजिश हुई थी. ए सबका जबाब सिर्फ कॉंग्रेस्स्क ई बड़े राजनेता जानते है ओर इनके मकसद सफ है, कुछ पाने केलिए कुछ खोना पड़ता है. जाई हिन्द.


सोनिया गांधी ,राहुल गांधी को लगा  बिजली का जोरदार झटका
 मुलायम सिंह अखिलेश सरकार और  सोनिया गांधी के बीच  रिश्‍तोंमें आयी खटास का कारण  बिजली का करंट है, जो मुलायम ने सोनिया और राहुल गांधी को लगाया है। यह झटका रायबरेली और अमेठी को दी जाने वाली बिजली सप्‍लाई का,है। जिसमें भारी कटौती की गई है। मुलायम के बेटे व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने विशेष आदेश जारी करते हुए रायबरेली और अमेठी से बिजली सप्‍लाई के मामले में वीवीआई शहर का दर्जा छीन लिया। अभी तक इन दोनों शहरों को 24 घंटे बिजली मिलती थी। लेकिन अब इसे घटाकर 10 से 12 घंटे कर दिया गया है वहीं बिजली विभाग ने भी जब रिपोर्ट दी तो मुख्‍यमंत्री ने सभी शहरों को बराबर से बिजली सप्‍लाई करने की बात कही। हालांकि अभी भी कुछ शहरों को वीवीआईपी दर्जा जारी रहेगा। इनमें लखनऊ, नोएडा,गाजियाबाद, मैनपुरी, कन्‍नौज, इटावा, आदि प्रमुख हैं।  बिजली का यह 440 वोल्टझटका राहुल गांधी और सोनिया गांधी कोलगा है, क्‍योंकि इस बार सपा सरकार ने सीधे उनके संसदीय क्षेत्र पर चोट की है। 

 यह एक सामन्य परिपाटी है कि किसी भी शिकायत की स्थिति में आरोपी को स्थानांतरित कर दिया जाता है ताकि वह साक्ष्यों से छेड़छाड़ न कर सके. पर यहाँ तो आरोपी ही तय कर रहा है कि रिपोर्ट का मज़मून क्या हो. इस हालत में जो हुआ कतई अनपेक्षित नहीं है. आम जनता इस बात से परेशान है किचीन हमारी सेमा में 19 मील अंदर आ गया है, सरकार चुप क्यों है. अरे भाई सरकार को अपनी कुर्सी की पड़ी है वैसे भी देश की चिंता तो उन्हें है नहीं. बस एक ही समस्या है जो उन्हें खाए जेया रही है कैसे मरने के बाद इस धन का उपयोग कर सकेंगे, क्या इतना माल आने वाली सात पीढियों के लिए काफी होगा. कुल जमा हालात बहुत संगीन है क्योंकि साँप के पास ही बीन है.


 सीबीआइ ने हलफनामा देकर सुप्रीमकोर्ट को बताया की दोनों रिपोर्ट में फर्क है क्योकि कानूनमंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय के दबाव में कई बदलाव किये गये और कुछ लोगो को बचाने के लिए सरकार का सीबीआई के उपर जबरदस्त दबाव है | सोचिये मित्रो, जैसे कई चोर जब गैंग बनाकर किसी वारदात को अंजाम देते है तब यदि पुलिस के हाथ एक चोर आ जाता है तो पुलिस कुछ नही करती सिर्फ उसके पिछवाड़े तेल में बना लालमिर्ची का पेस्ट घुसेड़ देती है .. चोर के शरीर पर कोई जख्म के निशान भी नही पड़ते और किसी भी डाक्टरी जाँच में ये साबित भी नही हो पता की चोर ने तीखी सब्जी खाई है या बाहर से उसको "खिलाई" गयी है | फिर तो चोर किसी तोते की तरफ फटाफट सच्चाई बताता जाता है क्योकि उसको जल्द से जल्द गुसलखाने जाने की तेजी रहती है | ठीक यही सुप्रीमकोर्ट ने किया .. एक चोर यानी सीबीआई को पकड़ा फिर जैसे ही सख्ती की ये चोरो की गैंग जिसका मुख्यअड्डा १० जनपथ है फटाफट बोलने लगे

 जब देश मे सारा शासन और प्रशासन कोर्ट ही तो चला रहीं हैं ..., तब आज सरकार और इतने खर्चीले सिस्टम की आवश्यकता है क्या..?ये सारे शपथ लेते हैं..देश के संविधान के अनुसार काम करूंगा.. जनहितकारी और "न्यायोचित" निर्णय लूँगा.. यही सब शपथ लेते हैं इस देश के अफसर और नेता ... किन्तु व्यवहार मे काम इसका बिल्कुल उल्टा करते हैं... मूलरूप सेकोर्ट का गठन "कभीकिसी" असहमति या विवाद के आने पर उचित हल हेतु विचार करने की आदर्श भावना से किया गया था... किन्तु आज देखें कि आज शायद ही कोई कार्य न्यायोचित और जनहितकारी होता है...सारे मामले कोर्टों मे ही जा रहे हैं "वहां" फेसले सुधर रहे हैं..,नेता और अफसर कानून का पालन करना स्वयं के लिये शर्म की बात समझते हैं... इनके गुर्गे सारे काम गेरक़ानूनी तरीके अपना कर कर रहे हैं.. अब कानून और नियम सिर्फ आम जनता के लिये ही बचें हैं... ये सब तो उनसे ऊपर हो गये हैं... अदालतें ना हों तो जंगल का राज्य हो जाये... क्या हटाना नही पड़ेगा ऐसे असामाजिक लोगों को जो नियमानुसार ना चलें ...,

 
जुडिशियारी या पुलिस सिस्टम नही बल्कि बेईमान लोग कारण होते हैं.... भ्रष्टाचार... जिनके कारण मुजरिम भी बेखौफ हो जाते हैं.... कितना भी बढिया सिस्टम लाओ... काम तो 'आदमियों' मतलब लोगों से ही लेना होगा.... और वो अगर अपना काम ही ठीक से नही करेंगे तो किसी भी सिस्टम को हम कितनी भी गालिया दें... वो फेल ही रहेगा.... अर्थात लोगों को ईमानदार बनना होगा... और अपने कारमो का सही निर्वहन करना होगा... आपने देखा होगा किसी जगह कोई एक ही ईमानदार और बढिया काम करने वाला आदमी या अफसर बेहतरीन परिणाम देता है.... इसलिये ज़रूरी है लोगो मे नैतिकता और इंसानियत.... बस ये मिल गये.... तो हम सारी जंग फतह कर लेंगे.... एक दामिनी का नुकसान उठा के भी हमने कुछ नही सीखा... आप देख सकते हैं... (दामिनी प्रतीक मात्र है.. हमने देश भर मे बहुत कुछ सहा है... सोचा था दामिनी वाला नुकसान हमारा अखिरी होगा... पर नही)..

 लूटना, चोरी, भ्रस्टाचार, बलात्कार, कालाधाम, औरत का शोषण या औरत के साथ ऐश करना अगर कांग्रेस नही करेगा तो क्या बी जे पी वाला करेगा एक मूक, बधिर इंसान को लोकतंत्र का सर्वोच स्थान प्रधानमंत्री दे दिया. सरकार मे आधे से ज्यादा बलात्कारी बैठे हुए है जीतने के बाद तो ये समझने लगते है जैसे इन्होने देश को ठेके पर पाँच साल के लिए छुड़वा लिया इसे लूटना आतंकवादी हमले करवाना इनका स्विधानिक हक है निश्चित ही ऐसे लोग भ्रष्टाचारी और खरतनाक हैै आज़ाद देश के गुलाम नागरिकों को नमन ! घूस मिल जाये तो हम अपनी मदर को भी बेच दें 2जी, सी डब्ल्यू जी, सी वी ओ, कोयला, नरेगा,मनरेगा, थिलियम घोटाला (यह आने वाला घोटाला है, थिलियम समुद्र तट पर पायी जाती है) ! इस देश के महा योधा, गंधर्व, राजा महाराजा, मुगल शसक और अंग्रेज़ो ने इस देश को इतना कभी नही लूटा था जितना की हमने ने लूट डाला/ क्योकि आज तक के एतिहास में .मनमोहन जैसा बेशर्म और ..गैर स्वाभिमानी बेईमान पीयेम ..नहीं हुआ होगा . बेइमानू की लिस्ट में इसका नाम गिनीस बुक म

 भ्रष्ट केन्द्रिय सरकार से समर्थन वापिस लेने के अनेकों कारण मौजूद हैं बल्कि वही कारण तब भी जस के तस मौजूद थे जब सपा ने समर्थन दिया. अमेरिका में हुई सघन तलाशी पर तमतमा रहे और हंगामा बरपा रहें आज़म ख़ाँ को समझना चाहिये की अमेरिकी कानून किसी के बाप की बपौती नहीं. वो किसी खास-ओ-आम में फर्क नही करते. वहा के राष्ट्रपति और आम अमेरिकी नागरिक के अधिकार और दायित्व समान हैं, और फिर आप तो एक सूबे के वज़ीर मात्र हैं ना कि वज़ीरे आज़म, जो किसी भी इंटरनैशनल डिप्लोमेटिक अंम्युनिटी की पात्रता नही रखते. गुजरात के वज़ीरे आज़म को अमेरिकी वीसा नही दिये जाने पर अमेरिका की शान में कसीदे पढने वाले आज़म ख़ाँ को सलाह है की किसी भी ऐसी जगह के भ्रमण के विचार को त्याग दें जहां कानून का सख्ती से पालन होता हो, और जहां एक टीटी को पीटने पर सालों जेल की सलाखों के पीछे गुज़ारने पड़ते हों. एक अहंकारी जिस तलाशी से बिलबिला रहा है अगर उसकी जगह कोई विचारवान व्यक्ति होता तो वैसा ही चाक चौबंद सुरक्षातंत्र विकसित की सोचता.
 कांग्रेस ने ठान लिया है कि जितने भी घोटाले किये हैं, किसी भी प्रकार इनमें आरोपी होने से बचना है. चाहे विपक्ष पर झूठा आरोप लगाना पड़े, चाहे सीबीआइ का किसी भी हद तक दुरुपयोग करने पड़े. क्योंकि उन्हे पता है कि देश का मीडिया कांग्रेस के हाथों बिका हुआ है और ऐसा कोई भी समाचार वो नही दिखायेगा जो कांग्रेस के विरुद्ध हो फिर चाहे पाकिस्तान या चीन से देश की सुरक्षा सम्बंधित मामलों में कांग्रेस संचालित यूपीए सरकार की विफलता हो.
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 नगर के रेलवे स्टेशन सहित प्रमुख धार्मिक स्थानों को उड़ाने के संबंध में एक बार फिर धमकी भरा पत्र स्टेशन पर पहुंचा है। पत्र भेजने वाले ने अफजल गुरु व अजमल कसाब की फांसी का बदला लेने की बात कही है। पत्र लश्कर-ए-तैयबा के एरिया कमांडर करीम अंसारी के नाम से भेजा गया है। हरिद्वार रेलवे स्टेशन के अधीक्षक के नाम आने वाली नियमित डाक में एक पत्र मिला। पत्र भेजने वाले ने स्वयं को जम्मू कश्मीर में आतंकी संगठन लश्कर-ए- तैयबा का एरिया कमांडर बताया है। उसने लिखा है कि उसका संगठन अफजल व कसाब की फांसी का बदला लेगा। हरिद्वार में हरकी पैड़ी, भारत माता मंदिर सहित बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री व अन्य मंदिरों को उड़ाया जाएगा। पत्र में धमकी दी गई है कि 10 मई को हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, काठगोदाम और अन्य जगहों पर स्टेशन व रेल पुलों को उड़ाया जाएगा। रेलवे की ओर से इसकी सूचना राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) व रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को दी गई। एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है

 त्य कड़वा होता है ... * मुफ्त मे मोबाईल कनेक्शन दे सकते हैं लेकिनरोटी नहीं * ट्रेनों में मुफ्त WI FI मिल सकता है लेकीन पीने का पानी नहीं * बेकारों को रोजगारी भत्ता द लेकिन किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं!!! * गाँव-गाँव तक पेप्सी- कोला का जहर पहुँचाया जा सकता है लेकिन पीने का पानी नहीं!!! * विदेशी कंपनियों का देश को लूटना और गुलाम बनाना मंजूर है लेकिन स्वदेशी उद्योग से आत्मनिर्भर होना नहीं!!! * विदेशों से उधार लाया जा सकता हैं लेकिन कालाधन नहीं!!! * खरबों रुपये के घोटाले किये जा सकते हैं लेकिन गरीबों की सब्सिडी के लिये खजाने खाली!!! * राबर्ट वाड्रा व भ्रष्ट मंत्रियों का किसानों की जमी लूटना जाय हो जाता है… …लेकिन स्वामी रामदेव का सरकार से मिली जमीन पर आरोग्य भवन जायज नहीं!!! * बलात्कार होने के बाद महिला को मुआव्जा मिलसकता लेकिन महिलाओं को पहले से सुरक्षा नहीं!!! * ओवैसी-नाईक जैसे गद्दारों के दल मंजूर हैं पर RSS जैसे देशभक्त संगठन नहीं!!! ..




लखनऊ. यूपी के नगर विकास मंत्री और समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां  के साथ अमेरिका के बोस्‍टन (उन्‍होंने चेकिंग के नाम पर वो किया, जो आज तक उनके साथ कहीं नहीं हुआ था। वह कोई अमेरिका घूमने नहीं गए थे, वह वहां मेहमान की हैसियत से गए थे, अमेरिका की प्रतिष्ठित हॉवर्ड यूनिवर्सिटी ने उन्‍हें मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव के साथ आमंत्रित किया था।  बोस्टन एयरपोर्ट पर आजम खान को दस मिनट तक रोककर पूछताछ के मामले में भारत ने औपचारिक विरोध दर्ज करा दिया है। सूत्रों के मुताबिक खान को इमिग्रेशन से एंट्री मिलने के बाद यूएस कस्टम एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन की एक महिला अधिकारी उन्हें पास के ही एक कमरे में आगे की पूछताछ के लिए ले गई। इसके बाद आजम ने इमिग्रेशन में हंगामा भी किया और कहा उन्हें मुसलमान होने की वजह से पकड़ा गया है। खान ने उस महिला अधिकारी से माफी की मांग की जिसने कहा था कि वह अपनी ड्यूटी कर रही हैं। हंगामा बढ़ता देख न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत किया और खान को एयरपोर्ट से बाहर ले गए।
 भारतीये नेताओं की आदतें ही ऐसी हैं. खुद को खुदा समझते हैं और आशा करते हैं के सभी ऑफिसर्स उनके सामने कुत्ते की तरह पूछ हिलाएं. जिन मुल्कों में कानून और न्याय है उसमें सभी के लिये एक ही प्रोटोकॉल है. जब किसी का नाम किसी लिस्ट में आ ही गया तो उसको क्लियर करना भीओ उन्हीं का काम है. यह बात किसी नेता को हजम नहीं होती. अनफॉर्चुनेट्ली, अगर आपका नाम का कोई स्मग्लर या मुज़रिम है तो आपको भी वैसा ही रुकना पड़ेगा, जैसे आज़म खन को. इसमें हिन्दू या मुस्लिम होने वाली बात भी नही है.
 सही कहा,,,जॉर्ज फेर्नांडिस एक डिफ़िंस मिनिस्टर बन के गये थे,लेकिन एरपोर्ट पे उनके सारे कपड़े उतरवाये गये थे,यहा तक के जुटा भी टरवाया गया था,कलाम साहब को भी इंसल्ट किया गया,,मोदी को वीज़ा के नाम पे आये दिन अपमान करता रहता है,,मतलब इंडियन जनता को छोडो,यहा के बड़े बड़े शूरमा मंत्री को भी अमेरिका नीचा देखाने मे ज़रा भी नही झिझकता,,लेकिन दूसरी तरफ देखो के 2-3 अमेरिकन सेनेटर गुजरात आये तो मोदी ने उनके साममान मे भोज का आयोजन किया,नाच गाना देखया,बल्के पूरे इनीडा घ्मने का इंतेज़ाम किया,,,यही है चमचागिरी,
 कलाम साहब, जॉर्ज साहब, शारुख और अब आज़म, सारी बातों मे एक तो बात समान है जब तक अमेरिका से आने वालों की एसी चेकिंग नही होगी तब तक अमेरिका एसए ही बेइज़्ज़त करता रहेगा, रुटीन चेक मे मुख्यमंत्रीजी को क्यूं छोड़ा गया? अमेरिका मुसलमानो को जानबुज़कर नीचा दिखाना चाहता है, ए सच है बाकी यहाँ एक दूसरे को गाली देकर क्या हो जायेगा, धरम गरीबो और कमजोरो का भला करने को केहता है और धरम के नाम पर सबसे ज्यादा वो ही मरते है. जे हिन्द
 जब किसी आम भारतीय को अमेरिका में अपमानित किया जाता है तो इन नेताओ को कोई फरक नही पड़ता , पर जब इनके साथ कुछ हो जाता है तो ये चाहते है पूरा देश इनके अपमान को आपना अपमान समझे और पूरा मीडिया भी इनके साथ हो जाता है| कमजोर और भ्रष्ट देश के नेताओ के साथ ऐसा ही होना चाहिये | जब ये नेता आपनी देश की जनता , जिसने इन्हे चुन का भेजा है उसका सम्मान नही करते और किसी भी हद तक लूटने के लिये तैयार रहते है तो फिर इनका कैसा सम्मान ?
 ये अमेरिका की अंतरिक सुरक्षा का मामला है. और इस मे कुछ गलत भी नही. सायद इसी लिये वहा आतंकी घटना बहूत कम है. और रही दूसरी अपमान की बात तो उन के कर्तव्य पालन से ह्यूम सीख लेनी चाय्ये ना की उन पर आगबबूला होना चाहिये. और आजम ख़ान साहब ऐसी ही घटना हमारे माननिये श्री डॉक्टर अब्दुल कलम साहब के साथ भी हुई थी. उन्होने तो इस पर कोई अपपति नही जताई, आप किस खेत की मूली है जो इस पर इतनी आग उगल रहे है.
 इतना सब होने पर भी भारत के नेता अमेरिका क्यो जाते हैं? अमेरिका इन नेतायो की हैसियत जानता है/ ए नेता अपनी उल जुलूल हरकतों से भारत को बदनाम करते हैं/ अमेरिका का कोई चपरासी भी यहाँ आता है तो उसका स्वागत दूल्हे की तरह होता है, बदले में वो चपरासी देश की विकास की बात करता है और वो यहाँ न्यूज़ में हेडलाइन बनता है/ खान साहब ने अपनी बेइज्जती को इस्लाम से जोड़ा है जबकि सारे देश का अपमान हुआ है/////
 अमेरिका जैसे सबसे शक्तिशाली देश में वहां का कानून सबसे उपर होता है और इसके सामने व्यक्ति का ओहदा या दबंगाई नहीं देखी जाती. दुर्भाग्य से आतंकवादी और सिरफिरे मुसलमानो की वजह से शरीफ और अच्छे मुसलमानो को भी अपमान सहना पड़ता है. दुनियाभर में मुसलमान बदनाम हो रहे हैं. इससे बचने का एक ही उपाय है की इस्लाम को माननेवाले समझदार लोगोने अपनी इमेज अच्छी बनाने के लिये लगातार कोशिश करनी होगी, इसके लियेजो भी किया जाना चाहिये वह आपसमें मिलकर तय करें जिससे और जलालत से बच सकें. एक मुस्लिम व्यक्ति का मजहब भले ही इस्लाम हो लेकिन वह जिस मुल्क में रहता है उसके प्रति पूरी तरह वफ़ादार रहे इसका भरोसा उसे दिलाना होगा.
 भैया यहाँ ओबामा और बुश की भी चेकिंग होती है, अगर हमारे देश में ऐसी ही चेकिंग होती तो ना जाने कितने और मंत्री कबूतेरबाज़ी करते पकड़े जाते. अपने देश के कानून की इज़्ज़त तो करते नही यहाँ अमरीका में धौस नही चलती, ना रिश्वत चलती है. अगर यहाँ का कानून भारत में चले तो 90% मंत्री जेल में होंगे
 बेकार की बात छोड़िये. अगर वो ऐसे सख्ती नाकरते तो अब तक अमेरिका का हाल पाकिस्तान वाला होता. हम अमेरिकन हैं और हम से भी पूरी तरह पूछ ताछ की जाती है. हम भारत मे करप्ट हैं और रिश्वत बाज़ी या जाती बिरादरी का लिहाज़ करके पूरी जिम्मेदारी नहीं निभाते. देश की हिफाज़त हर मुल्क का हक है. अगर नहीं पसंद तो मत जाओ. उन्होंने तो केन्नेडी तक को नंगा कर दिया था बोसटन एरपोर्ट पर जबकि वो उस प्रांत का सेनेटर था. में मुस्लिम्स के खिलाफ नहीं हूँ पर मुस्लिम्स का आतंकवाद के बारे में बुरा रेकॉर्ड है.
 अमरीका तो अब गधे भी नही जा रहे है तुम तो वेसे भी इंसान हो ओर उपर से खान हो ओर मुसलमान हो ओर मुस्लिम के नाम से तो सालो की वेसे ही सिट्टी पिटी गुम हो जाती है तुम कहा चले गये पेहले अपने देश का तो विकास करो भाई ओर अगर तुम लोगो के अंदर कुछ पावर है तो ज़लील करो इन कुत्तो को भी जेसे किया अब्दुल कलाम आज़ाद को जिस ने हिन्दुस्तान को परमदु बम दिया जेसे ज़लील किया शारुख ख़ान को जो बॉलीवूड का हीरो है ओर ज़लील किया मोदी को जो की हिन्दुस्तान का राज्ये गुजरात का मिनिस्टर है ना जाने कितने ज़लील हुए मगर तुम लोगो पर अमेरिका का पता नही किया भूत सवार है अरे बनाना ही है तो बनाओ हिन्दुस्तान को अमेरिका से बेहतर जिसे लोग सोने की चिडया केहते आये है जिसे क़ब्ज़ाने ओर लूटने ए लोग हिन्दुस्तान चले आये हिन्दुस्तान तो कभी कहीं नही ग्या फिर तुम अकेले अकेले कियो ज़लील होते हो फिर खेद परकट करते हो लूटना बंद करो हिन्दुस्तान को ओर बनाओ इस एक बेहतरीन मुल्क के दुनिया से लोग आये इस की शान देखने के लिये एक हो जाओ सब लोग



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देश मे सारा शासन और प्रशासन कोर्ट ही तो चला रहीं हैं ..., तब आज सरकार और इतने खर्चीले सिस्टम की आवश्यकता है क्या..?ये सारे शपथ लेते हैं..देश के संविधान के अनुसार काम करूंगा.. जनहितकारी और "न्यायोचित" निर्णय लूँगा.. यही सब शपथ लेते हैं इस देश के अफसर और नेता ... किन्तु व्यवहार मे काम इसका बिल्कुल उल्टा करते हैं... मूलरूप सेकोर्ट का गठन "कभीकिसी" असहमति या विवाद के आने पर उचित हल हेतु विचार करने की आदर्श भावना से किया गया था... किन्तु आज देखें कि आज शायद ही कोई कार्य न्यायोचित और जनहितकारी होता है...सारे मामले कोर्टों मे ही जा रहे हैं "वहां" फेसले सुधर रहे हैं..,नेता और अफसर कानून का पालन करना स्वयं के लिये शर्म की बात समझते हैं... इनके गुर्गे सारे काम गेरक़ानूनी तरीके अपना कर कर रहे हैं.. अब कानून और नियम सिर्फ आम जनता के लिये ही बचें हैं... ये सब तो उनसे ऊपर हो गये हैं... अदालतें ना हों तो जंगल का राज्य हो जाये... क्या हटाना नही पड़ेगा ऐसे असामाजिक लोगों को जो नियमानुसार ना चलें ...,


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अगर देखा जाये 2 जी घोटाला का हिस्सा सोनियाजी आदि ने लिया सी बी आई ने कानून म्‍नतरी और पी एम ओ को स्टेट्स रिपोर्ट दिखाई वो गलत नही लगता क्योकि कोई भी किसी विभाग का बड़ा अधिकारी सीधी रिपोर्ट किसी को नही दे सकता अब कानून मंत्री जो भी बयान देंगे वो सिर्फ कुर्षी के नसे में पी एम आदि की तरह गलत बयान देंगे क्योकि सभी भारत सरकार के एंताओ की तरह इनका भी दमन सॉफ ना हो कैसे अपनी मा सोनियाजी का बकहाव ना करे सुप्रीम कोर्ट क्या इंसाफ करेगी वो समय पर मालूम होगा लेकिन सोनियाजी के किये गये गुनाह को माना तब क्या सोनिया जी वहा के न्यायाधेश को छोड़ सकती है जैसे हरयाणा के एक ईमानदार आई ए एस अधिकारी ने इनके जमीन की गलत डील को रद्द करने के लिये काम करने लगे तब उनके साथ अपने मुख्य मंत्री को आदेश देते हुए कसाई की तरह काम उन्होने किया 25 महीने में 35 बार से ज्यादा तागबदला किया और किसी नेता ने मरने की धमकी दी क्या वो सोनियाजी और उनके परिबार का आदेश नही था कैसे पी एम सच का साथ और ईमानदार अधिकारी का बचाव कर सकते है
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देस किस मुस्किल दौर से गुजर रही है सबको पता है लेकिन लोग तामसा देखने के सिवा कर भी क्या सकतें हैं उन्हीं के द्वारा चुने हुये प्रतिनिधियों ने ऐसा हाल बनाया है देस का ! भ्रस्टाचार से देस परेसान है, देस की नारी सुरकच्छित नहीं हैं, परोसी देस हमें कमजोर समझ कर हमारी सीमा में घुस रहें हैं , महनगाई से जनता परेसान है इन सभी समस्याओं का जर आम जनता हैं जो धर्म,जाती,छेत्र जैसे भावनाओं में बह कर गलत प्रतिनिधि को चुन लेतें है जो बाद में देस की दुरदसा करने में कोई कसर नहीं छोरते अब तो जागो हमारे देस के जनता जनार्धन.





अब तो ए पूरी तरह से साबित हो रहा है की सारे घोटाले की जन्म द1ता सत्ता मे लगे नेता ही है हर नेता लाखो रूपिया मे संसद मे पहुचते है तो घोटाला नही करेंगे तो क्या करेंगे


1. क्यों कोई राजनीतिक पार्टी आज चुनाव सुधार के तहत "राइट टू रिकाल" व "राइट टू रिजेक्ट" का मुद्दा नहीं उठाती ? 2. क्यों आज कोई पार्टी सशक्त लोकपाल की मांग का समर्थन नहीं करती ? 3. क्यों कोई पार्टी आज, पार्टी-फंड में मिले पैसों के स्रोतों व खर्चों का ब्योरा नहीं देती ? 5. क्यों कोई पार्टी बाहुवली, गुंडों व अपराधी तत्वों को टिकट देने से परहेज नहीं करती ? 6. क्यों कोई भी नेता आज, अनावश्यक सुरक्षा, लालबत्ती, गाड़ी व बंगले न लेकर आम लोगों की तरह, आम लोगों के बीच में रहता ? 7. क्यों कोई भी पार्टी आज 'सूचना के अधिकार' के तहत आने को तैयार नहीं है? 8. क्यों वर्तमान पार्टियों के नेता विभिन्न सदनो के सत्र से पहले जनता के बीच जाकर उनकी समस्या नहीं सुनते ? 9. क्यों ये अधिकांश नेता जनहित के मुद्दों की अनदेखी कर व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप व अनर्गल बातें करते हैं ? 10. क्यों आज संविधान की प्रस्तावना- "वी द पीपल, बाइ द पीपल, फॉर द पीपल" नेताओं के लिये बेमानी है ? अतः एक ही विकल्प-"आम आदमी पार्टी" यानि "आप"





पर भाई एक कांग्रेस को पुर भारत मे छाने के लिये 30 साल से ज्यादा वक़्त लगा था. आज़ादी तक दूसरा विकल्प कांग्रेस के अलावा नही था इसी लिये 1977 तक कोई कांग्रेस के सामने तेहेर ही नही पाता था. बाद मे वाजपयी ने ही 5 साल पुर किये जिसमे कांग्रेस की सत्ता मे कोई भागीदारी नही और भी थे जैसे विश्वानॅत प्रताप, मोरारजी पर इनका टर्म पूरा नही हुआ. आप अभी बनी हैं इसे हर जगह पहुचने मे समय लगेगा हो सकता हैं अभी 2 सीट मिले 2019 मे 20,2024 मे 35, ऐसी समय लगता हैं हिन्दुस्तान मे. शरद, ममता, जयललिता पूरी ज़िंदगी लगने के बाद भी 20 सीट लोक सभा मे मिल जाये तो बहुत हैं. केजरीवाल जन मानस वाला चेहरा नही हैं . उपवास रखा वो भी 20 लाख लोग भी नही आये. वो भी अन्ना के आन्दोलन मे इससे भी ज्यादा लोग थे. आप ठीक हैं पर्त्य नयी हिया पर समय लगेगा. हो सकता है इस चुनाव के बाद आप लोग आम आदमी पर्त्य को भूल जाओ. क्योकि वक़्त बहुत लोगो को अपनी चादर मे धक लेता हाइयन.
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अब जांच इसकी होनी चाहिये की घोटाले कहा नही हो रहे.
हमारे देश का यही रोना है भूके को कोई रोटी नही देता क्युकी ऐसे चोर उनकी हिस्से की रोटी को चुरा कर बैठे है
शूर्पणखा समान राजनेताओ को नकाब- बेनकाब से कोई फर्क नही पड़ता ! ये इतने डीठ है की पूरा नंगे होने के बाद भी इनके गुरूर ,दम्भ ,दुस्साहस मे कोई कमी नही आती ! ये सब आम निर्दोष ,मासूम जनता जो निष्पाप है उनकी भलमानसी का बेजा फायदा उठाने का नतीजा है !
सरकार क्यो होती हैं सिस्टम क्यो बंटा हैं, डेमॉक्रेसी क्या हैं फिर से डेफिनेशन की जरूरत हैं. हमे रेनेस्सा पीरियड से गुजरना होगा क्योकि हर जगह डार्क हैं. सिस्टम फेल हो चुके हैं लोग एक ही चीज़ सोच सोच कर अपनी आयेज की पीडी को दे कर जायेंगे. और वो हैं पैसा, संवेदनहीनता, गुंडागर्दी , गाली गलोच, मार पीट, पंगे लेना, औरत को घूरना, नोचना सोच मे बलात्कार करना. क्या हम खुद सुधरे हुए हैं तो हमें कोई हक नही की हम दूसरे की गलती बताये.


जो लोग और मीडिया मनमोहन सिंह को ईमानदार बताते है मुझे उन पर तरस आता है या ये लोग ईमानदार लोगो का मजाक उड़ा रहे हैं. शायद ही कोई ईमानदार आदमी अपने सामने इतने सारे घोटाले होने देगा, प्रश्न ये है कि मनमोहन सिंह क्यों चुप रहे, सीधा सा और व्यवहारिक उत्तर ये है कि ये महाशय खुद उसमे शामिल हैं. अगर मनमोहन ईमानदार होते तो खूद इन हालत मे या तो कड़ी कार्यवाही करते या इस्तीफा दे देते. मेरा पूरा विश्वास है ए पूरा गैंग है जिसमे सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी, रॉबर्ट वाड्रा, मनमोहन सिंह, प्रियंका गाँधी, चिदंबरम और अंबानी बन्धु शामिल हैं. मनमोहन सिंह वित्त के अच्छे जानकर हैं और वो अपने हिस्से के पैसे को कैसे खपाया जाता है इसको भलीभांति जानते हैं. में किसी भी तरह से ए मानने के लिये तैयार नहींहूँ कि मनमोहन सिंह ईमानदार. भा ज पा अपनी राजनैतिक मजबूरियों की वजह से भले ही मनमोहन सिंह को ईमानदार बतायें पर देश की जनता आज येखेल समझ चुकी है. मनमोहन सिंह की इस डकैती की वजह से देश की आम जनता का जीवन बेहद कठिन हो चुका है



कॉंग्रेस की लूटेरी यह सरकार ओर इसकी लूट में सहयोगी दूसरी पार्टियाँ जो इस लूतखासोट को धर्म निरपेक्ष के नाम के ढक्कन से ढक कर देश लूट रही हैं, वो ए अच्छी तरह से जान लें कि अगले चुनाव में तुम्हारी मौत सुनिस्चित है. ए ही चोरी करें डाके डालें ओर उन चोरियों की जांच भी यही करें. यह तो वही हुआ चोरों की इन्कुवायरी डकैतों से कराई जा रही है. जनता बवाली है एक बार सभी पार्टियों की हत्या कर सॉफ छवी के निर्दलियों को चुनाव जीता दो. ओर उनसे कहदो देश को ईमानदारी से चलाओगे तो हम हमेशा बिना जाती धर्म के नारों के तुम्हारी ही पार्टी को तब तक वोट देंगे जबतक तुम लूटने की बजाय देश की सेवा करोगे.


कोर्ट का काम नही... जांच करवाकर सही रिपोर्ट देना सरकार का काम होता है.. पर ईमानदारी न होने और भ्रष्टाचार होने और इन नेताओं / अफ़सरों पर अविश्वास से कोर्ट इसी कारण से न्याय हित मे जांच अपने अधीन कराती है... इसका मुख्यकारण है 1861 मे अंग्रेज़ों द्वारा लाये गये 'पुलिस-एक्ट'... जिसमे अबतक कोई बदलाव नही हुआ.. विदेशियों का होने के कारण ये लोक हितकारी और जन-उपयोगी नही था..बल्कि अंग्रेज़ शासक वर्ग के हित साधने के लिये रचा गया था..इसमे पुलिस का उपयोग और लाभ अंग्रेज़ "हम ग़ुलामों" पर अपना शासन और नियंत्रण स्थापित करने के लिये करते थे...वह पेटर्न को आजतक बदला नही गया... पुलिस और उसके जैसे अन्य संस्थान (जैसे सीबीआइ आदि) आज भी जनोन्मुख न होकर अभी के शासक वर्ग के इशारों पर ही काम करती हुई है... किसी को गिरफ्तार करना हो... विरोधियों को सबक सीखना हो अथवा अन्य इस तरह का कोई भी कार्य... उसके अलावा किसको गिरफ्तार करना है किसको नही इसके लिये भी पुलिस शासन के लोगों की तरफ देखती है.... इसीलिये कोई रिपोर्ट कैसी देना है वह भी शासक वर्ग से पूछकर देती है... इसमे बदलाव की उम्मीद ही कर सकते हैं बस... और कब होगा कह नही सकते.. इसी कारण पीड़ित पुलिस से मदद लेते समय और ज़ायदा पीड़ित होता है... या पीड़ित किया जाता है... और सरकार इनका पक्ष लेती है..(देखलो दिल्ली मे दामिनी के पहले कितने काण्ड हुए जिनकेकारण पुलिस-विरोधकानून का फिर काम क्या हाइयन सरकार क्यो हैं, डेमॉक्रेसी क्या हाइयन. अगर गलत को ही सही बना दिया जाये तो खतम सब कुछ. अगर रिपोर्ट ही अपनी तरह बनानी हाइयन तो घर पे बेठो और सोप दो देश आंटिसोशियल लोगो के पास. एह सोनिया तो मनमोहन के पीछे रेह रेह कर पूरे देस को लूट चुकी हैं. जो भी प्रॉजेक्ट 2004 से अब तक आये सब प्रॉजेक्ट्स की मया बेहेन हो चुकी हैं. अब कुछ हाइयन ही नही कुछ बोलने के लिये. आधार कार्ड की स्कीम चालू की वो भी फ्लॉप उसमे भी अभी समय लगेगा. सच एह है देश की जनता पूरी तरह से डार्क मे चली गयी हैं. उसे उजाला दिखाई नही दे रहा. दोनो रॅशट्रियीआ पर्त्य लूतखोरी पे उतर आई हाइयन. अब जनता के पास कोई विकल्प नही एक का रॅशट्रियीआ अध्यक्ष भ्रस्टाचार मे लिप्त था और दूसरे का तो हर नेता स्कॅम करता हैं. एक पड छोड़ के चला गया तो उसकी जगह कौन इस पड को संभाले तो घज़ियाबाद का सांसद दिखा. रीजनल पर्त्य को क्या काहे कोई 1000 रूपिए की फूल की मला, कोई अपने कार्यकर्ताओ को गुंडा गार्दी करने को केहता हाइयन ज़्ब बिक चुके
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दूसरे देशों में नेता लोग इस उधेड़ बुन में लगे रहते हैं क़ि कैसे उसका देश तरक्की करे, कैसे लोगों का जीवन स्तर उँचा उठे/ हमारे देश के नेता सिर्फ घोटाले के बारे में सोंचते हैं और करते हैं/ विपक्षी इसको उजागर करने की ताक में रहते हैं/ सी बी आइ, सत्ता पक्ष से मिलकर लीपा पोती की फिराक़ में रहती है- सब नेतायो की कुंडली उसके पास है/ अखबार वाले इसको नमक मिर्च लगाकर....देश की तरक्की के बारे में कोई नही सोंचता

बंगाल के शारदा चिट फंड के प्रमुख जिनको कश्मीर में पकड़ा क्योकि उन्होने घोआताला और धोखाधडी की जैसे आज की भारत सरकार कर रही है जिहसके नौकेर चाको ने जे पी सी की गलत रिपोर्ट डेकर् पी एम और चिदमरब को मुक्त किया जो उन्होने बयान दिया वो 100% सही लगता है अगर इन दोनो ने खुद नही लिया कही नाम ना आ जाये तब इनकी पात्निओ और परिबार वालो ने लिया होगा जिहसके लिये इन दोनो से उनको कहा होगा. क्या इन दोनो का चेहेरा सॉफ है अगर सॉफ होता तब घोटालो को कैसे चरम सीमा पर लए जाते कैसे पी एम अपने को ईमानदार मानते है जब उनके अधीन इशरो में 2 लाख करोड़ का सफाया हुआ क्या इनके परिबार और सोनियाजी के परिबार ने उष बईमानी की कमाई में हिस्सा नही लिया कैसे विटय मंत्री सूखे बसंत की तरह रेह सकते है यानी जो घोटाला धनी लोग या धोखाधडी देश की जनता के लिये करते है उनमे नेताओ का होना जरूरी हो सकता है ब ईना इनको दिये कोई नही कर सकता जो सरकारी विभाग है जहा जनता का हिसाब सही



* इस जानकारी को SHARE करे ***** भारत में जो ईनो की 100 ग्राम की शीशी लगभग 60 रुपए की मिलती है उसमें केवल 5 रुपए मूल्य की सामग्री है। 100 ग्राम ईनो में लगभग 45 ग्राम साइट्रिक एसिड होता है इसका मूल्य है साढ़े तीन रुपए और 55 ग्राम मीठा सोडा होता है जिसका मूल्य है डेढ़ रूपए। साइट्रिक एसिड - 60 रूपए/किलो मीठा सोडा- 30 रूपए/किलो घर पर ENO बनाने के लिए:: 1 निम्बू थोडा मीठा सोडा चुटकी नमक एक निम्बू का रस निकाले उसमें चुटकी नमक और थोडा सा मीठा सोडा डाले और एक गिलास पानी डाल के पिए....एक दम ENO जैसा बन जाएगा /


पश्चिम बंगाल में 20 हजार करोड़ रुपए के शारदा चिटफंड घोटाले की तपिश केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम तक पहुंचती दिख रही है। घोटाले के मुख्य आरोपी और कंपनी के चेयरमैन सुदीप्तो सेन की सीबीआई को लिखी चिट्ठी में चिदंबरम की वकील पत्नी नलिनी चिदंबरम की तरफ भी उंगली उठाई गई है। सुदीप्तो ने 18 पेज की इस चिट्ठी में तृणमूल कांग्रेस के दो सांसदों, वकीलों और पत्रकारों पर ब्लैकमेलिंग व कई अन्य आरोप लगाए हैं।

शारदा चिटफंड घोटाले में केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम की तरफ भी उंगली कंपनी के चेयरमैन सुदीप्तो सेन ने सीबीआई को लिखी चिट्ठी में उठाई है । यह नेता अपना हिसा उल्टी उंगली से लेते हैं और पकड़े जाने पर भी चौर नहीं कहलाते क्योंकि या तो बह चुप रहते हैं या फिर कहते हैं कि किसी के कह देने से हम चौर नहीं हैं



 आज देश मे विपक्ष नाम की कोई चीज़ रह नही गयी है..जो काम केजरी ने किये..क्या आपको नही लगता कि ये भाजपा ने करना चाहियेते..कितने घोटाले या भ्रष्ट लोगों को भाजपा ने निकल के जनता के सामने लाई.?ये सब मिलीजुली कुश्ती है..हम रहेंगे तो तुम्हे बचाएंगे..तुम रहोगे तो हमे बचाना..आना हम लोगों मे से ही किसी न किसी को है..इस लिये न राइट 2 रिकाल...न लोकपाल..न अन्य कुछ..क्योंकि लगभग सभी गले तक डूबे हैं इस कीचड़ मे..इसीलिये आज मोदी..केजरी...अन्ना..रामदेवजी...स्वामी..वीके सिंह आदि जैसे लोगों की ही आवश्यकता है देश को..यदि जन-सेवा और देश भक्ति ही इनका ध्येय है..तो इन्हे साथ आना ही पड़ेगा..देश और जन की यही आवश्यकताएँ हैं..एक रोचक बात बताएं..कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों ने मिलके अपने ही अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास कर उसे पद से हटा दिया...वो "राइट 2 रिकाल" के जरिये जनता के पास गया..जनता ने उसमे अपना विश्वास जाता दिया और उसे ही फिरसे बहुमत दे दिया..वो अध्यक्ष पुनः अपने पद पर आ गया..भाजपा और कांगरे के पार्षदों की मिलीजुली चाल जनता ने नाकामयाब कर दी..वो अध्यक्ष"आप"पार्टी का आदमी था..मतलब जनता को जितने अधिकार मिलेंगे..बदमाशों और चालबाज़ों की चालें उतनी फेल होंगी..इसलिये ये कोई सुधार मंज़ूर नही करते..तो इन लोगों का सही मंतव्य आप समझ गयी होंगी..भ्रष्टाचार और काले धन के मुद्दे को सबके सामने और जनमानस के विचारों मे उतारने का श्रेय बाबा रामदेव को ही जाता है..अपने नित्य के प्रवचनो मे..यो शिविरों मे..सतसंगों मे..व्याख्यानो और प्रेस-वार्ताओं मे हर वक्त ये मुद्दा बाबा जी उठाते तो थे ही..इसकी प्रमाणिक जानकारियाँ भी देते थे..जिसकी कोई काट या खण्डन आज तक कोई राजनीतिक दल या मुख्य रूपसे कांग्रेस नही कर पायी.उल्टे उनके खिलाफ भ्रामक और मान-हरण करने वाला घृणित अभियान तक पिग्गी जैसे लोगों की सहायता से चलाया,अन्ना जी जब आये थे तब तक बाबा ने जमीन तैयार कर दी थी,इससे अन्ना को आन्दोलन आरंभ से ही शीर्ष पर पहुचाने मे कोई परेशानी नही आई थी...बाबा के साथ ही उनका(अन्नाका)भी दमन कर दिया गया,उसके बाद दिल्ली के बच्चों पर दमनात्मक कार्यवाही हुई,अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता,कहीं कुछ बोलही नही सकते नेटपर आइटीएक्ट66ए,और सडको पर धारा144,कितना स्वतंत्र है ये नागरिक,और उसको आज़ाद रखने मे कितनी कामयाब बेशर्म


**आज योगगुरु रामदेव जी साफ़ -साफ़ कहा :-25.4.2013--AAJ TAK देश को मोदी भाई जैसा प्रधान मंत्री चाहिए -- अडवानी जी को सलाह दी की अब अडवानी को, मोदी को आशीर्वाद देकर, मोदी जी को आगे कर देना चैये -शत्रुघन को सलाह दी की उनको देश के शत्रु कांग्रेस के बारे में सोचना चाइये सुषमा को सलाह दी की ,बहन तो भाई को आगे ही बढाती है कल मोदी हरिद्वार में होंगे -- जब उनसे पुछा गया की क्या वो मोदी जी का प्रचार करेंगे, तो उन्होंने कहा की जो आदमी देश को बचाएगा -माँ भारती को विस्वगुरू बनाएगा --उसके लिए तो जान भी हाज़िर है - ****************************** **मोदी जी को विरोधी आज कल फेंकू क्यों कह रहे हैं ? . नरेन्द्र मोदी ने इन सब को कचरे के डिब्बे में "फेंक" दिया हैं और ये कचरे का डिब्बा सड़क के किनारे वाली नाली में पडा है वही से पड़े पड़े चिल्ला रहे हैं "फेंकू -फेंकू "--बेचारे! मुझे तो हंसी आ रही है ये सोच कर की मोदी जब इन

भाई हमारी सरकार ही निकमि है मनमोहन को तो देख कर पड़ोसी मुल्को के हौसले और बुलंद हो गये हैं अगर मनमोहन की जगह आज मोदी प्रधानमंत्री होते तो चीन की हिमत नही पड़ती सीमा लांघने की और अगर लाँघ भी लेते तो अब तक सारे लेटे  मिलते जिस निकमि सरकार के रहते देश की जनता बेटीयान सुरशित नही वो सरकार हमारे सीमाओं की क्या रकछा करेगे चीन के सामने रो रहें है सारे की भैया वापस चले जाओ.

आपने कभी गौर किया कि जब आप सेल से बात करते हैं तो बाएं कान पर रखकर सुनते हैं या दाएं कान पर...अभी तक जो करते आए हैं सो ठीक...लेकिन आगे से कोशिश कीजिएगा कि सेल को बाएं कान से ही सुनें. सेल को दाएं कान से सुनने से आपका मस्तिष्क प्रभावित हो सकता है. एक बात और ध्यान रखें, जब आप सेल पर किसी दूसरे को कॉल मिलाएं, तो डायल करने के बाद एकदम सेल को कान से नहीं सटा लें...जब आप निश्चित हो जाएं कि दूसरी तरफ़ से किसी ने बात शुरू कर दी है,  तभी सेल को कान के नज़दीक लाएं...डायलिंग के बाद सेल अधिकतम सिगनल पावर ( 2 watts=33dbi) का इस्तेमाल करता है...ये अपोलो की रिसर्च टीम का निकाला हुआ निष्कर्ष है.

हमारे पी एम साहब एक कमजोर लाचार प्रधानमंत्री क्यों साबित हो रहे हैं दरअसल अर्थशास्त्री पी एम की अब सोचने समझने की शक्ति खत्म हो चुकी है आप लोगो को याद होगा सरदार जी की कुछ साल पहले बाई पास सर्जरी हुई थी ....!लगता है तभी सरदार जी को एम्स में कोई ऐसा सुआ लगा दिया था. जिससे ए खामोश भी है बेहोश भी है और मदहोश भी ..................! तभी तो किसी भी मुद्दे पर इनकी जूबा क्यों नही खुलती .....

आप के मत से मई भी सहमत हु लेकिन एक मंत्री इस्तीफा देगा तो दूसरा जो आयेगा वो भी तो चोर ही होगा. अगर एक पार्टी के बदले दूसरी पार्टी सत्ता मे आती है तो वो भी चोर ही होगी , हर कोई अपने अपने परिवार के सात पीढियो का ऐशोआराम का पैसा जुटाने की कोशिश मे है . वे भी जानते है की एक ना एक दिन भारत की स्वतंत्रता खतरे मे आयेगी और सीमा पर लड रहे जवानो की जान जायेगी. लोगोको शाहिद बनने को प्रोत्साहित किया जायेगा , इनकी औलाद सुरक्षित रहेगी . जो होगा वो होगा, भारत जीते या हारे, इनकी सात पीढियो की जान और माल सुरक्षित रहनेसे मतलब . एक ने इस्तीफा देनेसे क्या फर्क पड़ेगा ? 

 प्रधानमंत्री जी दुनिया हंस रही है आपके काले कारनामे और कुकर्म देख कर. कुछ शर्म बाकी हो तो इस्तीफा देकर अपने कुकर्मों का प्रायश्चित कर लो वर्ना 2014 दूर नहीं है. आपको यह तो समझना चाहिये कि यह कांग्रेस पार्टी आपका इस्तेमाल कर आपको कूदे में फेंक देगी. माल कांग्रेस (परिवार) को मिलेगा और आपको सिर्फ बदनामी. शक होता है की आप एक हिन्दुस्तानी हैं, अन्यथा देश को लूटने में आप इस देशद्रोही लुटेरी कांग्रेस का साथ न देते. धिक्कार है.

 एक बार अवश्य पढ़े और जनहित में अधिक से अधिक सांझा ( शेयर ) करे | नपुंसक भारत सरकार के रूप , रंग , ढंग ....... अन्ना खुजारे के लिए ..... कांग्रेस मेहरबान तो गधा पहलवान | अरभिंड खुजलीवाल के लिए ..... कांग्रेस का हाथ आम आदमी के साथ | बाबा रामदेव के लिए ...... मैं चाहे ये करू मैं चाहे वो करू मेरी मर्जी | जनरल वी के सिंह के लिए ...... शेर बुढा हो गया है | राहुल के लिए ...... युवा शक्ति , यूथ आइकोन | सुषमा स्वराज के लिए ....... नचनिया | प्रियंका के लिए ...... इंदिरा गाँधी की छवि | स्मृति इरानी के लिए ..... नौटंकी करने वाली | सोनिया के लिए .... त्याग की देवी | नितिन गडकरी के लिए ..... भ्रष्टाचार में लिप्त है | बाबा रामदेव जी के लिए ..... ठग है रामदेव | रॉबर्ट वाड्रा के लिए ..... सारे आरोप बेबुनियादी है | निर्भया के लिए आवाज़ उठाने वाले लोगो के लिए ...... लाठी , डंडे , वाटर केनन बलात्कार पर ..... बलात्कार तो आये दिन होते रहते है | आतंकवाद पर ..... इसे रोका नहीं जा सकता | भ्रष्टाचार पर ..... कोई घोटाला ही नहीं हुआ , हम बहस करने के लिए तैयार है | सेना के लिए ...... 2 जवानो के सर काटे गए है इतनी सी बात के लिए हम पकिस्तान से युद्ध नहीं लड़ सकते | चीन के लिए ...... थोड़ी सी जमीन के लिए अपने सैनिको को मरवा दे क्या ? सरबजीत सिंह के लिए ..... पकिस्तान से दया की भीख मांगते है | पाकिस्तानी आतंकियों के लिए ..... मानवाधिकार सबका हक़ है || मोदी के लिए ..... कोई सफ़ेद घोड़े से नहीं आएगा , एक अकेला वो कुछ नहीं कर सकता | ऐ राजा के लिए ..... घोटाला राजा ने अकेले ही किया | दिल्ली , केंद्र , राजस्थान के लिए .... भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने नहीं देंगे | कर्णाटक के लिए .... हम कर्णाटक में भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देंगे | भाजपा के लिए ..... ( हिन्दू हित की बात पर ) साम्प्रदायिक | कांग्रेस के लिए ..... मुस्लिम हित की बात करके धर्मनिरपेक्ष | सवाल पूछने के पार ..... हजारो सवालो के जबाब से अच्छी मेरी ख़ामोशी है | संसद ना चलने देने पर ..... हम उत्तर देने के लिए तैयार है पर भाजपा संसद चलने नहीं दे रही | हिन्दू के लिए ..... भगवा आतंकवाद | मुस्लिम आतंकियों के लिए . आतंक का कोई मजहब नहीं होता | क्या ऐसी सरकार आपको उज्जवल भविष्य दे सकती है ? क्या ऐसी सरकार आपको सम्मान दे सकती है,

 लेकिन मुर्खमोहन सिंह और कॉंग्रेसियों की कुलदेवी सोनिया जी उनके साथ उनके गण , दिग्विजय, मनीष, हरीश, जनार्दन, अशोक, सिब्बल, चिदमब्रम, सलमान खुरसीद और धूम्रकेतु रूपी उल्टा चलने वाले उल्का पिण्ड मुलायम, नीतीश और मायावती , डी एम के तर्क देंगे की संसद सर्वोच्च है और सोनिया जी का डिसिजन सर्वोच माना जायेगा संसद से भी क्यूंकि वो चुनी हुई प्रतिनिधि है और सोनिया जी कह देंगी की कोई इस्तीफा नही देगा ? तो नही देगा ??? इसलिये एक गण को भेज कर सुप्रीम कोर्ट के जज को आदेश रूपी निर्देश जारी किया जायेगा की भाई सुनवाई टाल दो और टालते रहो टिल नेक्स्ट इन्सट्रक्शन !!! सी बी ई डाइरेक्टर तुमको लगता है कहीं और ट्रांसफर देना पड़ेगा !!!


सुबह से न्यूज़ चैनेल वाले चिल्ला चिल्ला कर कह रहे हैं कि भारत को दुनिया का 8वां सबसे शक्तिशाली देश माना गया है| श्रीलंका वाले हमारे मछुआरोंको मारते हैं.. इधर पकिस्तान हमारे सैनिको का सर काट कर अपने देश में ले जाते हैं... इटली के मैरिन हमारे मछुआरो को गोली से मार गिराते हैं... बांग्लादेश हमारे बीएसएफ के जवानो को मारते हैं... चीन हमारे घर में घुस कर बैठा हैं... हर बात में हम अमेरिका से कहतेहैं "देखो - देखो, यह तो स्पष्ट रूप से पाकिस्तानी हरकत है, अबतो कुछ करो... फिर भी हम ताकतवर हैं ???? इस बात पर वही भरोसा कर सकते हैं जिन्हें ऊँगली करने पर गुदगुदी होती हो... ========== यह सारा प्रपंच इसलिए रचा जा रहा है ताकि हम सोये रहें... यह झूठी सांत्वना और धोखे से दिया जा रहा भरोसा है कि सोते रहो, अभी सवेरा नहीं हुआ...... ============== उठो, जागो, साथियों इस चिलचिलाती धुप में कब तक सोते रहोगे ????


 युवा युवा चिल्लाने वाला राहुल गाँधी चीन के मामले में कुछ क्यो नही बोल रहा है| शायद इंडियन आर्मी में केवल बुड्ढे भरे पड़े हैं इसलिये| अभी भी कांग्रेस की गवर्नमेंट है और आप सब देख ही रहे हैं की राहुल गाँधी क्या कर पा रहे हैं देश के लिये| जब अभी कुछ नही कर पा रहे हैं तो किस बेसिस पर उन्हे प्रधानमंत्री के लिये वोट दिया जाये| जब अभी कुछ नही कर पाये तो राहुल भैया बाद में क्या उखाड़ लेंगे| आप का वोट कीमती है किसी चूतीए को मत दीजिये|


 बाबा राम देब के अनसन मे लाठी और आसू गेस के गोले, बिचारे सोते हुओ पर पी सी साहिब ने बार्स बाई, अब चीन को भी दिखा हिम्मत, यदि ......दम है तो, क्योकि बो सम्प्रदायिक काम था और ए सेकुलर काम है जो चीनी कर रहा है: बाह कॉग्रेस बाह: देश के अंदर काले कारनामे करके देश को बर्बाद कर दिया अब चीन से से भी हमारी धरती हथिया रहे हो: क्या तुमारा मकसद देश का ध्यान बताना तो नही है: क्योकि कॉग्रेस सिर्फ राजनेटिक रोटिया सेकना जानती है देश जाये भड मे: पकिस्तान ने दो जवानो के सर कलम कर दिये, और खुर्शीद हराम खोर बिरयानी खाबा रहा है: / बह देश के कर्णधार रक्षको: इससे तो जानबर कुत्ता अच्छा है: जो कम कम अपने मुहल्ले मे अपनी ही जात के कुत्ते को भी बाहर खदेड़ कर आताहे देश सेवा कुत्तो से शिख लो केसे चीन को खदेड़ना है कुत्तो की तरह: लेकिन कॉग्रेस को अभी कुर्सी की चिंता है देश की चिंता बाद मे: देश को लग रहा है कॉग्रेस समस्या है तो अब समाधान मोदी है: मोदी लाओ देश बचाओ




लिस को रिश्वत की आदत जब तक रहेगी तब तक ऐसे ही होता रहेगा ए देश द्रोही निक्कमे ताक़ मे बैठे रहते है कब मुर्गा फंसे इन्हे फर्ज और देश से कोई मतलब नही है. और इन्हे ए आदत इन कुत्ते राजनीतिग्यो ने ही डाली है. सबसे पहले इन भ्रष्ट नेताओ को ही पाठ पढ़ाना चाहिये यही पुलिस को अपने गुर्गो को बचाने के लिए मजबूर करते है. दूसरे पुलिस के बड़े अधिकारी जिनको रिश्वत का खून मूह लग चुका होता है और जो पोलिटिकल दबाव मे आ जाते है जिस कारण वे जूनियर्स पर अपनी पकड खो देते है. बिना डंडे के इंसान ठीक रह ही नही सकता और डंडा होता है सरकार के पास. तो भाइयो सरकार बनाते है हम लोग. तो भाइयो सरकार बदल दो. अगर फिर भी नही सुधरते है तो फिर बदल दो. इस प्रकार सरकार बदलने से ताकत ट्रान्स्फर होगी. और ताक़त